Neem ice cubes: इस उमस भरे मौसम में स्किन से जुड़ी समस्याएं अक्सर बढ़ जाती हैं। इस मौसम में लोग एक्ने, दाने और कई प्रकार के फंगल इंफेक्शन से परेशान रहते हैं। दरअसल, होता यह है कि इस मौसम में नमी गंदगी के साथ त्वचा से चिपककर रह जाती है और फिर खुजली और लाल चक्कतों का कारण बनती है। अगर फंगल इंफेक्शन जैसा कोई मामला हो तो यह बढ़ता जाता है। इस स्थिति में नीम से बने आइस क्यूब का इस्तेमाल आपके लिए मददगार हो सकता है। कैसे, आइए जानते हैं इस बारे में Dr Saurish Hegde MD Community Medicine, Public health specialist। साथ ही हम जानेंगे कि नीम से आइस क्यूब कैसे बनाएं और क्या है इसका यह आसान तरीका।
Dr Saurish Hegde बताते हैं कि सेहत के लिए नीम के अपार लाभ हैं। इसमें सूजन-रोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। नीम एक प्राचीन पौधा है जिसका उपयोग आयुर्वेद द्वारा सदियों से कई बीमारियों के लिए किया जाता रहा है, जिनमें बुखार, खांसी, कफ और त्वचा की एलर्जी जैसी सामान्य बीमारियां भी शामिल हैं। यह भारतीय उपमहाद्वीप में व्यापक रूप से उगाया जाता है और हिंदू परंपराओं के अनुसार इसे बहुत शुभ भी माना जाता है। पाचन को बेहतर बनाने और आंतों की गतिशीलता को बेहतर बनाने के लिए इसे आहार में भी शामिल किया जा सकता है।
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अब बात इस बरसात के मौसम की करें जब उमस भरी गर्मी पड़ती है तो स्किन से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ जाती है। ऐसे में नीम का काफी मददगार हो सकती है। नीम का एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण न सिर्फ इंफेक्शन को रोकने में मददगार है बल्कि, यह त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं से निजात दिला सकते हैं। इस मौसम में लोग नीम फेस पैक लगाते हैं। नीम के पत्तों को पानी में उबालकर इस पानी से नहाते हैं और कुछ नहीं तो नीम की पत्तियों को पीसकर इसका लेप चेहरे पर लगाते हैं। लेकिन, आप इन तमाम चीजों को लंबे समय तक स्टोर नहीं कर सकते। जबकि आप नीम से बने आइस क्यूब को स्टोर कर सकते हैं। इसलिए पहले जानते हैं नीम आइस क्यूब कैसे बनाएं और फिर जानेंने इसके इस्तेमाल के फायदे।
नीम आइस क्यूब कैसे बनाएं-How to make neem ice cubes?
नीम आइस क्यूब बनाने के लिए पहले आपको नीम की पत्तियों और इसके छाल को पीस लेना है। इसमें थोड़ा लिक्विड फॉर्म में ही रखें और इसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिला लें। जब यह पूरी तरह से एक तरल पदार्थ की तरह तैयार हो जाए तो इसे आइस मेकर ट्रे में भरकर फ्रीजर में रख दें। कुछ घंटों के बाद आप पाएंगे कि यह आइस क्यूब तैयार हो चुके होंगे। अब आपका जब मन हो आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
नीम आइस क्यूब को कब और कहां लगाएं-How to use neem ice cubes?
नीम आइस क्यूब को आप अपने चेहरे पर लगा सकते हैं। इसके लिए आइस क्यूब्स लें और इसे चेहरे पर हर जगह लगाएं। अगर आपसे आइस पकड़ा नहीं जाता तो आप मखमली कपड़े में आइस क्यूब्स डालकर पूरे चेहरे पर लगा सकते हैं। इसके अलावा आप इसे इन स्थितियों में भी लगा सकते हैं। जैसे कि
-अगर आपको एक्ने और दाने निकले हैं तो आप आइस क्यूब्स को इन पर लगा सकते हैं।
-आप आइस क्यूब को रैशज पर लगा सकते हैं या चक्कतों पर लगा सकते हैं।
-अगर आपको चेहरे पर खुजली हो रही है या फिर जलन हो रही है तब भी आप इसे लगा सकते हैं।
-अगर आपको किसी कीड़े मकोड़े ने काट लिया है तो उस जगह पर रेडनेस और जलन को कम करने के लिए आप नीम आइस क्यूब का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह इंफेक्शन को फैलने से रोकेगा।
नीम आइस क्यूब लगाने के फायदे-Neem ice cubes benefits
नीम आइस क्यूब्स को लगाने के कई फायदे हैं। सबसे पहले तो यह स्किन एलर्जी के लिए प्राथमिक उपचार की तरह काम कर सकता है। त्वचा पर चकत्ते और त्वचा की एलर्जी को कम कर सकता है। यह त्वचा की सूजन को कम करता है और इसका एंटी बैक्टीरियल गुण मुहांसों को कम करता है। इसके अलावा भी इसके कई फायदे हैं जैसे कि
- -यह त्वचा को कसने, विषाक्त पदार्थों को कम करने और बुढ़ापे को रोकने में मदद करता है।
- -यह पिगमेंटेशन को कम करने और मुहांसों के निशानों को हटाने में मददगार है।
- -यह त्वचा की जलन को शांत करने में मदद करता है जिससे आप बेहतर महसूस करते हैं।
- -यह त्वचा के घावों के उपचार में मदद करता है, क्योंकि यह जीवाणुरोधी है और तेजी से ठीक होने में मदद करता है।
- -यह घमौरियों को कम करने में मदद करता है, क्योंकि ठंडे बर्फ के टुकड़े अतिरिक्त सूजन कम करते हैं।
तो अगर आपने अभी तक नीम आइस क्यूब का इस्तेमाल नहीं किया है तो आपको इसे एक बार जरूर ट्राई करना चाहिए। ये ड्राई स्किन से लेकर सेंसिटिव स्किन तक हर किसी के लिए फायदेमंद है।
FAQ
नीम से कौन सा रोग ठीक होता है?
नीम का सेवन कई प्रकार के रोगों में फायदेमंद है। जैसे कि अगर आपको खून साफ करना है तो आपको नीम का पानी पीना चाहिए। इसके अलावा आप डायबिटीज में और हाई बीपी की समस्या में भी नीम का सेवन कर सकते हैं।सुबह खाली पेट नीम के पत्ते चबाने से क्या होता है?
सुबह खाली पेट नीम के पत्ते चबाने से पहले तो आपकी ओरल हेल्थ सही रहती है। दूसरा, पेट में कीड़े नहीं होते और फिर तीसरा त्वचा से जुड़ी समस्याएं नहीं होती।नीम और तुलसी खाने से क्या होता है?
नीम और तुलसी खाने से ब्लड प्यूरीफाई हो जाता है और स्किन से जुड़ी समस्याएं नहीं होती। इसके अलावा ये कोलेस्ट्रॉल कम करने के साथ डाइजेशन को भी बेहतर बनाने में मददगार है।