
Rama or Shyama Which Tulsi Leaves Should Be Added in Tea: भारतीय घरों में तुलसी का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जाता है। मुख्य रूप से तुलसी के पत्ते पूजा में इस्तेमाल होते हैं, लेकिन औषधीय गुणों के कारण लोग इसका सेवन भी करते हैं। तुलसी के पत्तों का सेवन करने से शरीर से कई बीमारियां दूर रहती हैं और संक्रमण का खतरा भी कम करने में मदद मिलती है। कुछ लोग तुलसी की पत्तियों को चाय में डालकर पीना पसंद करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में कई प्रकार की तुलसी पाई जाती है। जैसे की विष्णु तुलसी, वन तुलसी, नींबू तुलसी, रामा तुलसी और श्यामा तुलसी। लेकिन मुख्य रूप से सिर्फ रामा और श्यामा तुलसी का इस्तेमाल ही किया जाता है।
लेकिन चाय में रामा या श्याम किस तुलसी के पत्तों को उबालकर पीना चाहिए, इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को है, जिसकी वजह से उन्हें तुलसी के पत्तों के फायदों की बजाय नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। अगर आपको भी चाय में तुलसी के पत्ते डालकर पीना पसंद है, तो इस लेख में मुलुंद स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल की न्यूट्रिशनिस्ट अमरीन शेख बताने जा रहे है कि रामा और श्यामा कौन से तुलसी के पत्तों का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक (Health Benefits of Tulsi Leaves) होता है।
कौन-सी तुलसी के पत्ते चाय में डालने चाहिए? - Which Tulsi leaves should be added to tea?
एक्सपर्ट के अनुसार, रामा और श्यामा दोनों ही तुलसी के पत्ते स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। लेकिन चाय में सिर्फ रामा तुलसी को डालकर ही पीना चाहिए। एक्सपर्ट की मानें तो श्यामा तुलसी में ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जिसके कारण वह पेट में जाकर गर्मी पैदा करते हैं। इसकी वजह से पेट में दर्द, कब्ज, ब्लोटिंग और उल्टी की समस्या हो सकती है। गर्मियों में श्यामा तुलसी का सेवन किया जाए, तो यह पाचन क्रिया को खराब कर सकती है। श्यामा तुलसी का इस्तेमाल घरेलू दवाओं और काढ़े में करना ज्यादा लाभदायक है।
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वहीं, रामा तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट कम मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए चाय में हमेशा रामा तुलसी को डालकर ही पीना चाहिए। एक्सपर्ट का कहना है कि तुलसी के पत्तों का सेवन बुखार, स्किन प्रॉब्लम और संक्रमण संबंधी परेशानियों से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा तुलसी के पत्तों का सेवन करने से मानसिक तनाव को भी कम करने में मदद मिलती है।
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रामा और श्याम तुलसी में कैसे अंतर पहचाने? - How to differentiate between Rama and Shyam Tulsi?
जब बात रामा और श्यामा तुलसी में अंतर पहचानने की आती है, तो लोग इसमें भी कंफ्यूज हो जाते हैं। आपने देखा होगा कि कुछ तुलसी के पत्ते हल्के हरे रंग की होते हैं, यह तुलसी रामा तुलसी कहलाती है। रामा तुलसी का स्वाद हल्का सा मीठा होता है। वहीं, जब बात श्यामा तुलसी की आती है, तो उसका रंग थोड़ा सा लाल होता है। जबकि स्वाद में श्यामा तुलसी थोड़ी सी कड़वी होती है।
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हम उम्मीद करते हैं इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको रामा और श्यामा तुलसी में अंतर समझ आ गया होगा और चाय में कौन सी तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए इसकी जानकारी भी मिल गई होगी।
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