थायराइड में फायदेमंद होती हैं ये 4 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां, जानें इस्तेमाल का तरीका

थायराइड में होने वाली परेशानियों को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक हर्ब्स का इस्तेमाल कर सकते है। आइए जानते हैं कुछ असरदार जड़ी-बूटियों के बारे में-
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थायराइड में फायदेमंद होती हैं ये 4 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां, जानें इस्तेमाल का तरीका


थायराइड एक ग्रंथि है, इससे थायरॉक्सिन नामक हार्मोन रिलीज होता है। यह हमारे शरीर में मेटाबॉलिज्म और एनर्जी के स्तर को कंट्रोल  करती है। ऐसे में थायराइड में किसी तरह की परेशानी होने पर थायरॉक्सिन हार्मोन का स्त्राव असंतुलित हो सकता है, जिसकी वजह से शरीर में मेटाबॉलिज्म और एनर्जी का स्तर प्रभावित होता है। थायराइड ग्रंथि प्रभावित होने की स्थिति को ही थायराइड कहा जाता है। इस समस्या का जड़ से इलाज काफी मुश्किल होता है। हालांकि, कई तरह के इलाज और घरेलू उपायों की मदद से थायराइड की समस्याओं को कंट्रोल किया जा सकता है। इन उपायों में आप आयुर्वेदिक हर्ब्स का भी सहारा ले सकते हैं। कुछ ऐसे आयुर्वेदिक हर्ब्स हैं, जिसकी मदद से थायराइड की परेशानियों (Ayurvedic herbs for thyroid) को कंट्रोल किया जा सकता है। 

थायराइड कंट्रोल के लिए आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic herbs for thyroid )

थायराइड की परेशानियों को कंट्रोल करने के लिए आप कई तरह के आयुर्वेदिक हर्ब्स जैसे- अश्वगंधा, ब्राह्मी, हल्दी इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में-

1. थायराइड में अश्वगंधा है प्रभावी (Ashwagandha)

आयुर्वेद में अश्वगंधा का विशेष महत्व होता है। यह थायराइड में होने वाली समस्याओं को कंट्रोल करने में प्रभावी हो सकता है। इसकी मदद से थायराइड की स्थिति में होने वाले तनाव को कम किया जा सकता है। अश्वगंधा मुख्य रूप से हाइपोथायरायडिज्म से प्रभावित लोगों के लिए फायदेमंद होता है। 

आयुर्वेद में अश्वगंधा का इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है, जो मूड सुधारने से लेकर तनाव कम करने में असरदार है। इसके साथ ही यह वजन को कंट्रोल करने में असरदार माना जाता है।

2. बिच्छू बूटी थायराइड रोगियों के लिए है फायदेमंद (Nettle)

बिच्छू बूटी थायराइड रोगियो के लिए फायदेमंद हो  सकती है। हालांकि, आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल एलर्जी में होने वाली परेशानियों के लिए अधिक किया जाता है, लेकिन इसमें कुछ हद तक थायराइड की परेशानियों को दूर करने का भी गुण पाया जाता है। बिच्छू बूटी की पत्तियों में सेलेनियम, जिंक, आयरन और मैग्नीशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो थायराइड हार्मोन को कंट्रोल करने में प्रभावी हो सकते हैं। 

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इसमें मुख्य रूप से मौजूद सेलेनियम में थायरायड डिजीज को कंट्रोल करने का गुण होता है। सेलेनियम थायराइड एंटीबॉडीज को कम करके इसके लक्षणों को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। 

3. थायराइड के लक्षणों को कम करे कलौंजी का तेल (Black cumin seed oil)

थायराइड में होने वाली समस्याओं को कंट्रोल करने के लिए आप कलौंजी का इस्तेमाल कर सकते हैं। कलौंजी में एंटी-फंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और कोलेस्ट्रॉल कम करने का गुण होता है। कलौंजी के तेल में थायराइड एंटीबॉडी को कम करने का गुण होता है।  इसके अलावा यह स्ट्रेस, एंग्जायटी के लक्षणों में सुधार कर सकता है। 

4. ब्राह्मी है फायदेमंद (Bacopa)

ब्राह्मी ज्यादातर मूड और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। यह थायराइड हार्मोन के उत्पादन में भी वृद्धि कर सकता है। ब्राह्मी के अर्क में लेवोथायरोक्सिन पाया जाता है, जो टी3 और टी4 में वृद्धि करता है। इसलिए यह हाइपोथायरॉइडिज्म (अंडर-एक्टिव थायराइड) के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकती है। इससे थायरायड ग्रंथि उत्तेजित होती है, जो थायराइड में होने वाले लक्षणों को कम कर सकता है। 

थायराइड की परेशानियों में आप इन आयुर्वेदिक हर्ब्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि इनका इस्तेमाल करने से पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें, ताकि इसकी सही खुराक और इस्तेमाल करने के तरीकों में सही जानकारी मिल सके।

 

 

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