Skin Allergy: त्वचा की एलर्जी क्या है? जानें कैसे किए जाते हैं स्किन एलर्जी टेस्ट?

त्वचा पर होने वाली एलर्जी (Skin Allergy) क्या है, ये क्यों होती है और एलर्जी का पता लगाने के लिए कौन सी जांच की जाती है, जानें एक्सपर्ट से।

Naina Chauhan
Written by: Naina ChauhanUpdated at: Nov 30, 2020 15:07 IST
Skin Allergy: त्वचा की एलर्जी क्या है? जानें कैसे किए जाते हैं स्किन एलर्जी टेस्ट?

3rd Edition of HealthCare Heroes Awards 2023

एलर्जी किसी को भी अचानक हो सकती है। एलर्जी के बारे में सामान्य लोगों के लिए पता लगाना मुश्किल हो सकता है। किसी को लगातार छींक आना या त्वचा पर चकत्ते होने जैसे कई लक्षणों को सामान्यतः एलर्जी से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन ये वाकई एलर्जी है या नहीं यह समझना बहुत कठिन होता है। छींक, खुजली, आंखें लाल होना आदि लक्षण सामान्य हैं और सामान्य से लेकर कई गंभीर समस्याओं तक के संकेत हो सकते हैं। इसलिए सामान्य लोगों को एलर्जी को पहचानने के लिए इसके लक्षणों को लंबे समय तक देखना पड़ता है कि वो लक्षण कितनी जल्दी-जल्दी उभर रहे हैं, किस चीज के संपर्क में आने से उभर रहे हैं और कितने समय तक उनका प्रभाव बना रहता है। आज इस आर्टिकल में हम त्वचा पर होने वाली एलर्जी  के बारे में बात करेंगे। त्वचा की एलर्जी के कई सारे कारण हो सकते हैं जैसे प्रदूषण, इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी, जन्म के समय से एलर्जी या फिर किसी की त्वचा के संपर्क में आने से होने वाली एलर्जी (संक्रामक त्वचा रोग)। 

insidek

यहाँ हम जानेंगे डॉ. जॉनशन से कि त्वचा की एलर्जी क्या होती है, त्वचा की एलर्जी के लक्षण क्या हैं और इसका परिक्षण कैसे किया जाये? यह जानना सभी के लिए बहुत आवश्यक है।

इसे भी पढ़ें : मृत और थकी त्वचा से हैं परेशान? तो चेहरे पर निखार लाने के लिए घर पर ही बनाएं ये 3 स्क्रब

त्वचा की एलर्जी क्या है (What is Skin Allergy)

आपकी त्वचा में किसी कारण से परिवर्तन आना जैसे- खुजली, चकत्ते, सूजन, रैशेज, दाने, त्वचा का फटना, जलन आदि त्वचा की एलर्जी (Skin Allergy) का संकेत हैं। ये एलर्जी किसी बाहरी कारण से भी हो सकती है और शरीर के अंदरूनी कारणों से भी हो सकती है। कई बार व्यक्ति को किसी वस्तु, स्थिति, मौसम या आहार से एलर्जी होती है, तो कई बार व्यक्ति का इम्यून सिस्टम ठीक से काम नहीं करने के कारण भी त्वचा पर एलर्जी के संकेत दिखने लगते हैं। कई बार विशेष बीमारी के कारण या दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण भी त्वचा की एलर्जी की समस्या होती है। आमतौर पर सभी प्रकार की एलर्जी का इलाज संभव है। त्वचा पर एलर्जी तब होती है जब हम हमारी त्वचा इम्यून सिस्टम को प्रभावित करने वाले एलर्जीन पदार्थ के संपर्क में आती है। पहली बार में एलर्जीन पदार्थ के संपर्क में आने पर इम्यून सिस्टम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है लेकिन बार-बार ऐसा होने की वजह से त्वचा पर एलर्जी हो जाती है।

त्वचा की एलर्जी के लक्षण (Symptoms of Skin Allergy)

