दर्द और सूजन से जल्द राहत के लिए 5 आयुर्वेदिक नुस्खे

आयुर्वेद में कई तरह की गंभीर समस्याओं का इलाज बहुत ही आसान तरीकों से किया जाता है। दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए आप आयुर्वेद तरीकों को अपनाएं
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दर्द और सूजन से जल्द राहत के लिए 5 आयुर्वेदिक नुस्खे


बढ़ती उम्र के साथ शरीर में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक है शरीर में दर्द और सूजन होना। दर्द और सूजन का मुख्य कारण लो बोन डेंसिटी (Low bone Density) और अर्थराइटिस है। बहुत से लोगों में उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डियां (Join Pain) भी कमजोर होने लगती हैं। इस वजह से जोड़ों में काफी ज्यादा दर्द का सामना (Pain Free Life With Ayurveda) करना पड़ता है। इसके अलावा अर्थराइटिस (Arthritis) से ग्रसित लोगों में भी दर्द और सूजन देखा गया है। बढ़ती उम्र की वजह से होने वाले इन दर्द और सूजन से आप आयुर्वेदिक नुस्खों से राहत पा सकते हैं। आज हम आपको आयुर्वेद की उन 5 चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप सूजन और दर्द से काफी ज्यादा रहात पा सकते हैं। आइए जानते हैं आयुर्वेद के (Ayurveda Tips) उन 5 नुस्खों के बारे में-

जोड़ों के दर्द से राहत दिलाए नीलगिरी (Use EUCALYPTUS for Joint Pain) 

नील गिरी का अर्क अर्थराइटिस की समस्या को दूर करने में लाभकारी होता है। बढ़ती उम्र के कारण अर्थराइटिस में होने वाले सूजन को कम करने की क्षमता रखता है। इतना ही नहीं इसके इस्तेमाल से आप दांतों में दर्द, सिर दर्द जैसी समस्याओं से भी राहत पा सकते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भी भरपूर होता है।

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एंटी इन्फ्लमेट्री गुणों से भरपूर है एलोवेरा (anti inflammatory properties in Aloe-Vera) 

एलोवेरा का इस्तेमाल आप कई तरह के स्किन केयर प्रोडक्ट्स या फिर फेसपैक में करते हैं। यह न सिर्फ आपकी खूबसूरती को बढ़ाता है. बल्कि इसमें कई तरह के anti inflammatory और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं। आयुर्वेद में कई तरह के लेप को तैयार करने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि इसमें हीलिंग प्रोपर्टी होती है, जो घाव को जल्दी भरने का कार्य करती है। इसके इस्तेमाल से आप अर्थराइटिस में होने वाले सूजन और लालिमा से राहत पा सकते हैं। 

हल्दी दर्द से दिलाए राहत (Turmeric for Pain)

हल्दी के गुणों से आप काफी अच्छी तरह से वाकिफ होंगे। आयुर्वेद की दवाइयों में हल्दी का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी में मौजूद एंटी-सेप्टिक गुण घाव को जल्दी भरने का काम करते हैं। इतना ही नहीं हल्दी में एंटी इन्फ्लमेट्री (anti inflammatory properties) का गुण मौजूद होता है। जो सूजन को कम करने की क्षमता रखता है। इतना ही नहीं हल्दी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो कई तरह के दर्द और सूजन से राहत दिलाने में आपकी मदद करता है। हल्दी के इस्तेमाल से जोड़ों में सूजन और दर्द (Turmeric for Joint Pain) से राहत पा सकते हैं।

ग्रीन टी दर्द और सूजन से दिलाए राहत (Green Tea Reduce inflammation)

ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लमेट्री (anti inflammatory properties) गुण भरपूर रूप से होते हैं। नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन करने से आप जोड़ों में या फिर पुराने चोट में होने वाले सूजन को कम कर सकते हैं। आयुर्वेद में ग्रीन टी का इस्तेमाल लेप बनाने के लिए भी किया जाता है। ग्रीन टी के लेप से आप दर्द से राहत पा सकते हैं। अगर पुराने चोट पर आप ग्रीन टी का लेप लगाते हैं, तो इससे निशान भी दूर हो सकते हैं। साथ ही बार-बार होने वाले सूजन और दर्द से आपको राहत मिल सकता है।

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अदरक में है सूजन को कम करने का गुण

अदरक में अर्थराइटिस, और ज्वाइंट पेन और मसल्स में होने वाले दर्द को दूर करने की क्षमता होती है। अदरक से बनी चाय या फिर काढ़ा पीने से चेहरे पर होने वाले सूजन को कम किया जा सकता है। साथ ही यह अर्थराइटिस और रुमेटाइड आर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis) में होने वाली समस्या को कम कर सकता है। इसके अलावा मसल्स पेन को दूर करने में भी आपकी मदद कर सकता है।

आयुर्वेद की इन सभी चीजों के इस्तेमाल से आप सूजन और दर्द से राहत पा सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि किसी भी चीज की अति आपके लिए नुकसानदेय हो सकती है। इसलिए इन सभी चीजों का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करें। 

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