Can Breast Cancer Come Back After A Mastectomy In Hindi: मास्टेक्टॉमी एक तरह की सर्जरी है, जिसमें ब्रेस्ट या इसके आसपास के टिश्यूज को काटकर निकाल दिया जाता है। कभी-कभी लिम्फ नोड्स भी हटा दिए जाते हैं। इस सर्जरी का इस्तेमाल उन महिलाओं पर किया जाता है, जिन्हे ब्रेस्ट कैंसर है। असल में, यह प्रक्रिया ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के तौर पर किया जाता है। कुछ मामलों में, स्तन कैंसर को रोकने में मदद करने के लिए मास्टेक्टॉमी की जाती है। इस सर्जरी की मदद से ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है। लेकिन, यहां यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या मास्टेक्टॉमी यानी स्तन टिश्यूज निकाले जाने के बाद ब्रेस्ट कैंसर के होने का जोखिम पूरी तरह कम हो जाता है? या इस प्रक्रिया के बाद भी ब्रेस्ट कैंसर दोबारा हो सकता है? आइए, जानते हैं इस संबंध में रोहतक स्थित Positron Superspeciality and Cancer Hospital में वरिष्ठ ओंकोलॉजिस्ट डॉ. मनीष का क्या कहना है।
क्या स्तन टिश्यू काटकर निकालने के बाद भी ब्रेस्ट कैंसर दोबारा हो सकता है?- Can Breast Cancer Come Back After A Mastectomy In Hindi
यह सच है कि ब्रेस्ट कैंसर के लिए मास्टेक्टॉमी की जाती है। इससे ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है और बचाव के लिए भी यह बेहतरीन तरीका है। लेकिन, यह कहना कि मास्टेक्टॉमी के बाद ब्रेस्ट कैंसर दोबारा नहीं हो सकता है, सही नहीं होगा। मेयोक्लिनिक में प्रकाशित एक लेख की मानें, "मास्टेक्टॉमी करवाने के बावजूद ब्रेस्ट कैंसर के दोबारा होने का जोखिम बना रहता है। मास्टेक्टॉमी के बाद ब्रेस्ट कैंसर चेस्ट वॉल के पास मौजूद टिश्यूज या स्किन के अंदर फिर से हो सकता है।" नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट मानें, "जिन महिलाओं ने मास्टेक्टॉमी करवाया है, उनमें से 5 फीसदी महिलाओं को 10 साल के अंदर से फिर से ब्रेस्ट कैंसर हो गया था।" इस रिपोर्ट से भी यह स्पष्ट हो जाता है कि मास्टेक्टॉमी के बावजूद ब्रेस्ट कैंसर के दोबारा होने का जोखिम बना रहता है।
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मास्टेक्टॉमी से कैसे ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क कम होता है
विशेषज्ञों की मानें, तो बीआरसीए 1 या बीआरसीए 2 जीन में हानिकारक परिवर्तन वाली महिलाओं में मास्टेक्टॉमी की मदद से 95 फीसदी तक ब्रेस्ट कैंसर के दोबारा होने के रिस्क को कम किया जा सकता है। वहीं, अगर किसी महिला की फैमिली हिस्ट्री में ब्रेस्ट कैंसर मौजूद है, तो उनमें करीब 90 फीसदी तक इसके जोखिम को कम किया जा सकता है।
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मास्टेक्टॉमी कब की जाती है
मास्टेक्टॉमी एक ऐसी प्रक्रिया है, जो ब्रेस्ट कैंसर होने पर या इसके जोखिम को कम करने के लिए की जाती है। आमतौर पर जिन महिलाओं की फैमिली हिस्ट्री में ब्रेस्ट कैंसर मौजूद है या जिन्हें इसके होने रिस्क बहुत ज्यादा है, उनकी मास्टेक्टॉमी की जाती है। इसके अलावा, किसी की महिला की 30 साल की उम्र से पहले रेडिएशन थेरेपी की गई है, तब भी मास्टेक्टॉमी करवाई जा सकती है।
मास्टेक्टॉमी के बाद दोबारा ब्रेस्ट कैंसर होने के लक्षण
- ब्रेस्ट या इसके आसपास फिर से नए गांठ का नजर आना
- ब्रेस्ट की स्किन में बदलाव होना
- त्वचा में सूजन और रेडनेस होना
- निप्पल से स्राव होना
- मास्टेक्टॉमी के कारण प्रभावित हिस्से की स्किन का मोटा होना या वहां स्कार नजर आना।
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