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Stress: क्या तनाव के कारण ब्राउन डिस्चार्ज हो सकता है? जानें डॉक्टर से

Does Stress Cause Brown Discharge In Hindi: तनाव के कारण महिला के शरीर में हार्मोन प्रभावित हो जाते हैं, जिससे ब्राउन डिस्चार्ज की समस्या हो सकती है।
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Stress: क्या तनाव के कारण ब्राउन डिस्चार्ज हो सकता है? जानें डॉक्टर से

Can Stress Cause Brown Discharge: महिलाओं को ब्राउन डिस्चार्ज किसी भी कारण हो सकता है। जैसे पीरियड्स से पहले या बाद में, ओवुलेशन पीरियड में, मेनोपॉज के दौरान या कंसीव करने के शुरुआती महीनों में। इस तरह देखा जाए, तो ब्राउन डिस्चार्ज या स्पॉटिंग होना महिलाओं के लिए हैरानी की बात नहीं है। लगभग हर महिला को पीरियड्स के अलावा भी स्पॉटिंग या लाइट ब्लीडिंग होती है। अगर महिला का स्वास्थ्य सही है, तो यह समस्या अपने आप एक-दो दिन में ठीक हो जाती है। लेकिन, कभी-कभी ब्राउन डिस्चार्ज का सटीक कारण समझ नहीं आता है। क्योंकि न तो वह पीरियड्स के आसपास होता है और न ही प्री-मेनोपॉज की वजह से होता है। कुछ लोगों का मानना है कि तनाव यानी स्ट्रेस के कारण भी ब्राउन डिस्चार्ज हो सकता है। यहां हर महिला के लिए यह जान लेना आवश्यक हो जाता है कि क्या वाकई तनाव के कारण ब्राउन डिस्चार्ज हो सकता है? या फिर यह महज एक मिथक है? वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से जानते हैं इसके बारे में।

क्या तनाव के कारण ब्राउन डिस्चार्ज हो सकता है?- Can Stress Cause Brown Discharge In Hindi

Can Stress Cause Brown Discharge In Hindi

यह बात हम सभी जानते हैं कि स्ट्रेस बढ़ने से हमारे हार्मोन के स्तर में बदलाव होने लगता है। ऐसे में मेंस्ट्रुएशन साइकिल भी डिस्टर्ब हो जाता है। इस स्थिति में कुछ महिलाओं के पीरियड्स लेट आते हैं, तो कुछ महिलाओं के जल्दी आ जाते हैं। यही नहीं, कुछ महिलाआें के पीरियड्स औसतन दिनों से ज्यादा चलते हैं, तो कुछ महिलाओं की ब्लीडिंग एक या दो दिन में रुक जाती है। इसके पीछे स्ट्रेस, हार्मोनल बदलाव और खराब जीवनशैली को जिम्मेदार माना जाता है। इसी तरह, स्ट्रेस बढ़ने के कारण महिलाओं के शरीर में कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। इससे सेक्स हार्मोन का प्रोडक्शन प्रभावित होने लगता है। यही कारण है कि महिला के मेंस्ट्रुएशन साइकिल इफेक्ट हो सकता है और उन्हें ब्राउन डिस्चार्ज भी आ सकता है। आमतमौर पर, स्ट्रेस बढ़ने पर न सिर्फ ब्राउन डिस्चाज होने लगता है, बल्कि महिलाओं को अन्य परेशानियां भी होने लगती हैं, जैसे नींद न आना, फोकस करने में परेशानी महसूस होना, भूख न लगना, हाथ-पांव और मांसपेशियों में तकलीफ होना आदि। जैसे-जैसे शारीरिक रूप से महिलाएं कमजोरी महसूस करती हैं, वैसे-वैसे भी उनका मेंस्ट्रुअल साइकिल भी प्रभावित होता है और बिना वजह ब्राउन डिस्चार्ज भी आ सकता है।

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ब्राउन डिस्चार्ज होने पर कब जाएं डॉक्टर के पास

Can Stress Cause Brown Discharge In Hindi

यूं तो ब्राउन डिस्चार्ज होना कोई गंभीर समस्या नहीं है। यह अपने आप एक से दो दिन में ठीक हो जाता है। लेकिन, अगर किसी महिला को तीन से ज्यादा समय तक ब्राउन डिस्चार्ज रिलीज होता है, तो उन्हें इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि इतने लंबे समय तक ब्राउन डिस्चार्ज होना, सही स्वास्थ्य की ओर इशारा नहीं करता है। ब्राउन डिस्चार्ज के साथ-साथ अगर आपको इचिंग, पेल्विक एरिया में दर्द और यूरिन पास करते समय जलन हो, तो डॉक्टर के पास जाने में बिल्कुल देरी न करें।

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किन बीमारियों का संकेत हो सकता है ब्राउन डिस्चार्ज

  • पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज। यह समस्या होने पर महिला के इंटरनर रिप्रोडक्टिव ऑर्गन में सूजन आ जाती है।
  • ओवरियन सिस्ट। हर महिला के पास दो ओवरीज होती हैं। ओवरी के अंदर या बाहर छोटी-छोटी गांठें बनने को ओवरियन सिस्ट कहा जाता है। ओवरियन सिस्ट होने पर भी ब्राउन डिस्चार्ज हो सकता है।
  • यूटेरिन फाइब्रॉएड। यह गर्भाशय से जुड़ी बीमारी है। इस समस्या के होने पर महिला के लिए कंसीव करना मुश्किल हो सकता है। ब्राउन डिस्चार्ज होना इसका एक लक्षण हो सकता है।
  • एक्टोपिक प्रेग्नेंसी। इस तरह की प्रेग्नेंसी का मतलब है कि गर्भ, गर्भाशय में न ठहरक आसपास के हिस्से में ठहर गया है। ऐसी जगह गर्भ का ठहरना सामान्य नहीं होता है, क्योंकि यहां गर्भ सही से विकास नहीं कर सकता है और यह मां के लिए भी जानलेवा हो सकता है।

All Image Credit: Freepik

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