  • त्वचा पर चकत्ते होना
  • त्वचा में अचानक से लाल चिट्टे पड़ना
  • त्वचा में सूजन आना
  • त्वचा में दाने हो जाना
  • लगातार खुजली होना 
  • मुंह के कोनों का फटना
  • पेट में ऐंठन
  • सांस लेने में परेशानी
  • त्वचा का कट जाना
  • त्वचा से खून निकलने लगना
inside4skinpr

त्वचा की एलर्जी के प्रकार (Types of Skin Allergy)

एलर्जी के कई प्रकार होते हैं जैसे- एंजियोएडिमा (Angioedema), न्यूमुलर एक्जिमा (Nummular eczema),सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस (Seborrheic dermatitis) इनके अलावा भी कुछ एलर्जी हैं जिन्हें विस्तार से जानते हैं-

अर्टिकेरिया (Urticaria):

त्वचा पर अर्टिकेरिया के होने का कारण ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन हो सकता है जिसकी वजह से शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने के साथ ही शरीर में खुजली होना शुरू हो जाती है। वैसे तो इसे हानिकारक नहीं माना जाता, लेकिन कई बार इसकी वजह से श्वसन नली में सूजन आ जाती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है।

इसे भी पढ़ें: लड़के हमेशा जवां दिखना चाहते हैं तो अपनाएं ये 6 टिप्स, एक्सपर्ट ने बताएं त्वचा को चमकदार बनाने के तरीके

एटोपिक डर्मेटाइटिस (atopic dermatitis):

स्किन पर एटोपिक डर्मेटाइटिस एलर्जी होने पर खुजली के साथ त्वचा पर घाव भी बन जाते हैं। यह एलर्जी सबसे ज्यादा बच्चों में देखने को मिलती है।

कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Contact dermatitis):

शरीर पर कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Contact dermatitis) होने की वजह को दो हिस्सो में बांट दिया गया है, पहला इरिटेंट डर्मेटाइटिस (Irritant dermatitis) और दूसरा एलर्जिक कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Allergic contact dermatitis)।

 insideskinp

1.  इरिटेंट डर्मेटाइटिस (Irritant dermatitis) एक ऐसी एलर्जी है, जो आमतौर पर किसी व्यक्ति को छूने से नहीं फैलती है। बल्कि इस एलर्जी का कारण कुछ वस्तुएं होती हैं, जिनके त्वचा के संपर्क में आने से त्वचा की ऊपरी पर्त पर रिएक्शन शुरू हो जाता है और वो डैमेज होने लगती हैं। जैसे- कुछ लोगों को केमिकल वाले प्रोडक्ट्स छूने, डिटर्जेंट छूने से एलर्जी की समस्या होती है।

2. एलर्जिक कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस(Allergic contact dermatitis) की स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब त्वचा किसी ऐसे पदार्थ के संपर्क में आती है, जिसके कारण इम्यून सिस्टम रिएक्ट करने लगता है और त्वचा पर इसके लक्षण उभरने शुरू हो जाते हैं। जैसे : एंटीबायोटिक्स, नेल पॉलिश, लिपस्टिक व खाद्य पदार्थ से होने वाली एलर्जी।

त्वचा की एलर्जी का परीक्षण (Tests for Skin Allergy)

त्वचा की एलर्जी के लिए कई प्रकार के परीक्षण किये जाते हैं और आमतौर पर एलर्जी की जांच करके ही इसका पता लगाया जाता है कि एलर्जी होने का कारण क्या है और कौन से प्रकार की एलर्जी है। डॉ. जॉनशन का कहना है कि नीचे बताए जा रहे टेस्ट को व्यक्ति अपने आप न करके देखें। यह टेस्ट हमेशा किसी डॉक्टर के द्वारा ही किया जाना चाहिए।

1.स्किन प्रिक टेस्ट (Skin prick test)

