
कैम्पिलोबैक्टर इंफेक्शन (Campylobacter Infection) एक ऐसा इंफेक्शन है जिसका मुख्य कारण बैक्टीरिया होता है। यह हमें संक्रमित पानी या खाना खाने से हो सकता है। अच्छी तरह से हाथ धोना और पका व सुरक्षित भोजन और साफ पानी पीने से कैम्पिलोबैक्टर इंफेक्शन (Campylobacter Infection) को रोका जा सकता है। वैसे तो यह कुछ दिनों बाद अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन कभी-कभी इस बैक्टीरिया से बचने के लिए एंटीबायोटिक का सेवन भी करना पड़ सकता है। असल में कैम्पिलोबैक्टर बैक्टीरिया (Campylobacter Bacteria) कई जंगली और घरेलू जानवरों की आंतों में रहते हैं। ये फूड बार्न इलनैस इंफेक्शन (Foodborne Illnes) भी कहलाते हैं।
कैम्पिलोबैक्टर इंफेक्शन के कारण (Campylobacter infection causes)
ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में पशु मल,भोजन, मांस (विशेष रूप से चिकन), पानी (जहां जानवर चरते हैं, और अनपश्चुराइज्ड दूध व पानी के द्वारा पास हो सकते हैं। कैम्पिलोबैक्टर बैक्टीरिया मानव शरीर में प्रवेश करते ही बड़ी और छोटी आंत की दीवारों पर अटैक करता है। इसके अलावा व शरीर के अन्य हिस्सों पर भी हमला कर सकता है। ये बैक्टीरिया छोटे बच्चों में गंभीर लक्षण का संकेत हो सकता है खासकर कि जिन बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होती है। यह शिशु की ब्लड स्ट्रीम में पहुंच सकता है। उस स्थिति को बैक्टीरीमिया भी कहते हैं। आंकड़ों के अनुसार लगभग 2 मिलियन लोग हर साल इस बैक्टीरिया से संक्रमित होते हैं। जिनमें अधिकांश नवजात, 1 या 2 साल के शिशु, किशोर या फिर जवान होते हैं।
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कैम्पिलोबैक्टर इंफेक्शन के लक्षण (Campylobacter Infection Symptoms)
यह इंफेक्शन अधिकतर एक हफ्ते तक रहता है और इसके होने के कुछ ही दिन बाद आपको निम्न लक्षण देखने को मिलेंगे।
- डायरिया कई बार खून सहित भी।
- जी मिचलाना।
- उल्टियां आना।
- पेट में दर्द होना।
- पेट फूलना।
- बुखार होना।
कुछ लोगों को इस इंफेक्शन के दौरान कोई भी लक्षण देखने को नही मिलता है।
कैंपिलोबैक्टर के संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी बातें (Preventive measurements from Campylobacter Infection)
- कैम्पिलोबैक्टर संक्रमण से बचने के लिए, साफ और शुद्ध पीने के पानी का उपयोग करें। यही नहीं दूध उबालकर पियें।
- बहुत से लोगों को बिना ही किसी उपचार के अपने आप ही यह इंफेक्शन ठीक हो जाता है। बस अगर आपको डायरिया हुआ है तो आप अधिक से अधिक तरल चीजें पियें।
- अगर आपको उल्टियां हो रही हैं तो आपको उन्हें रोकने की कोई जरूरत नही है क्योंकि आपका शरीर इसी तरह से इस इंफेक्शन से रिकवर होता है। हां, अगर आपको ज्यादा उल्टियां आती हैं तो आप अपने डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
- अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है तो आपके डॉक्टर आपको एजीथ्रोमाइसिन और साइप्रोफ्लॉक्सीन आदि कुछ दवाइयां भी दे सकते हैं।
- यदि आप किसी ट्रैवल पर हैं या कैंपिंग के लिए गए हैं तो साफ पानी की बोतल साथ में रखें।
- यदि आप कोई मीट पका रहे हैं, तो अपने हाथों को व मीट को अच्छी तरह से धोएं। स्वच्छता का ध्यान रखें और उचित प्रकार से पका कर ही खाएं।
- यदि आप किसी संक्रमित व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं तो अपने हाथों को एंटीबैक्टीरियल से अच्छी प्रकार से धोएं। विशेषकर उस व्यक्ति को छूने से पहले और बाद में,भोजन कराने से पहले और बाद में।
- दस्त वाले व्यक्ति के बाद शौचालय की सफाई करें। स्वच्छ और कीटाणु रहित शौचालय का ही प्रयोग करें।
- इसके अलावा, यदि पालतू कुत्ते या बिल्ली को दस्त है, तो अपने हाथों को साफ रखें व पशु चिकित्सक से सलाह लें।
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डॉक्टर के पास कब जाएं (When To See A Doctor)
अगर आपको एचआईवी या कैंसर है तो उसकी दवाइयों के कारण आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और यदि ऐसा है तो यह इंफेक्शन आपके खून में फैल सकता है। अगर आपको डायरिया या अन्य गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको अपने डॉक्टर के पास तुरंत जाना चाहिए। अगर आपको केवल नॉर्मल डायरिया है तो आप उसे किसी भी अन्य बीमारी जिसके द्वारा डायरिया होता है, उसके जैसे उपचार कर सकते हैं। लेकिन अगर आपको निम्न लक्षण दिखते है तो आपको डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए।
- दो दिन से अधिक दिन तक डायरिया रहना।
- स्टूल में खून आना।
- डिहाइड्रेशन होने के कुछ लक्षण दिखना।
- पेट में बहुत ज्यादा दर्द होना।
- 102 f से ज्यादा बुखार होना।
- उल्टी आने या जी मिचलाने के कारण कुछ पीने का मन न करना।
अगर आपको यह इंफेक्शन हो जाता है तो आपको घबराने की कोई जरूरत नही है। यह एक हफ्ते के अंदर ही ठीक हो सकता है। लेकिन ध्यान रखें की इस दौरान आप स्कूल या किसी काम पर न जाएं। अन्यथा आप दूसरे व्यक्तियों को भी संक्रमित कर सकते हैं। इससे ठीक होने के लिए घर पर केवल आराम करें और ज्यादा से ज्यादा साफ व उबला हुआ पानी पिएं।
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