कान बहने की समस्या से हैं परेशान? इन 5 आयुर्वेदिक उपायों से मिलेगी राहत

Ayurvedic Remedies For Ear Discharge In Hindi: कान बहने की समस्या से किसी भी उम्र के व्यक्ति प्रभावित हो सकते हैं। जानें इससे राहत पाने के आयुर्वेदिक उपाय -
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कान बहने की समस्या से हैं परेशान? इन 5 आयुर्वेदिक उपायों से मिलेगी राहत

कान बहना एक सामान्य समस्या है। जब किसी व्यक्ति के कान से तरल पदार्थ निकलता है, तो इसे कान बहना (Ear Discharge In Hindi) कहते हैं। यह तरल पदार्थ पानी, मवाद या पस हो सकता है। कान बहने की समस्या ज्यादातर शिशुओं में देखी जाती है, लेकिन इस समस्या से किसी भी उम्र के व्यक्ति प्रभावित हो सकते हैं। कान बहने का मुख्य कारण कान में संक्रमण होता है। कान बहने की समस्या को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। कान बहने पर आपको ईएनटी विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा, कान बहने पर आप कुछ आयुर्वेदिक उपायों को आजमा सकते हैं। तो आइए, जानते हैं कान बहने की समस्या से राहत पाने के आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic remedies to cure ear discharge In Hindi) -

कान बहने की समस्या के आयुर्वेदिक उपाय - Ayurvedic Remedies For Ear Discharge In Hindi

तुलसी 

तुलसी के पौधे में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। आप कान बहने की समस्या से राहत पाने के लिए तुलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो कान के संक्रमण और कान बहने की समस्या को ठीक करने में मदद करते हैं। कान बहने पर तुलसी के पत्तों का रस निकाल लें। इसकी कुछ बूंदे अपने कान में डालें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से आपको कान बहने की समस्या से राहत मिलेगी। 

लहसुन और तेल 

लहसुन भी कान बहने की समस्या में इस्तेमाल किया जा सकता है। लहसुन में एंटीबायोटिक और एनाल्जेसिक गुण होते हैं। लहसुन में एलिसिन कंपाउंड होता है, जो संक्रमण को ठीक करने में मदद करता है। कान बहने की समस्या से राहत पाने के लिए सरसों या जैतून के तेल में लहसुन की दो-तीन कलियां डालकर गर्म कर लें। अब इसे ठंडा होने दें। इसकी दो से तीन बंदे अपने कान में डालें। कुछ दिनों तक रोजाना ऐसा करने से आपको जल्द राहत मिलेगी। 

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नीम का तेल 

कान बहने की समस्या को दूर करने के लिए आप नीम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। नीम के तेल में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण होते हैं। यह इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है। इसके लिए नीम के तेल की 2-4 बूंदे अपने कान में डालें और 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें। ऐसा करने से कुछ ही समय में कान बहना बंद हो जाएगा। 

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सिंकाई 

कान बहने पर गर्म पानी से सिंकाई करने से भी काफी राहत मिलती है। गर्म पानी से सिंकाई करने से कान से पस आसानी से बाहर निकल जाता है और दर्द से भी आराम मिलता है। इसके लिए एक साफ कॉटन के कपड़े को गर्म पानी में भिगो लें। इसके बाद इसे निचोड़ लें और फिर इस कपड़े को 2 से 5 मिनट तक कान पर रखें। ऐसा करने से कानों में जमाव को रोकने में मदद मिलेगी और कान बहना बंद होगा। 

प्याज 

कान बहने की समस्या को ठीक करने के लिए आप प्याज का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए एक प्याज को पीसकर इसका रस निकालें। अब इसे हल्का गर्म कर लें। इसके बाद प्याज के रस की कुछ बूंदें कान में डालें। आप दिन में दो से तीन बार कान में प्याज के रस की बूंदे डाल सकते हैं। ऐसा करने से आपको काफी आराम मिलेगा। 

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Ayurvedic Remedies For Ear Discharge In Hindi:अगर आप कान बहने की समस्या से परेशान हैं, तो इन आयुर्वेदिक उपायों को आजमा सकते हैं। लेकि न, अगर कान बहना बंद नहीं हो रहा है, तो डॉक्टर से इलाज करवाना जरूरी है।

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