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क्या हीटवेव से माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है? जानें बचाव के उपाय

Heatwave And Migraine Attacks: अचानक शरीर के तापमान में बदलाव, शरीर में पानी की कमी और उमस आदि की वजह से माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है।
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क्या हीटवेव से माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है? जानें बचाव के उपाय


Heatwave And Migraine Attacks: माइग्रेन भी मानसिक तनाव, खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गड़बड़ी और शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी स्थितियों के कारण होने वाली गंभीर परेशानी है। गर्मी के मौसम में माइग्रेन का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में माइग्रेन के मरीजों की समस्याएं भी ट्रिगर हो सकती हैं। तापमान बढ़ने और शरीर में पानी की कमी होने के कारण माइग्रेन अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। माइग्रेन में हमेशा सिर के एक हिस्से में तेज दर्द की समस्या होती है। इसके अलावा माइग्रेन के मरीज लाइट या तेज आवाज की वजह से भी परेशान हो सकते हैं। माइग्रेन में होने वाला सिरदर्द गंभीर और तेज होता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, गर्मियों में माइग्रेन कैसे ट्रिगर होता है और बचाव के टिप्स।

हीटवेव से ट्रिगर हो सकता है माइग्रेन- Heatwave Can Cause Migraine Attacks in Hindi

गर्मी, उमस और हीटवेव की वजह से माइग्रेन की समस्या ट्रिगर हो सकती है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "अचानक शरीर के तापमान में बदलाव, शरीर में पानी की कमी और उमस आदि की वजह से माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। इसकी वजह से माइग्रेन के मरीजों में माइग्रेन अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।"

Heatwave Can Cause Migraine Attacks in Hindi

हीटवेव और माइग्रेन अटैक में ये संबंध होते हैं-

1. डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण): पसीने के कारण शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है, जो माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है।

2. तापमान में अचानक बदलाव: हीटवेव के कारण अचानक तापमान में वृद्धि हो सकती है, जिससे शरीर का थर्मोरेग्यूलेशन (तापमान संतुलन) प्रभावित होता है।

3. पर्यावरणीय कारक: उच्च तापमान, उमस और सूरज की तीव्र किरणें माइग्रेन के संभावित ट्रिगर होते हैं।

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माइग्रेन अटैक से बचने के उपाय- How To Manage Migraine Attack in Hindi

हीटवेव के कारण माइग्रेन अटैक ट्रिगर होने का खतरा रहता है। बचाव के लिए अपनाएं ये टिप्स-

1. हाइड्रेशन बनाए रखें

  • गर्मियों में पानी की कमी से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
  • इलेक्ट्रोलाइट्स संतुलित करने के लिए नारियल पानी, नींबू पानी, और फलों का रस सेवन करें।
  • कैफीन और अल्कोहल का सेवन कम करें, क्योंकि ये निर्जलीकरण को बढ़ावा देते हैं।

2. ठंडे और आरामदायक वातावरण में रहें

  • अत्यधिक गर्मी से बचने के लिए घर के अंदर रहें और एसी या पंखे का उपयोग करें।
  • बाहरी गतिविधियों को सुबह या शाम के समय करने की कोशिश करें जब तापमान कम हो।
  • सूरज की सीधी किरणों से बचने के लिए धूप का चश्मा, टोपी, और हल्के कपड़े पहनें।

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3. नींद सुधारें

  • नियमित और पर्याप्त नींद लें। 
  • सोने का एक निश्चित समय निर्धारित करें और उसका पालन करें।
  • सोने के कमरे को ठंडा और अंधेरा रखें।

4. हेल्दी डाइट का सेवन

  • छोटे और बार-बार भोजन करें। 
  • स्वस्थ और संतुलित आहार लें जिसमें ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों।
  • अत्यधिक मीठे, तले हुए और जंक फूड से बचें।

5. स्ट्रेस कम करें

  • योग, ध्यान, और गहरी साँस लेने की तकनीकों का अभ्यास करें।
  • तनाव और चिंता को कम करने के लिए समय-समय पर आराम करें।

हीटवेव के दौरान माइग्रेन ट्रिगर होने का खतरा बना रहता है। इसे कंट्रोल करने के लिए ऊपर बताई गई बातों का ध्यान रखें। हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम और योग का अभ्यास करने से आप इस स्थिति का शिकार होने से बच सकते हैं। गर्मी या हीटवेव में माइग्रेन ट्रिगर होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

(Image Courtesy: freepik.com)

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