Benefits OF Five Minutes Reading To Deal With Stress In Hindi: मौजूदा समय में हर व्यक्ति किसी न किसी वजह से परेशान है। कोई निजी जिंदगी को लेकर, तो कई करियर की वजह तो कोई अपनी पर्सनल रिश्तों से परेशान है। कई बार ये परेशानियां या समस्याएं इतनी ज्यादा बढ़ जाती है, जो व्यक्ति को स्ट्रेस में डाल देती है। विशेषज्ञों की मानें, तो सामान्य स्ट्रेस लेना हेल्दी होता है। इससे व्यक्ति अपनी परेशानियों से डील करना सीखता है। लेकिन, जब स्ट्रेस बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो इसका मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए, अगर व्यक्ति ज्यादा स्ट्रेस में आ जाए, तो उन्हें इससे निपटने की कोशिश करनी चाहिए। कुछ लोग स्ट्रेस से डील करने के लिए दोस्तों से बातचीत करते हैं, घूमने चले जाते हैं और कुछ लोग काउंसलर की मदद तक लेते हैं। माना जाता है कि स्ट्रेस से डील करने के लिए किताबें भी बहुत अच्छा सहारा होती है। हकीकत बात ये है कि किताबें न सिर्फ स्ट्रेस दूर करने में मदद करती हैं, बल्कि इससे आपकी मेंटल हेल्थ में भी सुधार होता है। इस लेख में हम जानेंगे कि महज 5 मिनट के लिए किताबें पढ़ने से स्ट्रेस किस तरह दूर होती है और इसका मेंटल हेल्थ पर क्या इफेक्ट पड़ता है। इस बारे में हमने सीनियर कंसलटेंट साइकेट्रिस्ट (MD Psychiatry) डॉ. विजय पाठक से बात की।
5 मिनट किताब पढ़ने से स्ट्रेस कैसे दूर होता है?- How Does Five Minutes Reading To Deal With Stress In Hindi
सदियों से यह बात कही जा रही है कि किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती है। यह कभी गलत जानकारी नहीं देती है और व्यक्ति को ग्रूम होने में भी मदद करती है। यही नहीं, किताबें स्ट्रेस दूर करने में भी मदद करती है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर किताबें पढ़ने से स्ट्रेस कैसे दूर हो सकता है? असल में, जब आप किताबें पढ़ते हैं, तो आपके दिमाग में कई तरह की क्रिएटिव इमेज बनने लगती हैं। आप किताबें पढ़ते हुए कई बार क्रिएटिव हो जाते हैं, जिसका आपकी कॉन्शसनेस पर पॉजिटिव असर पड़ता है। किताबें पढ़ने से आप समस्याओं को डील करने के बेहतर तरीके सोच-समझ पाते हैं। यहां तक कि किताबों की मदद से आपकी समझ के दायरे बढ़ते हैं, जो स्ट्रेस से डील करने में मदद करते हैं। कई बार किताबें पढ़ना आपको रिफ्रेशिंग करता है, एनर्जेटिक बनाता है, जो अपने आप स्ट्रेस को दूर कर सकता है। अच्छी बात ये है कि सिर्फ 5 मिनट रीडिंग करके भी आप स्ट्रेस से डील कर सकते हैं। हालांकि, आप क्या पढ़ रहे हैं और उसे कितना समझा है, ये बातें भी स्ट्रेस दूर करने में अहज होती हैं।
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किताबें पढ़ने का मेंटल हेल्थ पर असर- Benefits Of Reading For Mental Health In Hindi
मेमोरी इंप्रूव होती है
किताबें पढ़ना एक तरह की माइंड एक्सरसाइज कहलाती है। जब आप रोजाना किताब पढ़ते हैं, तो इससे आपकी याद करने और याद रखने की क्षमता में सुधार होता है।
क्रिएटिविटी बढ़ती है
किताबें क्रिएटिविटी को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाती है। विशेषज्ञों की मानें, तो क्रिएटिविटी लोगों के पास स्ट्रेस से डील करने के कई तरीके होते हैं। वे नॉन-क्रिएटिव लोगों से अलग होते हैं। जब आप क्रिएटिव होते हैं, तो हर चीज को देखने और समण्ने का नजरिया बदल जाता है।
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नींद में सुधार होता है
अक्सर आपने देखा होगा कि स्ट्रेस की वजह से लोगों को रात-रात भर नींद नहीं आती है। ऐसे में अगर व्यक्ति नियमित रूप से सोने से पहले कुछ देर के लिए किताबें पढ़ता है, तो उनकी नींद में सुधार हो सकता है। यहां तक कि स्लीप क्वालिटी भी बेहतर होती है, जिससे ओवर ऑल हेल्थ पर पॉजिटिव असर पड़ता है।
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