जामुन का नाम सुनते ही मन में उसका खट्टा-मीठा स्वाद और काले रंग की चमक ताजा हो जाती है। गर्मियों और बरसात के मौसम में मिलने वाला यह फल सिर्फ स्वाद में ही बेहतरीन नहीं होता, बल्कि सेहत के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है। खासकर पेट और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में जामुन की अहम भूमिका बताई गई है। पुराने समय से आयुर्वेद में जामुन को पेट के कई रोगों में लाभकारी माना गया है। जामुन में मौजूद फाइबर, आयरन, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स, पेट की सफाई से लेकर कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि यह पेट की गर्मी कम करने और गैस की समस्या से राहत देने का भी काम करता है। जामुन का बीज भी पाचन संबंधी समस्याओं में फायदेमंद माना जाता है। इस लेख में हम जामुन खाने से पेट और पाचन को होने वाले 7 बड़े फायदों के बारे में विस्तार से बताएंगे। साथ ही, एक्सपर्ट की राय के अनुसार जानेंगे कि जामुन का सेवन करने का सही तरीका क्या होना चाहिए ताकि आप इसके फायदों का पूरा लाभ ले सकें। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
1. कब्ज को दूर करता है जामुन- Jamun Helps Relieve Constipation
जामुन में प्राकृतिक फाइबर होता है जो मल को मुलायम बनाने और आंतों की गति को बेहतर करने में मदद करता है। यह कब्ज से राहत दिलाने में भी असरदार है।
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2. पेट की गैस कम करता है जामुन- Jamun Reduces Stomach Gas
जामुन का नियमित सेवन पेट में बनने वाली अतिरिक्त गैस को कम करने में मदद करता है। यह पेट फूलने और भारीपन की समस्या को दूर करने में मदद करता है। यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि ज्यादा मात्रा में जामुन खाने से पेट में गैस और एसिडिटी भी हो सकती है।
3. डाइजेशन को बेहतर बनाता है जामुन- Jamun Improves Digestion
जामुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंजाइम्स पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में मदद करते हैं। यह भोजन को पचाने में शरीर की मदद करते हैं।
4. पेट की गर्मी को शांत करता है जामुन- Jamun Soothes Stomach Heat
जामुन का ठंडा प्रभाव पेट की जलन और गर्मी को शांत करता है। यह एसिडिटी से होने वाली तकलीफ को भी कम करने में मदद करता है।
5. लिवर को हेल्दी रखता है जामुन- Jamun Keeps Liver Healthy
जामुन में मौजूद तत्व, लिवर के कार्य को दुरुस्त रखते हैं और लिवर से जुड़ी समस्याओं का खतरा घटाते हैं। यह शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
6. डायरिया में फायदेमंद है जामुन- Jamun Beneficial in Diarrhea
जामुन के एंटी-बैक्टीरियल गुण दस्त या डायरिया में राहत देते हैं। यह पेट के इंफेक्शन को कम करने में मदद करता है। इसके बीज का पाउडर भी डायरिया को कंट्रोल करने में असरदार होता है।
7. एसिडिटी कंट्रोल करता है जामुन- Jamun Controls Acidity
जामुन, पेट में एसिड की ज्यादा मात्रा को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे एसिडिटी से राहत मिलती है। इसमें मौजूद टैनिन्स पेट की परत की रक्षा करते हैं और जलन को कम करते हैं। जामुन का नियमित सेवन पेट की अम्लता से जुड़ी परेशानियों को रोकने में मदद कर सकता है।
जामुन खाने का सही तरीका- Right way to eat jamun
- एक्सपर्ट के अनुसार जामुन का सेवन हमेशा अच्छी तरह धोकर करना चाहिए ताकि किसी तरह के गंदगी या कीटाणु पेट में न जाएं।
- जामुन को खाली पेट खाने से बचें, इसे भोजन के एक घंटे बाद खाना बेहतर होता है।
- जामुन की गुठली को न निगलें और इसकी मात्रा दिन में एक मुट्ठी तक सीमित रखें ताकि ज्यादा एसिडिटी या कब्ज जैसी समस्या न हो।
- जामुन का बीज सुखाकर उसका चूर्ण पानी के साथ लिया जा सकता है, लेकिन पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
जामुन पेट और पाचन से जुड़ी समस्याओं में बेहद फायदेमंद होता है। इसे संतुलित मात्रा में और सही तरीके से खाएं ताकि इसके सभी फायदे मिलें।
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FAQ
जामुन कब नहीं खाना चाहिए?
जामुन से एलर्जी की स्थिति में उसे नहीं खाना चाहिए। डायबिटीज दवा लेने वालों को डॉक्टर से पूछकर खाना चाहिए।एक दिन में कितने जामुन खाने चाहिए?
एक दिन में लगभग 8-10 जामुन या एक मुट्ठी भर पर्याप्त होते हैं। ज्यादा मात्रा में खाने से पेट में गैस और एसिडिटी बढ़ा सकती है।क्या हम रात में जामुन खा सकते हैं?
रात में जामुन खाने से बचें, क्योंकि यह कुछ लोगों में पाचन गड़बड़ कर सकता है। दिन में या शाम को खाना बेहतर माना जाता है।