Can All Purees Are Good For Babies In Hindi: शिशु को जन्म के बाद से मां का दूध देने की सलाह दी जाती है। दरअसल, डॉक्टर कहते हैं कि बच्चे को संपूर्ण विकास के लिए मां का दूध ही जरूरी होता है। जन्म के बाद बच्चे की पाचन क्रिया आहार को पचाने में सक्षम नहीं होती है। ऐसे में बच्चे को ब्रेस्ट मिल्क ही दिया जाता है। लेकिन, जब शिशु छह माह का हो जाता है तो उसको प्यूरी के रूप में ठोस आहार की शुरुआत की जाती है। इससे शिशु अलग-अलग फल, सब्जियों और दाल के स्वाद से परिचित होता है। छह माह तक शिशु के दांत नहीं निकले होते हैं, तो ऐसे में आहार को न चबा पाने के लिए उसे प्यूरी दी जाती है। यह पचाने में भी आसान होती हैं। लेकिन, कई बार माता-पिता के मन में प्रश्न उठता है कि क्या हर तरह की प्यूरी बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हेल्दी होती है? इस प्रश्न का जबाव इंस्टाग्राम में प्रेग्नेंसी और शिशुओं की सेहत से जुड़ी जानकारी देने वाली शीतल सत्या से जानते हैं?
शिशु के लिए प्यूरी क्यों जरूरी है?
प्यूरी शिशुओं के आहार की शुरुआत के लिए सबसे उपयुक्त रूप है, क्योंकि यह नरम और आसानी से पचने योग्य होता है। यह बच्चों को ठोस आहार और भोजन के लिए ट्रेंड करता है। यह शिशु को आहार के प्रति रूचि बनाने में मदद करती है। साथ ही, यह बच्चे को चीजों को आसान से निगलने में भी मदद करती हैं।
क्या सभी तरह की प्यूरी शिशु के लिए फायदेमंद होती है? - Can All Puree Are Healthy For Babies In Hindi
शिशु को आहार की आदत बनाने में थोड़ा समय लग सकता है। ऐसे में माता-पिता बच्चे को प्यूरी दे सकते हैं। लेकिन, सवाल उठता है कि क्या हर तरह की प्यूरी शिशु की सेहत के लिए आवश्यक होती है। ऐसे में आगे जानते हैं कि क्या कहती हैं एक्सपर्ट।
- हमेशा प्यूरी देने की वजह से बच्चे को गैग्लींग की समस्या हो सकती है। इसमें बच्चा प्यूरी को खाते समय आहार को बाहर निकाल सकता है। साथ ही, उसको कई चीजों को निगलने में परेशानी हो सकती है।
- कई बार कुछ शिशुओं के लिए प्यूरी को निगलना पसंद नहीं होता है।
- प्यूरी बच्चे के पेट में ज्यादा जगह लेती हैं, साथ ही इनमें पोषक तत्वों की भी कमी होती है।
- अन्य आहार प्यूरी के मुकाबले अधिक पोषक तत्वों से युक्त होते हैं। उदाहरण के लिए दाल का पानी और चावलों का पानी में कम पोषक तत्व होते हैं। जबकि, दाल और खिचड़ी आदि में पोषक तत्व ज्यादा होते हैं।
- लेकिन, यह कहना गलत होगा कि शिशु को प्यूरी नहीं देनी चाहिए। इसकी जगह पर आप प्यूरी के साथ सेमी थिक फूड्स जैसे खिचड़ी, दही या अन्य सॉफ्ट आहार को बच्चे को खाने के लिए दे सकते हैं।
- बच्चों को चबाना और निगलना सिखने के लिए यह एक हेल्दी एक्टिविटी हो सकती है।
इसे भी पढ़ें : जन्म के शुरुआती दिनों में बच्चों को हो सकती हैं ये 5 समस्याएं, डॉक्टर से जानें बचाव के उपाय
View this post on Instagram
शिशु के विकास के लिए उन्हें धीरे-धीरे कई तरह की चीजें सिखाई जाती हैं। जिसमें खाने की आदत एक महत्वपूर्ण और मुख्य आदत मानी जाती है। यदि, बच्चे को निगलने में ज्यादा परेशानी हो रही है तो ऐसे में आप बच्चों के डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।