How Can We Use Ajwain for Children in Hindi: छोटे बच्चों को दवाएं नहीं दी जा सकती इसलिए सर्दी-जुकाम होने पर उन्हें अजवाइन की पोटली दी जाती है। यह सर्दी-खांसी को ठीक करने का एक बेहतरीन नुस्खा है। यह पोटली बच्चों के लिए एक तरह की नैचुरल इनहेलर की तरह काम करती है। छाती और नाक में जमा बलगम को निकालने के लिए आप बच्चों को अजवाइन की पोटली दे सकते हैं। इसके लिए आपको अजवाइन के बीजों का इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन, कुछ लोग अजवाइन की पोटली में कपूर का भी इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या वाकई अजवाइन की पोटली में कपूर रखकर बच्चों को दिया जा सकता है। आइये बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष यादव से जानते हैं अजवाइन की पोटली में कपूर मिलाना चाहिए या नहीं?
अजवाइन की पोटली में कपूर मिलाना चाहिए या नहीं?
अजवाइन की पोटली से देना बच्चों के सर्दी-जुकाम को कम करने में लाभकारी साबित होता है। डॉ. संतोष के मुताबिक अजवाइन की पोटली में कपूर डालकर देना बच्चों को नहीं देना चाहिए। कई लोग अजवाइन को रोस्ट करके पोटली बनाते हैं और उसमें कपूर डाल देते हैं, जबकि ऐसा करना सही नहीं है। दरअसल, 2 साल से कम के बच्चों को कपूर नहीं देना चाहिए। कपूर में टॉक्सिन्स होते हैं, जिसे अगर बच्चा सूंघ ले तो इससे रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस की समस्या होती है।
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हो सकती हैं कई समस्याएं
- अगर आप बच्चों को कपूर की पोटली सुंघाते हैं तो इससे सेहत को कई नुकसान पहुंच सकते हैं।
- इससे बच्चों को जी मचलाने के साथ-साथ उल्टी आने की भी समस्या हो सकती है।
- इससे बच्चों में छटके लगने या कंपकंपी होने जैसी समस्या हो सकती है।
- कई बार बच्चों को कपूर सुंघाना जान पर भी भारी पड़ सकता है।
- त्वचा के संपर्क में आने से बच्चों को कई बार स्किन रैशेज होने की समस्या हो सकती है।
- इसके लिए आप कपूर की जगह पर लहसुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।