अस्थमा या दमा सांस से जुड़ी बीमारी है, जिसमें व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होती है और दम घुटने लगता है। हाल में ही हुए एक शोध में इस बात का खुलासा किया गया कि एक मोबाइल एप्लिकेशन अस्थमा को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। यूरोपियन रेस्पिरेटरी जर्नल में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, एक ऐसा मोबाइल एप्लिकेशन है, जो कि व्यक्ति के फेफड़े की कार्यक्षमता की गणना करता है और फिर डाक्टर द्वारा निर्धारित उपचार की मशीन-जनित इलाज की सिफारिश के रूप में प्रतिक्रिया देता है।
अध्ययन के अनुसार
जो लोग अक्सर अनियंत्रित अस्थमा से पीड़ित होते हैं, उन्हें अस्थमा का दौरा पड़ता है या सांस लेने में समस्या होती है, जो कई बार मृत्यु का कारण भी बनता है। आमतौर पर, यह स्थिति गलत दवाओं या अपर्याप्त प्रबंधन के कारण उत्पन्न होती है। 'कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट' के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन से पता चलता है कि यह उपचार का एक फॉर्मुला है, जो स्मार्टफोन में लक्षणों और फेफड़ों के कार्य के आधार पर काम करता है और अनियंत्रित अस्थमा की समस्या के प्रबंधन में मदद कर सकता है।
कैसे करते हैं इस एप्लिकेशन का इस्तेमाल?
इस मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करना बहुत आसान है। फेफड़ों की कार्यक्षमता को मापने के लिए और इस प्रक्रिया को संचालित करने के लिए फोन एक वायरलेस स्पाइरोमीटर से जुड़ा होता है। एप्लिकेशन उपयोग करने के लिए आपको सांसों को रिकॉर्ड करता है और यह ऐप संभावित उपचार बताते हुए प्रतिक्रिया देता है।
अस्थमा ट्यूनर एप्लिकेशन
इस एप्लिकेशन का नाम 'अस्थमाटूनर' रखा गया है, जो श्वसन तंत्र को मुख्य रूप से अस्थमा से बचाने के लिए है। 'कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट' व अध्ययन के प्रमुख लेखक कहते हैं "यह ऐप अस्थमा-देखभाल और दिशानिर्देशों के अनुसार फेफड़े के कार्यों और अस्थमा के लक्षणों का विश्लेषण करता है,"।
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कैसे किया गया अध्ययन
अस्थमा ट्यूनर एक वायरलेस स्पाइरोमीटर के माध्यम से फेफड़े की कार्यक्षमता को मापने से जुड़ा है। यह अध्ययन में अनियंत्रित अस्थमा की समस्या के साथ छह वर्ष से अधिक आयु के 77 रोगियों पर किया गया था। उनमें से ज्यादातर बच्चे और युवावर्ग शामिल था।
इस ऐप्लिकेशन की मदद से अस्थमा को नियंत्रित करने में मदद मिली है। इसलिए अगर आप अस्थमा के मरीज हैं, तो इस एप्लिकेशन को आजमाएं।
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