महिलाओं को गर्भाशय से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। गर्भाशय का फाइब्रॉएड एक ऐसी ही आम समस्या मानी जाती है। आज के दौर में अधिकतर महिलाओं को इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, अनियमित खानपान और एक्सरसाइज न करना इसकी मुख्य वजह मानी जाती है। कुछ महिलाओं को फाइब्रॉएड में वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। अशोक नगर स्थित साईं पॉलिक्लीनिक की स्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से जानते हैं कि फाइब्रॉए़ड और महिलाओं का वजन बढ़ना किस तरह से संबंध रखता है और इससे निपटने के लिए महिलाओं को क्या उपाय करने चाहिए।
गर्भाशय फाइब्रॉएड को समझना जरूरी
फाइब्रॉएड गर्भाशय की मांसपेशियों में बनने वाले रेशेदार टिशू होते हैं, इनकी संख्या में भिन्न हो सकते हैं। गर्भाशय फाइब्रॉएड का सटीक कारण अज्ञात है, हार्मोनल असंतुलन, आनुवंशिकी और कुछ जीवनशैली कारक उनके विकास में योगदान कर सकते हैं। फाइब्रॉएड के लक्षणों में लंबे समय तक मासिक धर्म में रक्तस्राव, पेल्विक पेन, बार-बार पेशाब आना और, कुछ मामलों में, वजन बढ़ना शामिल हो सकते हैं। हालांकि, यह अंतर करना महत्वपूर्ण है कि क्या वजन बढ़ना सीधे तौर पर फाइब्रॉएड के कारण होता है या इसके पीछे अन्य कारक शामिल हैं।
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फाइब्रॉएड में वजन बढ़ने की समस्या - Can Uterine Fibroids Causes Gain Weight In Hindi
फाइब्रॉएड विभिन्न प्रकार के लक्षण पैदा कर सकता है। हालांकि, फाइब्रॉएड वाली कुछ महिलाओं को वजन बढ़ने या पेट के आकार में वृद्धि का अनुभव हो सकता है। ऐसे कई कारक हैं जो फाइब्रॉएड में महिलाओं का वजन बढ़ा सकते हैं।
एस्ट्रोजन का बढ़ना
एस्ट्रोजन एक तरह का हार्मोन है, जो फाइब्रॉएड के विकास में भूमिका निभाता है। फाइब्रॉएड वाली महिलाओं को एस्ट्रोजेन बढ़ जाता है, ऐसे में शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर प्रोजेस्टेरोन से अधिक हो जाता है। इस हार्मोनल असंतुलन के कारण वजन बढ़ सकता है, खासकर पेट के आसपास की चर्बी बढ़ सकती है।
सूजन और वाटर रिटेनशन
फाइब्रॉएड सूजन और वाटर रिटेनशन का कारण बन सकता है, जिससे महिलाओं का मोटापा बढ़ सकता है। ये लक्षण फाइब्रॉएड का आकार बढ़ने और फाइब्रॉएड के सामान्य स्थिति में भी हो सकते हैं।
शारीरिक गतिविधि में कमी
फाइब्रॉएड वाली कुछ महिलाओं को असुविधा या दर्द का अनुभव हो सकता है, जिससे शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है। व्यायाम की कमी से वजन बढ़ सकता है या वजन कम करने में कठिनाई हो सकती है।
फाइब्रॉएड में वजन को कैसे करें कंट्रोल - How To Control Weight In Fibroid In Hindi
यदि आपको फाइब्रॉएड है और आप वजन बढ़ने से चिंतित हैं, तो आपको डाइट और लाइफस्टाइल में कुछ जरूर बदलाव करने होते हैं।
स्वस्थ भोजन
फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और दुबले प्रोटीन से भरपूर संतुलित आहार अपनाने से वजन को कंट्रोल करने में सहायता मिल सकती है। प्रोसैस्ड फूड, अत्यधिक चीनी और अनसैचुरेटेड फैट से बचना आवश्यक है। ऐसे में डायटीशिन से डाइट चार्ट बना सकते हैं।
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नियमित व्यायाम करें
आप लाइफस्टाइल में बदलाव कर वजन को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। इसके लिए रोजाना सुबह पैदल चले, तैराकी, योग व एक्सरसाइज करें। इससे हार्मोन बैलेंस रहेंगे और मोटापा कम होने लगेगा।
अगर, महिलाओं को फाइब्रॉएड की समस्या में दर्द ज्यादा हो रहा है, तो ऐसे में उनको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। साथ ही, समय रहते तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।