Can X-rays affect your baby during pregnancy: प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुजरना पड़ता है। प्रेग्नेंसी से पहले और बाद में लगभग सभी महिलाओं को संभावित जोखिम कारक बताए जाते हैं। दरअसल, इस दौरान महिला के शरीर में बच्चे की निर्माण प्रकिया पहले चरण के महत्वपूर्ण पड़ाव से गुजर रही होती है। इस चरण में बच्चे के शरीर के मुख्य अंग बनते हैं। ऐसे में उनको बाहर के जोखिम से बचाना बेहद जरूरी होता है। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनोक्लॉजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान एक्स-रे कराने से बच्चे पर क्या असर पड़ सकता है।
एक्स-रे क्या हैं?
एक्स-रे विद्युत चुम्बकीय विकिरण (electromagnetic radiation) का एक रूप है, जो एक लाइट की तरह होता है। लेकिन, इसकी ऊर्जा का लेवल बहुत अधिक होता है। इसमें लाइट को शरीर के अंदर प्रवेश कराकर संबंधित हिस्से की फोटो ली जाती है। इस तकनीक से व्यक्ति के दांतों की समस्याओं, फ्रैक्चर, इंफेक्शन और अन्य स्थितियां का पता लगाया जाता है।
एक्स-रे किस तरह से किया जाता है?
जब एक्स-रे शरीर से गुजरते हैं, तो वे अलग-अलग टिश्यू द्वारा अलग-अलग रेंज पर अवशोषित होते हैं। इसमें हड्डियों जैसे घने टिश्यू अधिक एक्स-रे को अवशोषित करते हैं और रिजल्ट में सफेद दिखाई देते हैं, जबकि सोफ्ट टिश्यू कम एक्स-रे अवशोषित करते हैं और ग्रे रंग के दिखाई देते हैं। अवशोषण का यह अंतर डॉक्टरों को शरीर के अंदर की विस्तृत इमेज देखने की अनुमति देता है।
गर्भावस्था के दौरान एक्स-रे से होने वाले संभावित नुकसान
प्रेग्नेंसी के दौरान एक्स-रे कराने से विकासशील भ्रूण पर विकिरण (रेडिएशन) के संभावित प्रभाव हो सकते हैं। विकिरण (Radiation) से सेल्स डैमेज होने की संभावना हो सकती है। आगे जानते हैं इसके बारे में विस्तार से
पहली तिमाही
पहली तिमाही भ्रूण के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण समय माना जाता है, क्योंकि यह वह समय होता है जब बच्चे के अधिकांश प्रमुख अंग और प्रणालियां बन रही होती हैं। इस दौरान, भ्रूण रेडिएशन के प्रभावों के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील होता है। रेडिएशन (Rediation) की हाई डोज से जन्मजात विकलांगता, देरी से ग्रोथ होना और यहां तक कि गर्भपात के जोखिम को बढ़ा सकती है।
दूसरी और तीसरी तिमाही
भ्रूण दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान बढ़ना और विकसित होना जारी रखता है, यह रेडिएशन के प्रति कुछ हद तक कम संवेदनशील हो जाता है। हालांकि, यह कुछ हद तक बच्चों को अन्य गंभीर बीमारी (जैसे कैंसर) का खतरा हो सकता है।
इसे भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान खून की कमी पूरा करने के लिए क्या करें?
Can X-rays affect your baby during pregnancy: एक्स-रे से होने वाला जोखिम काफी हद तक इस बात पर निर्भर करते हैं कि मां और भ्रूण किस मात्रा में रेडिएशन के संपर्क में आते हैं। मेडिकल एक्स-रे में आमतौर पर रेडिएशन की बहुत कम खुराक शामिल होती है। उदाहरण के लिए, एक दांत के नॉर्मल एक्स-रे में मरीज को लगभग 0.01 (mSv) रेडिएशन दिया जा सकता है। ऐसे में यदि बेहद आवश्यक हो तो आप एक्स-रे से पहले प्रेग्नेंट महिला के पेट को एक विशेष शिल्ड से ढका जा सकता है।