How To Reduce High Cholesterol As Per Ayurveda: धमनियों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक होना एक चिंता का विषय है। दरअसल, कोलेस्ट्रॉल रक्त के संचार के लिए एक कैरियर का काम करता है। लेकिन कोलेस्ट्रॉल भी दो तरह के होते हैं गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल। रक्त में दोनों का ही संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। जब रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक हो जाता है, तो यह कैल्शियम और कई अन्य सामग्रियों के साथ मिलकर धमनियों में प्लाक का निर्माण करते हैं, जो धमनियों की परतों को जमा होने लगता है और उन्हें सख्त बनाता है। इसे धमनियां संकीर्ण होने लगती हैं और उनमें ब्लॉकेज की समस्या होने लगती है। इससे हाई बीपी और हार्ट बीट अनियमित होने जैसी समस्याएं भी होती है। अगर समय रहते इसका उपचार नहीं किया जाता है, तो यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक आदि जैसी समस्याओंं कारण भी बन सकता है।
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. रेखा राधामोनी की मानें, "सबसे पहले तो आपको यह समझने की जरूरत है कि धमनियों में कोलेस्ट्रॉल का अधिक स्तर या हाई कोलेस्ट्रॉल कोई रोग नहीं है। यह एक स्थिति है, जो यह बताती है कि हमारे शरीर के भीतर कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है और कुछ बड़ी दिक्कत हो सकती है। जिसे सही आहार और नियमित एक्सरसाइज के साथ कंट्रोल किया जा सकता है। यह एक संकेत है कि अब आपको अपने लाइफस्टाइल में सुधार करने की जरूरत है। क्योंकि हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या जीवनशैली की खराब आदतों के परिणाम स्वरूप ही देखने को मिलती है। आमतौर पर लोग सलाह देते हैं कि कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए सबसे डाइट से फैट का सेवन कम कर देना चाहिए या इसे पूरी तरह से अपनी डाइट से बाहर कर देना चाहिए। लेकिन क्या वाकई ऐसा है? इसके बारे में डॉ. रेखा ने अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में इसके बारे में विस्तार से बताया है। साथ ही, आयुर्वेद के अनुसार हाई कोलेस्ट्रॉल को मैनेज करने कुछ उपाय बताए हैं। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या आपको फैट खाना बंद कर देना चाहिए?
नहीं, यह धारणा पूरी तरह गलत है। डॉ. रेखा के अनुसार, डाइट्री फैट खाने से कॉलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है। यह एक मिथक है। क्योंकि हम जो कुछ भी खाते हैं उससे सिर्फ हमारे शरीर 8 प्रतिशत कोलेस्ट्रॉल ही प्राप्त होता है, जबकि 92 प्रतिशत कोलेस्ट्रॉल हमारे लिवर और आंतों में प्रोसेस्ड होता है। यहीं से कोलेस्ट्रॉल का निर्माण होता है। बल्कि अच्छा फैट खाना सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखने में मदद करता है।
- अच्छे फैट का सेवन करने से आपके डाइजेशन में सुधार होता है
- यह भोजन को तोड़ने में मदद करता है
- यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है
- यह हमारे पेट, आंत और लिवर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है
- स्वस्थ फैट शरीर में हार्मोन्स के संतुलन और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है
लेकिन अगर आप बाहर से बहुत तला-भुना खाते हैं। चिप्स, नमकीन जैसे पैकेज्ड फूड्स का सेवन करने के साथ ही जंक फूड्स का बहुत अधिक सेवन करते हैं। इनमें अनहेल्दी फैट्स होते हैं, जो सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं और कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने में भी योगदान देते हैं।
इसे भी पढ़ें: सुबह उठकर इस आयुर्वेदिक रूटीन को करें फॉलो, रहेंगे स्वस्थ और नहीं पड़ेंगे बीमार
View this post on Instagram
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय- Ayurvedic tips to reduce high cholesterol
- ज्यादा नमकीन, मसालेदार और तला-भुना खाने से बचें
- बहुत खट्टे फूड्स का सेवन कम करें
- कोशिश करें कि आप दिनभर में 30 मिनट पैदल जरूर चलें या एक्सरसाइज करें।
- आपको चिंता और तनाव को भी मैनेज करने की जरूरत है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां कोलेस्ट्रॉल कम करने में कर सकती हैं मदद
कुछ हर्ब्स और मसाले भी रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को मैनज करने में काफी मदद कर सकती हैं। इन्हें अपने दैनिक रूटीन का हिस्सा जरूर बनाएं।
- आंवला
- अर्जुन की छाल
- जीरा, धनिया और सौंफ
- अदरक और लहसुन
- गुग्गुल आदि।
आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करके इनका सेवन कर सकते हैं और इन्हें डाइट में शामिल करने का सही तरीके के साथ जरूरी मात्रा भी जान सकते हैं।
All Image Source: Freepik