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लड़कियों और महिलाओं को लिपस्टिक लगाना बहुत पसंद होता है। इससे उनकी खूबसूरत में चार चांद लग जाते हैं। हर महिला के पर्स में एक-दो लिपस्टिक शेड्स जरूर मिल जाते हैं। हाल के सालों में तो लिपस्टिक के ढेरों शेड्स आ गए हैं और तरह-तरह की कंपनियां भी मौजूद हैं, जो प्रोडक्ट की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देते हैं। इसका मतलब है कि लिपस्टिक ऐसे बनाए जाते हैं, जिससे लिप्स को किसी तरह का नुकसान न हो। मगर क्या आप जानते हैं कि लिपस्टिक को किडनी और पेट के कैंसर से जोड़कर भी देखा जाता है। कई लोगों का मानना है कि लिपस्टिक में ऐसे तत्व होते हैं, जिसकी वजह से किडनी या पेट का कैंसर हो सकता है। आइए, इंदौर स्थित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. शीना कपूर से जानते हैं इस बात में कितनी सच्चाई है या यह महज एक मिथक है।
क्या वाकई लिपस्टिक से किडनी और पेट का कैंसर होता है?- Can Lipstick Cause Kidney And Stomach Cancers
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निश्चित रूप से महिलाओं को लिपस्टिक पसंद होती है, लेकिन यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से भी संबंधित होती है। हालांकि, यह कहना सही नहीं होगा कि बार-बार और लंबे समय तक लिपस्टिक यूज करने की वजह से किडनी और पेट का कैंसर हो सकता है। फिर भी इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि लिपस्टिक का ओवर यूज करने से कई तरह की गंभीर बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है। असल में, लिपस्टिक में लेड और कैडमियम जैसे हैवी मेटल का यूज किया जाता है, जिसे कैंसर से जोड़कर देखा जाता है। NCBI में प्रकाशित एक लेख से पता चलता है, "जब आप लिपस्टिक में मौजूद मेटल को अनजाने में बहुत ज्यादा मात्रा में कंज्यूम कर लेते हैं, तो इसकी वजह से किडनी डैमेज होने का रिस्क रहता है और कई अन्य कैंसर का जोखिम भी बना रहता है।"
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लिपस्टिक स्वास्थ्य समस्या को कैसे बढ़ाता है?

हैवी मेटलः अच्छी क्वालिटी की लिपस्टिक में खराब क्वालिटी के प्रोडक्ट्स का यूज नहीं किया जाता है, लेकिन कई ब्रांड हैं, जो अपने प्रोडक्ट में हैवी मेटल का यूज करते हैं। इसमें लेड और कैडमियम शामिल हैं। अगर जाने-अनजाने अधिक मात्रा में इसको कंज्यूम कर लिया जाए, तो स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या हो सकती है।
पैराबेनः यह एक तरह का प्रिजर्वेटिव है। इसका उपयोग कई तरह के स्किन प्रोडक्ट्स में किया जाता है। पैराबेन्स हार्मोन को प्रभावित करते हैं क्योंकि वे एंडोक्राइन डिसरप्टर की तरह काम करते हैं। कहने का मतलब है कि वे शरीर में एस्ट्रोजेन जैसे हार्मोन की नकल कर सकते हैं, हार्मोन बनने की प्रक्रिया में बाधा डाल सकते हैं। यहां तक कि हार्मोन का स्तर बदल सकते हैं। यह भी स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है।
एलर्जीः आपने नोटिस किया होगा कि कई लोगों को लिपस्टिक से एलर्जी होती है। असल में, जब लिपस्टिक में कई ऐसे इंग्रिडिएंट्स पाए जाते हैं, जैसे फ्रेंगेंस, लेनोलिन और कलर, जिससे एलर्जी ट्गिर हो सकती है। अगर किसी को इन तत्वों से एलर्जी है, तो उन्हें अपने लिए सही प्रोडक्ट का ही यूज करना चाहिए।
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लिपस्टिक से होने वाले रिस्क को कैसे कम करें?
- अगर कोई महिला नियमित रूप से लिपस्टिक यूज करती है, तो बेहतर है ब्रांडेड और अच्छी कंपनी का ही यूज करें।
- जब भी लिपस्टिक खरीदें, तो उसकी सेफ्टी स्टैंडर्ड्स को चेक कर लें। साथ ही यह भी जान लें कि उसमें किस-किस तरह का प्रोडक्ट यूज किया गया है।
- कोशिश करें कि नियमित रूप से लिपस्टिक का यूज न करें। समय-समय पर गैप दे दें।
- रात को सोने से पहले लिपस्टिक रिमूव करना न भूलें। रात भर होंठों पर लिपस्टिक लगी रहना सही नहीं है। इससे होंठों को नुकसान हो सकता है।
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निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि अगर आप सही क्वालिटी और ब्रांडेड कंपनी की लिपस्टिक यूज करते हैं, तो इससे जोखिम कम होते हैं। हां, अगर आप रेगुलर और लंबे समय तक लिपस्टिक लगाते हैं, तो इससे कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम जुड़े हैं। इसमें किडनी डैमेज और कई तरह के कैंसर का रिस्क भी शामिल है। बेहतरी इसी में है कि आप लिपस्टिक के यूज को लिमिट करें और जब जरूरी न हो, तो इसे होंठों पर लगाने से बचें।
All Image Credit: Freepik
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Nov 06, 2025 17:19 IST
Published By : Meera Tagore