Can HPV Lead To Penile Cancer In Hindi: ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) वायरस स्किन से स्किन के कॉन्टैक्ट में आने से फैलता है। यह संक्रमण मुख्य रूप से शारीरिक संबंध बनाने के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे तक फैलता है। इस एक यौन संचारित संक्रमण माना जाता है। एचपीवी वायरस कई तरह कैंसर का कारण बन सकता है। दुनियाभर में इस वायरस के चलते लाखों लोग कैंसर का शिकार होते हैं। डॉक्टर्स बताते हैं कि ह्यूमन पैपिलोमा वायरस गर्भाशय (Cervical Cancer), वजाइनल (Vaginal Cancer), एनल (Anal Cancer), ओरल (Oral Cancer) और गले के कैंसर (Throat Cancer) की वजह बन सकता है। यह वायरस कैंसर के अलावा संक्रमण को गर्भाशय और अन्य भागों तक भी फैल सकता है। इससे बचने के लिए किशोरावस्था में महिला व पुरुष को एचपीवी वैक्सीन लगाने की सलाह दी जाती है। शारीरिक संबंध बनने के जोखिम के बारे में एचपीवी इंफेक्शन को समझते हुए लोगों के मन में प्रश्न उठता है कि क्या एचपीवी वायरस पुरुषों के प्राइवेट पार्ट के कैंसर यानि (लिंग का कैंसर- Penile Cancer) का कारण बन सकता है? इस लेख में मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले से जानते हैं कि क्या एचपीवी के कारण पेनाइल कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है?
पेनाइल कैंसर क्या है? - What is Penile Cancer In Hindi
पेनाइल कैंसर पुरुषों के लिंग की त्वचा या अंदरूनी टिश्यू में विकसित होता है। यह एक दुर्लभ कैंसर माना जाता है। लेकिन, सही समय पर इस रोग पर ध्यान न दिया जाए, तो यह गंभीर हो सकता है। यह कैंसर मुख्य रूप से तब होता है जब कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का निर्माण करती हैं।
एचपीवी और पेनाइल कैंसर के बीच संबंध - Connection Between HPV And Penile Cancer in Hindi
डॉक्टर्स के मुताबिक कई स्टडी से पता चलता है कि एचपीवी संक्रमण महिलाओं की तरह की पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। यह अन्य कैंसर की तरह ही पुरुषों में पेनाइल यानि लिंग का कैंसर कारण बन सकता है। हालांकि इसके होने की संभावना कम होती है। लेकिन, इसको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। कुछ मामलों में देखा गया है कि एचपीवी वायरस के कुछ प्रकार जैसे एचपीवी 16 और एचपीवी 18 लिंग की कोशिकाओं को डीएनए को प्रभावित कर सकता है। वहीं जिन लोगों को एचपीवी संक्रमण लंबे समय तक बना रहता है, तो यह कैंसर में बदल सकता है। कई बार यह एचपीवी इंफेक्शन की वजह से पुरुषों की कोशिकाएं अनियंत्रित हो जाती हैं, जिससे ट्यूमर बन सकता है, जो बाद में कैंसर का रूप लेता है।
पेनाइल कैंसर के लक्षण- Symptoms Of Penile Cancer In Hindi
पेनाइल कैंसर के शुरुआती लक्षण हल्के हो सकते हैं, लेकिन समय के साथ गंभीर हो सकते हैं। आगे जानते हैं इनके बारे में।
- लिंग पर घाव या गांठ का बनना।
- प्राइवेट पार्ट की त्वचा और बनावट में बदलाव होना।
- पेशाब करते समय दर्द महसूस होना।
- कुछ मामलों में पेशाब के साथ मवाद या खून आना।
- प्राइवेट पार्ट में जलन बनी रहना, आदि।
एचपीवी इंफेक्शन से बचाव कैसे किया जा सकता है? - Prevention Tips Of HPV Infection In Hindi
- एचपीवी संक्रमण से बचाव के लिए आप किशोरावस्था में ही एचपीवी वैक्सीन लगाएं।
- शारीरिक संबंध बनाते समय कंडोम का उपयोग करें।
- शारीरिक संबंध बनाने के बाद प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई रखें।
- धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें।
- इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए पौष्टिक चीजों का सेवन करें।
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एचपीवी इंफेक्शन के शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करें। इसके लक्षण दिखाई देने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पैनाइल कैंसर का सर्जरी, रेडिएशन, कीमोथेरेपी और इम्यून थेरेपी से इलाज किया जा सकता है। इससे बचाव के लिए आप डॉक्टर से मिलकर एचपीवी वैक्सीन समय पर लगाएं।