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रोज बद्ध पद्मासन करने से दूर होती हैं कई समस्याएं, जानें इसे करने का सही तरीका

बद्ध पद्मासन का अभ्यास करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। लेकिन इस आसन को करने से आपको कई लाभ मिलेंगे। जानें इसकी विधि और सावधानियां
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रोज बद्ध पद्मासन करने से दूर होती हैं कई समस्याएं, जानें इसे करने का सही तरीका


International Yoga Day 2023: स्वस्थ और बीमारियों से मुक्त रहने के लिए योग का अभ्यास करना बहुत जरूरी होता है। योग, व्यायाम और ध्यान का एक तरीका है, जिसमें कई आसन होते हैं। योग को खड़े होकर, बैठकर या फिर लेटकर भी किया जाता है। हर वर्ष 21 जून को विश्व योग दिवस (International Yoga Day 2023) मनाया जाता है। आज इसी के मौके पर 'बद्ध पद्मासन' के बारे में बताने जा रहे हैं। बद्ध पद्मासन में बद्ध का मतलब 'बंधा हुआ', पद्मा का मतलब' कमल का फूल' और आसन का मतलब 'पोजिशन' होता है। यानी इस आसन में व्यक्ति बंधे हुए कमल के फूल के समान नजर आता है। इस आसन को क्रॉस लेग करके किया जाता है, जिससे मन को शांति मिलती है। अगर आप नियमित रूप से बद्ध पद्मासन का अभ्यास करेंगे, तो इससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। भले ही यह आसन दिखने में आसान लगता है, लेकिन शुरुआत में इसे करना काफी मुश्किल होता है। तो आइए, इस लेख में हठ योग एक्सपर्ट प्रियंका सिंह से जानते हैं बद्ध पद्मासन के फायदे, विधि और सावधानियां- 

बद्ध पद्मासन करने के फायदे- Baddha Padmasana Benefits in Hindi

  • बद्ध पद्मासन रीढ़ की हड्डी के लिए काफी फायदेमंद होता है। इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत और सीधी रहती है। इससे पीठ की मांसपेशियां भी मजबूत बनती है। 
  • इस आसन का अभ्यास करने से घुटनों के दर्द में भी आराम मिल सकता है। दरअसल, बद्ध पद्मासन करने से पैरों की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। इससे पैरों और घुटनों का दर्द ठीक होता है।
  • बद्ध पद्मासन करने से ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। इससे आपके शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन और रक्त पहुंचता है।
  • अगर आपकी पाचन शक्ति कमजोर है, तो भी बद्ध पद्मासन करना फायदेमंद हो सकता है। इस आसन को करने से पाचन-तंत्र मजबूत बनता है। 
  • बद्ध पद्मासन करने से मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। इससे दिमाग शांत होता है और ध्यान लगाने में मदद मिलती है।
  • जोड़ों के दर्द से बचने के लिए भी आप बद्ध पद्मासन का अभ्यास कर सकते हैं। इस आसन का अभ्यास करने से घुटनों, कोहनी और कंधों के दर्द में आराम मिल सकता है। 

बद्ध पद्मासन करने की विधि- Baddha Padmasana Steps in Hindi

  • बद्ध पद्मासन करने के लिए सबसे पहले दंडासन में बैठ जाएं।
  • अपनी कमर को सीधा रखें। 
  • अब दायां पैर उठाएं और बाईं जांघ पर रखें।
  • बाएं पैर को उठाकर दाईं जांघ पर रखें।
  • इसके बाद अपना बायां हाथ पीठ के पीछे से आगे की तरफ ले जाएं।
  • फिर बाएं हाथ से बाएं पैर का अंगूठा पकड़ लें।
  • ऐसा ही दाएं हाथ से दाएं पैर का अंगूठा पकड़ लें।
  • अब इस स्थिति में धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें। 
  • जब तक संभव हो, इसी स्थिति में रहें।
  • आप इसे 2-3 बार दोहरा सकते हैं। 

बद्ध पद्मासन करते हुए बरतें ये सावधानियां

  • योग एक्सपर्ट प्रियंका सिंह बताती हैं कि बद्ध पद्मासन करना काफी मुश्किल होता है। इस आसन को करने के लिए काफी अभ्यास करना पड़ता है।
  • घुटनों और कमर में दर्द होने पर इस आसन को नहीं करना चाहिए। 
  • शुरुआत में इस आसन को धीरे-धीरे करना चाहिए। 
  • खाना खाने के तुरंत बाद इस आसन को करने से बचें।
  • सुबह के समय बद्ध पद्मासन करना लाभकारी होता है। 
  • बद्ध पद्मासन करने के दौरान आपका पेट साफ होना चाहिए।
  • इस आसन को जबरदस्ती नहीं करना चाहिए। 
  • प्रेग्नेंसी और मासिक धर्म के दौरान इस आसन को करने से बचना चाहिए।
  • शरीर के किसी हिस्से की सर्जरी हुई है, तो बद्ध पद्मासन न करें।

बद्ध पद्मासन का अभ्यास करना भले ही मुश्किल होता है, लेकिन अगर आप इसकी रोजाना प्रैक्टिस करेंगे, तो इसे आसानी से कर सकते हैं।

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