इस टेस्ट में त्वचा पर एलर्जी वाले पदार्थ की कुछ बूंदें डाली जाती हैं। कई बार त्वचा में एलर्जिक पदार्थ को इंजेक्ट करके या फिर स्क्रैच करके भी एलर्जी पैदा करने वाले पदार्थ को डाला जाता है। अगर त्वचा में इसके बाद खुजली हो, सूजन आये या त्वचा लाल हो जाये तो इसका मतलब है कि जो एलर्जी वाले पदार्थ की बूंदें इंजेक्शन में डाली गई थी उससे मरीज को एलर्जी है। स्किन प्रिक टेस्ट करने पर 15 मिनट के अंदर आपको पता चल जाता है कि इसका परिणाम क्या है, लेकिन व्यक्ति टेस्ट कराने से पहले सुनिश्चित कर ले कि उसने कोई गैर-नशीली एंटी-हिस्टामाइन जैसे फेक्सोफेनाडाइन, लोराटाडाइन आदि का इस्तेमाल नहीं किया हुआ है, क्योंकि अगर टेस्ट के समय इन सब चीजों का सेवन किया गया होता है तो टेस्ट का परिणाम गलत भी आ सकता है।

2.इंट्राडर्मल टेस्ट (Treadarmal test)

इस टेस्ट के दौरान एलर्जी वाले पदार्थ को इंजेक्शन में डालकर इसकी सहायता से त्वचा में डाला जाता है। अगर इस पदार्थ के त्वचा के संपर्क में आते ही कोई विपरीत प्रक्रिया हो तो इसका मतलब है कि मरीज को इंजेक्शन द्वारा दिए गए पदार्थ से एलर्जी है।

इसे भी पढ़ें : ड्राई स्किन वाले सर्दियों में ना करें इन चीजों का इस्तेमाल, आपकी स्किन और भी हो सकती है खराब

3.स्किन पैच टेस्ट: (Skin patch test)

डॉ जॉनशन का कहना है कि स्किन पैच टेस्ट भी त्वचा की एलर्जी के परीक्षण का एक अच्छा तरीका है, जो आमतौर पर कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस(contact dermatitis) के मरीजों का टेस्ट करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इस टेस्ट में एलर्जी वाले पदार्थ को एक पैड पर लगाते हैं। और इस पैड को 24 से 72 घंटों के लिए त्वचा पर बांध देते हैं। इसके दौरान अगर त्वचा में किसी प्रकार की खुजली, चिट्टे या दाने होते हैं तो माना जातदा है कि उस पदार्थ से मरीज को एलर्जी है।

इन तीन प्रकार के टेस्ट से त्वचा की एलर्जी का परिक्षण किया जाता है इसके अलावा कई बार ब्लड टेस्ट भी किया जाता है जिससे साफ तौर पर पता चल सके कि ब्लड या रक्त में कोई इन्फेक्शन तो नहीं है। परीक्षण के बाद ही त्वचा की एलर्जी का इलाज संभव है। आस्पताल में इतने सारे टेस्ट उपलब्ध होने के बाद भी इन बातों को ध्यान में रखना जरूरी है कि-

1. हमेशा नेगेटिव स्किन टेस्ट आने का मतलब यह नहीं होता है कि आपको एलर्जी नहीं है।

2. कई बार एक बार में ही स्किन टेस्ट के परिणाम सही नहीं आते हैं, इसलिए रिजल्ट के पॉजिटिव या निगेटिव आने पर एलर्जी है या नहीं, ये एक बार में नहीं पता लगाया जा सकता है।

3. पॉजिटिव स्किन टेस्ट आने से किसी एलर्जिक प्रतिक्रिया की गंभीरता के बारे में कुछ भी कहना या कोई भविष्यवाणी करना गलत है।

 

स्किन एलर्जी का इलाज (Treatment of Skin Allergy)

आमतौर पर स्किन पर एलर्जी के कारण उभरने वाले हल्के-फुल्के लक्षण अपने आप कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं। लेकिन अगर किसी को ज्यादा परेशानी हो रही हैं तो इसके लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपकी एलर्जी की जांच करने के बाद सही इलाज करेंगे।

Read More Article On Other Diseases In Hindi

Disclaimer