माइग्रेन अटैक का दर्द और तकलीफ वही समझ सकता है, जिसने इसे भोगा हो। इसका अटैक किसी भी इनसान के लिए काफी तकलीफदेह हो सकता है। लेकिन, अब एक ऐसा तरीका खोज निकाला गया है जिससे इसकी तकलीफ को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
माइग्रेन का दौरा पड़ने पर लोगों को मिचली होती है और रोशनी से आंखों में चुभन होने लगती है। इस समस्या को दूर करने के लिए शोधकर्ताओं ने एक नया तरीका खोज निकाला है।
जर्मनी स्थित 'बेरोलिना क्लिनिक' के डॉक्टर जोल्टन मेगेसे ने कलाई में पहनने वाला ऐसा बैंड विकसित किया है जो माइग्रेन के दौरान जी मिचलाने की समस्या को दूर करता है। इसे 'सी-बैंड' नाम दिया गया है। यह माइग्रेन के प्रमुख लक्षणों में से एक है।
कलाई में इस बैंड को पहनने से यह इसके भीतरी हिस्से पर दबाव डालता है। इससे जी मिचलाना बंद हो जाता है। डॉक्टर मेगेसे ने करीब 50 मरीजों पर इसका परीक्षण किया। इससे उन्हें सकारात्मक नतीजे प्राप्त हुए हैं। सभी को गंभीर माइग्रेन की शिकायत थी। उन्होंने जी मिचलाने की समस्या को दस में से छह के स्तर पर आंका। इसके बाद 'सी-बैंड' पहनने को दिया गया।
अगली बार माइग्रेन का अटैक आने पर करीब 83 फीसदी लोगों को जी मिचलाने की समस्या में कमी पायी गयी। इसके बाद उन्हें फिर से इसे 10 के स्केल पर अंक देने को कहा गया। इसमें अधिकतर प्रतियोगियों ने 2.9 अंक दिए।
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