अर्थराइटिस के उपचार के लिए प्रयोग की जाने वाली दवा से गंजेपन का उपचार संभव है, और इसकी सबसे खास बात यह है कि इसका कोई साइड-इफेक्ट नहीं होता है। येल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अर्थराइटिस के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा की मदद से गंजेपन का उपचार करने का दावा किया है।
शोधकर्ताओं ने टोफासिटनिब साइट्रेट नामक दवा की मदद से 25 वर्षीय व्यक्ति के सिर पर बाल उगाने में सफलता पाई है जो किसी रोग के कारण कम उम्र में ही गंजेपन का शिकार हो चुका था।
शोधकर्ताओं के अनुसार, इस दवा की मदद से उन्होंने शुरूआत के 2 महीनों में बाल उगने में आंशिक सफलता पाई और 8 महीनों के भीतर वे पूरे सिर पर बाल उगाने में सफलता पायी।
इसके प्रमुख शोधकर्ता डॉ. ब्रेट ए. किंग के अनुसार, ''एफडीए द्वारा स्वीकृत इस दवा की मदद से न सिर्फ हम सिर पर बाल उगाने में सफल हुए बल्कि भौंहों, पलकों आदि को भी दोबारा उगाने में भी हमें सफलता मिली है।''
उन्होंने इस दवा की मदद से गंजेपन के उपचार के लिए क्रीम बनाने की भी सिफारिश की है।
Source - CNN
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