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क्या थायराइड के मरीज अलसी खा सकते हैं? जानें आयुर्वेदाचार्य से

थायराइड की समस्या से राहत पाने के लिए अक्सर कई लोग अलसी का सेवन करते हैं, लेकिन क्या ये सही है, आइए जानते हैं थायराइड के मरीज अलसी खा सकते हैं या नहीं? 
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क्या थायराइड के मरीज अलसी खा सकते हैं? जानें आयुर्वेदाचार्य से


Can Thyroid Patients Take Flax Seeds in Hindi: थायराइड की समस्या के कारण स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ने लगती है। थायराइड कंट्रोल करने के लिए लोग अक्सर दवाइयों का सहारा लेते हैं। थायराइड आमतौर पर दो प्रकार का होता है, हाइपरथायराइडिज्म और हाइपोथायराइडिज्म। थायराइड को कंट्रोल करने और इसके लक्षणों से राहत पाने के लिए लोग अक्सर घरेलू नुस्खों को भी अपनाना पसंद करते हैं। आयुर्वेद में ऐसी कई औषधि हैं, जो हमारे शरीर के त्रिदोषों यानी वात, पित्त और कफ को संतुलित करने में मदद करता है। इन्हीं में से एक अलसी (Flaxseeds) का सेवन है। कई लोगों का मानना है कि अलसी का सेवन थायराइड में फायदेमंद होता है। तो आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानते हैं कि क्या थायराइड में अलसी खाना सही है या नहीं?

क्या थायराइड के मरीज अलसी खा सकते हैं?

आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार थायराइड में अलसी खाना फायदेमंद हो सकता है, लेकिन ये इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपको कौन-से टाइप का थायराइड है। हाइपोथायराइडिज्म में अलसी का सेवन फायदेमंद हो सकता है, लेकिन हाइपरथायराइडिज्म में अलसी का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, अगर आपको हाइपोथायराइडिज्म है तो आप अलसी का सेवन कर सकते हैं, लेकिन अगर हाइपरथायराइडिज्म है तो आपको अलसी खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ये आपके लक्षणों को बढ़ा सकता है।

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हाइपोथायराइडिज्म में अलसी खाने के फायदे

हाइपोथायराइड यानी जब आपके शरीर में थायराइड हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है, तब मरीज को अक्सर वजन बढ़ने, आलस बढ़ने, ठंड लगने, और कब्ज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आयुर्वेद के अनुसार इसके लक्षणों को कम करने में अलसी का सेवन फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर के गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने और थायराइड ग्लैंड को संतुलित करने में मदद कर सकता है और कब्ज की समस्या से राहत दिला सकता है। अलसी में पाए जाने वाले लिग्नान्स शरीर में हार्मोन संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं।

Flaxseeds For Thyroid

हाइपरथायराइडिज्म में अलसी का सेवन करने के नुकसान

अगर आपको हाइपरथायराइडिज्म यानी शरीर में थायराइड हार्मोन बहुत ज्यादा मात्रा में है तो अलसी खाना आपके सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। अलसी खाने से मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है और मरीज को बहुत ज्यादा गर्मी लगने, वजन कम होने, धड़कन तेज होने जैसे लक्षण ज्यादा नजर आ सकते हैं, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए, आयुर्वेद में हाइपरथायराइड के मरीजों को अलसी का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।

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थायराइड में अलसी का उपयोग कैसे करें?

हाइपोथायराइडिज्म में अलसी का सेवन करने के लिए आप दिन में 1-2 चम्मच पिसी हुई अलसी को गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं। आप चाहे तो इसे चाय, सब्जी या सलाद में मिलाकर भी खा सकते हैं। अलसी को भूनकर या इसके लड्डू बनाकर भी खाया जा सकता है। लेकिन, ध्यान रहे ज्यादा मात्रा में अलसी का सेवन आपके शरीर में पित्त से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है। इसलिए, इसे प्रेग्नेंट महिलाओं को भी देने से बचना चाहिए या हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।

निष्कर्ष

आयुर्वेद के अनुसार थायराइड में अलसी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। लेकिन सिर्फ हाइपोथायराइड से पीड़ित मरीजों को ही इसे खाना चाहिए, न कि हाइपरथायराइडिज्म से पीड़ित मरीजों को।

Image Credit: Freepik

FAQ

  • थायराइड होने से क्या दिक्कत होती है?

    थायराइड ग्लैंड में गड़बड़ी होने से कई समस्याएं हो सकती हैं, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है, वजन बहुत ज्याद बढ़ या घट सकता है और मूड स्विंग की समस्या भी काफी आम हो जाती है। 
  • आयुर्वेद के अनुसार अलसी का सेवन कैसे करें?

    आयुर्वेद के अनुसार, अलसी का सेवन आप भूनकर या भिगोकर कर सकते हैं, क्योंकि साबुत अलसी को पचा पाना मुश्किल हो सकता है। 
  • रोजाना अलसी खाने से क्या होता है?

    अलसी का सेवन स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं में फायदेमंद होता है। इसे खाने से दिल से जुड़ी समस्याएं दूर होती है, पाचन में सुधार होता है और स्किन या बालों के लिए भी ये फायदेमंद होता है। 

 

 

 

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