समय के साथ लोगों की आदतों और लाइफस्टाइल में बदलाव हुआ है। आज के दौर में अधिकतर युवा घर के बने पौष्टिक आहार की जगह पर बाहर का जंक फूड या तला भूना आहार खाना ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन, डॉक्टर और एक्सपर्ट बताते हैं कि लोगों की बदलती आदतों का सीधा असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। यही कारण है कि आज के समय में ज्यादातर लोगों को कब्ज की समस्या (Constipations) का सामना करना पड़ता है। काम की टेंशन या सोशल मीडिया पर घंटों दोस्तों के साथ चैटिंग करते हुए लोगों को रात में सोने कोई निश्चित समय नहीं है। ऐसे में नींद की कमी से सेहत के साथ ही पाचन तंत्र पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इस लेख में नारायणा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर गौरव जैन से जानते हैं कि क्या नींद की कमी से कब्ज की समस्या (Can Poor Sleep Schedule Cause Constipation) हो सकती है।
नींद और पाचन तंत्र के बीच क्या कनेक्शन होता है? - Connection Between Poor Sleep And Constipation In Hindi
नींद और पाचन तंत्र एक दूसरे से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। जब हम सोते हैं, तो हमारा शरीर रिपेयर और रिकवरी की प्रक्रिया से गुजरता है, जिसमें पाचन तंत्र भी शामिल होता है। नींद की कमी या नींद का खराब शेड्यूल पाचन प्रक्रिया को धीमा कर सकता है, जिससे कब्ज की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
जब हम पूरी और गहरी नींद लेते हैं, तो हमारा शरीर पाचन तंत्र को नियमित करने के लिए आवश्यक हार्मोन और न्यूरोट्रांसमीटर्स (Neurotransmitters) का उत्पादन करता है। ये हार्मोन आंतों की गति (बॉवेल मूवमेंट्स) को नियंत्रित करते हैं, जिससे मल त्यागना आसान होता है। लेकिन जब नींद में गड़बड़ी होती है, तो इन हार्मोन्स का उत्पादन (Hormones Production) सही से नहीं हो पाता, जिससे आंतों की गति धीमी हो जाती है और मल सख्त हो जाता है। ऐसे में व्यक्ति को गैस, एसिडिटी और कब्ज की समस्या हो सकती है।
नींद की कमी कैसे कब्ज का कारण बनती है?- How Poor Sleep Cause Of Constipation in Hindi
हार्मोनल असंतुलन
नींद की कमी से शरीर में तनाव हार्मोन (hormones imbalance) जैसे कोर्टिसोल का स्तर बढ़ सकता है। कोर्टिसोल आंतों की गति को धीमा कर सकता है, जिससे मल त्यागने में कठिनाई होती है। इसके अलावा, नींद की कमी से मेलाटोनिन और सेरोटोनिन हार्मोन का उत्पादन भी कम हो सकता है, यह हार्मोन्स आंतों की गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं।
सर्केडियन रिदम का बिगड़ना
हमारा शरीर प्राकृतिक घड़ी (सर्केडियन रिदम-circadian rhythm) के अनुसार काम करता है। यह घड़ी सोने और जागने का समय निर्धारित करती है। सर्केडियन रिदम में गड़बड़ी से पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है। अगर आप देर रात तक जागते हैं और पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो यह आंतों की सामान्य क्रियाओं को बाधित कर सकता है, जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है।
मेटाबोलिज्म प्रक्रिया का धीमा होना
पर्याप्त नींद न लेने से शरीर का मेटाबोलिज्म धीमा (Slow Metabolism) हो जाता है। जब मेटाबोलिज्म धीमा होता है, तो पाचन प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है, जिससे आंतों में मल का निर्माण देरी से हो सकता है। इससे धीरे-धीरे मल सख्त हो सकता है, जिससे कब्ज की समस्या उत्पन्न होती है।
कब्ज से बचाव के लिए क्या करें? - How To Protect From Constipation In Hindi
- लाइफस्टाइल में सोने और जागने के समय को निर्धारित करें
- सुबह के समय मेडिटेशन या एक्सरसाइज करें
- फाइबर युक्त आहार का सेवन करें
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
- जंक फूड खाने से बचें।
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Can Poor Sleep Schedule Cause Constipation In Hindi: पर्याप्त नींद न लेने की वजह से आपको स्ट्रेस, तनाव और अवसाद हो सकता है। साथ ही, कब्ज की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। इससे बचने के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव कर सकते हैं।