गर्मियों में लू लगना, जिसे हीट स्ट्रोक भी कहा जाता है, एक गंभीर स्थिति है जो शरीर के तापमान के नियंत्रण में गड़बड़ी के कारण होती है. यह तब होता है जब शरीर बहुत ज़्यादा गर्मी को अवशोषित कर लेता है, जिससे शरीर का तापमान खतरनाक रूप से बढ़ जाता है. लू लगने से शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है, जिससे बेहोशी और अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. जो स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। लू लगने से आपके शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है, जिससे आपको चक्कर आने, बेहोशी होने, और अन्य गंभीर लक्षण नजर आने लगते हैं। कई बार लू लगने के लक्षणों को नजरअंदाज करना आपके लिए जानलेवा हो सकता है। ऐसे में लू से बचाव के लिए आप अपनी डाइट में मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता के बताए इस आयुर्वेदिक ड्रिंक (What is the best drink for heat stroke?) को शामिल कर सकते हैं, जो लू से बचाव में आपकी मदद कर सकता है।
लू से बचाव के लिए आयुर्वेदिक ड्रिंक की रेसिपी - Ayurvedic Drink Recipe For Heat Stroke in Hindi
सामग्री
- खस की जड़ – 2 ग्राम
- धनिया – 5 ग्राम
- भुना हुआ जीरा – 2 ग्राम
- त्रिफला – 2 ग्राम (अगर पित्त बहुत अधिक है, तो मात्रा 4 ग्राम करें)
- सौंठ – 2 ग्राम
- पानी – 200 मिली
बनाने की विधि
- सभी सामग्रियों को 200 मिली पानी में डालें।
- इसके बाद धीमी आंच पर पानी को उबालें जब तक यह 100 मिली रह जाए।
- अब पानी को गैस से उतार कर इसे छान लें।
- हल्का गुनगुना या ठंडा होने पर इस ड्रिंक को तुरंत पी लें।
- इस ड्रिंक को दिन में 1–2 बार गर्मी और लू के लक्षण दिखने पर पिएं।

लू से बचाव में इस आयुर्वेदिक ड्रिंक के फायदे - Benefits Of Ayurvedic Drink For Heat Stroke in Hindi
- खस की जड़ कई सालों से शरीर को नेचुरल ठंडक देने के लिए आयुर्वेद में औषधि के रूप में उपयोग की जा रही है। इस ड्रिंक में मौजूद खस की जड़ के गुण आपके शरीर के तापमान को संतुलित करने और स्किन को ठंडक देने में मदद करते हैं।
- आयुर्वेद के अनुसार धनिया और त्रिफला पित्तशामक गुणों से भरपूर होते हैं। ये पेट की जलन, उल्टी, चक्कर आना और ज्यादा पसीने से होने वाली कमजोरी में राहत दिलाने में मदद करता है।
- इस ड्रिंक में मौजूद सौंठ और जीरा आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाते हैं। गर्मियों में भारीपन और अपच की समस्या आम होती है, जिसे यह ड्रिंक नेचुरल तरीके से आपकी समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
- ड्रिंक में मौजूद त्रिफला आपके शरीर में के टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। अगर पित्त नीचे से निकालना है तो आप अपनी ड्रिंक में त्रिफला की मात्रा को बढ़ाकार 2 ग्राम से 4 ग्राम कर सकते हैं। इससे आपका मल साफ होता है औऱ पित्त का शमन होता है।
- यह ड्रिंक आपके नर्वस सिस्टम पर भी शांत प्रभाव डालता है। गर्मियों में चिड़चिड़ापन, नींद की कमी या मानसिक थकावट से राहत दिलाने में भी ये ड्रिंक बहुत लाभकारी है।
कब और कैसे पीना चाहिए?
गर्मी के दिनों में लू के लक्षणों से बचाव के लिए और ठीक करने के लिए आप सुबह खाली पेट या दोपहर के समय इस ड्रिंक का सेवन कर सकते हैं। या फिर आप लू लगने के तुरंत बाद भी इस ड्रिंक को पी सकते हैं, जिससे इसका ज्यादा प्रभाव कम होता है। यह एक नेचुरल कूलेंट के रूप में काम करता है, इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं, लेकिन बच्चों या प्रेग्नेंट महिलाओं को ये ड्रिंक पिलाने से पहले आयुर्वेदाचार्य से सलाह ले लें।
निष्कर्ष
गर्मियों में लू से बचाव के लिए आप अपनी डाइट में इस आयुर्वेदिक ड्रिंक को शामिल कर सकते हैं। इस ड्रिंक में मौजूद सामग्रियां आपके शरीर को ठंडा रकने और लू के लक्षणों को ठीक करने में मदद करते हैं।
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FAQ
लू में जाना हो तो क्या पीकर जाना चाहिए?
वैसे तो हर व्यक्ति लू के दौरान घऱ से बाहर निकलने से परहेज करते हैं, लेकिन अगर आपको फिर भी लू के समय बाहर जाना हो तो आप ठंडा पानी, छाछ, नींबू पाना, या आम पन्ना जैसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।लू लगने पर शरीर में क्या होता है?
लू लगने के कारण आपके शरीरमें कई तरह के बदलाव आते हैं, जिसमें शरीर का तापमान बढ़ना, पसीना न आना, सिर में दर्द होना, चक्कर आना, उल्टी, बेहोशी और मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या शामिल है।लू के लिए क्या खाना चाहिए?
लू से बचने के लिए, आपको अपनी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना जरूरी है, जो शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है। इसलिए आप अपनी डाइट में पानी से भरपूर खाद्य पदार्थ, फल और सब्जियों को शामिल कर सकते हैं, जो लू से बचाव करने में आपकी मदद करते हैं।