-1749307264775.webp)
Is Is Safe To Eat Citrus Fruits During Cough In Hindi: खांसी होने पर अक्सर लोगों को ठंडी चीजें खाने की मनाही होती है। ऐसा इसलिए कहा जाता है, क्यांकि खांसी के दौरान ठंडी चीजें खाने से सेहत को नुकसान हो सकता है। इससे खांसी बढ़ सकती है और गले का इंफेक्शन बढ़ सकता है। इससे मरीज की कंडीशन बिगड़ सकती है। यही नहीं, कई बार खांसी में ठंडी चीजें खाने की वजह से ब्रोंकोस्पाज्म की दिक्कत हो सकती है। खासकर, अस्थमा के मरीजों में यह दिक्कत देखने को मिलती है। यहां तक कि खांसी होने पर कई तरह के फल भी नहीं खाए जाते हैं। तो क्या इन दिनों खट्टे फल यानी सिट्रस फ्रूट खा सकते हैं? इस संबंध में हमने Divya Gandhi's Diet & Nutrition Clinic की डायटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की।
क्या खांसी होने पर सिट्रस खा सकते हैं?- Can We Eat Citrus Fruits During Cough In Hindi
-1749307587713.jpg)
खांसी होने पर कई फलों का सेवन करना सही नहीं होता है। हालांकि, फल एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोत होते हैं। ऐसे में खांसी के दौरान फलों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। ये इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं और खांसी को कम करने में मदद कर सकते हैं। खासकर, सिट्रस फ्रूट की बात करें, तो इसमें विटामिन-सी और इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए भी अच्छा विकल्प माना जाता है। फिर भी यह कहना सही नहीं होगा कि खांसी के दौरान सिट्रस फ्रूट खाना चाहिए। सवाल है, ऐसा क्यों? असल में, जब खांसी में आप सिट्रस फ्रूट खाते हैं, तो इससे गले में इंफेक्शन हो सकती है और इरिटेशन ट्रिगर हो सकती है। इससे खांसी की कंडीशन न सिर्फ बिगड़ सकती है, खासकर, तब गले के आसपास के हिस्से में पहले से ही सूजन है। इसके अलावा, यह एसिड रिफ्लक्स को भी ट्गिर करती है, जिससे खांसी बढ़ती है।
इसे भी पढ़ें: क्या सर्दी-जुकाम होने पर संतरा खा सकते हैं? एक्सपर्ट से जानें
खांसी में खट्टे फल खाने के नुकसान
- खांसी के दौरान खट्टे फल खाने से थ्रोट इंफेक्शन बढ़ सकता है, गले में दर्द और सूजन भी होती है।
- सिट्रस फ्रूट का सेवन करने से एसिड रिफ्लक्स की प्रॉब्लम बढ़ सकती है। इस स्थिति में गले की खराश बढ़ जाती है और खांसी भी होने लगती है।
- जिन लोगों को सिट्रस फ्रूट से एलर्जी है, उन्हें भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इससे खांसी की तकलीफ में इजाफा हो सकता है।
इसे भी पढ़ें: खांसी में गले का दर्द बढ़ा सकते हैं ये 7 फूड्स, बिल्कुल न करें सेवन
कब खाएं सिट्रस फ्रूट?
दिन के समयः सिट्रस फ्रूट का सेवन दिन के समय करना चाहिए। खासकर, आप सुबह नाश्ते में अपने बैलेंस्डा डाइट में इसे शामिल कर सकते हैं। आपने सुना भी होगा कि एक गिलास नींबू पानी पीने से दिन की शुरुआत करनी चाहिए। इससे इम्यूनिटी तो बूस्ट होगी ही, साथ ही पूरा दिन एनर्जी भी बनी रहती है। इसके अलावा, इसमें मौजूद विटामिन-सी कंटेंट आयरन को एब्जॉर्ब करने में मदद करता है।
पोस्ट एक्सरसाइज के बादः विशेषज्ञों की मानें, तो एक्सरसाइज के बाद यानी पोस्ट वर्कआउट भी सिट्रस फ्रूट खाना फायदेमंद होता है। ध्यान रखें कि वर्कआउट के दौरान शरीर से काफी पसीना बहता है। पसीन के जरिए शरीर से काफी न्यूट्रिएंट्स निकल जाते हैं। पोषक तत्वों की पूर्ति करने के लिए पोस्ट वर्कआउट आपको सिट्रस फ्रूट का सेवन करें। सिट्रस फ्रूट के सेवन से ग्लोइसोजन की कमी को पूरा किया जा सकता है, जिससे शरीर फिर से फिजिकल एक्टिविटी के पूरी तरह तैयार हो जाता है।
स्नैक टाइमः शाम के समय अक्सर लोगों को कुछ न कुछ खाने की क्रेविंग होती है। इस दौरान ज्यादातर लोग चिप्स, चॉकलेट या तली-भुनी चीजों का सेवन कर बैठते हैं। आपको चाहिए कि आप हेल्दी विकल्प चुनें। सिट्रस फ्रूट में फाइबर कंटेंट भी काफी होता है। इसका सेवन करने से लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास होता है। इससे भूख देर से लगती है और आप अनहेल्दी चीजें खाने से बच जाते हैं।
All Image Credit: Freepik
FAQ
खांसी में कौन सा फल नहीं खाना चाहिए?
खांसी होने पर खट्टे फल या सिट्रस फ्रूट खाने से बचना चाहिए। इससे गले की इंफेक्शन बढ़ सकती है। खासकर, अस्थमा के मरीजों को खांसी होने पर खट्टे फल बिल्कुल नहीं खाने चाहिए। इसमें नींबू, संतरा और अंगूर आदि शामिल हैं।क्या सेब खाने से कफ बनता है?
सेब में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो कफ में काफी कारगर तरीके से काम करता है। इसका मतलब है कि कफ होने पर सेब का सेवन किया जा सकता है।बलगम वाली खांसी में कौन से फल खाने चाहिए?
बलगम वाली खांसी होने पर कई फलों का सेवन किया जा सकता है, इसमें कीवी, अनार, अनानास आदि शामिल हैं। खासकर, अनार की बात करें, तो इसमें फ्लेवनॉइड्स भरपूर मात्रा में होता है, जो संक्रमण से बचाने में मदद करता है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Oct 25, 2025 13:02 IST
Published By : Meera Tagore