Soaked Almonds Benefits: आहार से शरीर को रोजाना के लिए जरूरी विटामिन और मिनरल्स की पूर्ति नहीं हो पाती है। ऐसे में आप ड्राई फ्रूट्स और नट्स को डाइट में शामिल कर सकते हैं। बादाम, काजू, किशमिश, छुहारा व अंजीर जैसे कुछ मेवों का सेवन बीमारियों को दूर करने और बीमारी के बाद रिकवरी के लिए किया जाता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए, बी, सी, ई और मैग्नीशियम, फासफोरस, आदि कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर, रोगों से बचाने का कार्य करते हैं। डायटीशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं भीगे हुए बादाम हाई बीपी को कंट्रोल करने में किस तरह से फायदेमंद होते हैं।
भीगे हुए बादाम से बीपी को करें कंट्रोल | Benefits Of Soaked Almonds For High Blood Pressure In Hindi
मैग्नीशियम से भरपूर
भीगे हुए बादाम में मैग्नीशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह एक आवश्यक मिनरल होता है, जो हाई बीपी को कंट्रोल करने में सहायक होता है। मैग्नीशियम ब्लड वैसल (नसों) को आराम पहुंचाने और खोलने में मदद करता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में आ रही परेशानी दूर होती है। आप नियमित रूप से भीगे हुए बादाम का सेवन कर सकते हैं, इससे हार्ट संबंधी रोगों का खतरा भी कम होता है।
फाइबर की अधिक मात्रा
भीगे हुए बादाम में फाइबर अधिक मात्रा में होता है। फाइबर शरीर के बेड कोलेस्ट्रॉल को बाहर करने और हार्ट को स्वस्थ बनाने में सहायक होता है। इसके सेवन से आपको मोटापे की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। दरअसल, बेड कोलेस्ट्रॉल आपकी नसों में प्लाक का बनाता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। लेकिन, फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर कम करता है। जिससे बीपी की समस्या का मुख्य कारण माने जाने वाला प्लाक नहीं बनता और आपको हाई बीपी में आराम मिलता है।
पोटेशियम का स्रोत
पोटेशियम हमारे शरीर में सोडियम के स्तर को संतुलित करने में सहायक होता है, सोडियम की वजह से बीपी की समस्या हो सकती है। भीगे हुए बादाम का सेवन कर आप पोटेशियम प्राप्त कर सकते हैं। हाई बीपी से परेशान लोगों को अपनी डाइट में भीगे हुए बादामों को अवश्य शामिल करना चाहिए। इससे सोडियम की वजह से होने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
भीगे हुए बादाम विटामिन ई और फ्लेवोनोइड सहित एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो हार्ट को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स सूजन से बचाने और नसों को सॉफ्ट बनाते हैं। इससे नसों में प्लाक नहीं बन पता है। जिससे हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। साथ ही, बीपी का स्तर नॉर्मल बना रहता है।
वजन को करें नियंत्रित
बीपी को नियंत्रित करने के लिए वजन को कंट्रोल रखना बेहद आवश्यक होता है। भीगे हुए बादाम में कैलोरी अधिक होती है। इसमें मौजूद फाइबर और प्रोटीन आपके वजन को कंट्रोल करने में सहायक होता है। इससे बीपी की समस्या कम होती है।
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हाई बीपी से बचने के लिए आप 5 से 7 बादाम को रात में भिगोकर रख दें। अगली सुबह भीगे हुए बादाम का छिलका छिलकर इसका सेवन करें। इससे आपका मोटापा, हाई बीपी नियंत्रित रहता है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। जिससे आपकी पाचन क्रिया बेहतर होती है।