Hariyali Teej : सुहागिन स्त्रियों के लिए तीज का पर्व काफी महत्व रखता है। लेकिन अगर आप गर्भवती हों, तो इस व्रत के दौरान आपको कुछ सावधानी रखनी जरूरी है।
सुहागिन स्त्रियों के लिए तीज का पर्व काफी महत्व रखता है। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान और झारखंड के लगभग सभी हिस्सों में हरियाली तीज का पर्व हिंदू परिवारों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं और हरे कपड़े-चूड़ियां आदि पहनकर पूजा करती हैं। वैसे तो व्रत-त्यौहारों में बताए गए नियमों का पालन धार्मिक दृष्टि से जरूरी होता है, लेकिन कुछ विशेष स्थितियों में आपको कुछ नियमों को छोड़ देना चाहिए और परंपराएं भी आपको इसकी इजाजत देती हैं। जैसे- यदि कोई महिला प्रेग्नेंट है, यानी गर्भ से है, तो उसे व्रत के दौरान कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए, ताकि उसके और होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य पर इसका असर न पड़े। आइए आपको बताते हैं तीज व्रत के दौरान गर्भवती महिलाों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
गर्भवती महिला के शरीर की जरूरतें सामान्य महिला से बहुत ज्यादा अलग होती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में आयरन, कैल्शियम और एनर्जी की जरूरतें बढ़ जाती हैं। इसलिए यदि कोई महिला प्रेग्नेंट है, तो उसे व्रत के बारे में पहले से थोड़ी प्लानिंग कर लेनी चाहिए। क्या खाना है, कब खाना है और कितना खाना है, इस बारे में चाहें तो अपने डॉक्टर या डायटीशियन से बात कर लें, ताकि आपको और शिशु को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
गर्भवती महिलाओं को लंबे समय तक भूखा नहीं रहना चाहिए। दरअसल लंबे समय तक भूखा रहने से आपके शरीर में ग्लूकोज का स्तर बहुत अधिक कम हो सकता है, जो कई बार खतरनाक स्थिति हो सकती है। शरीर में ग्लूकोज की कमी से महिला हाइपोग्लाइसीमिया का शिकार हो सकती है, जो शिशु के लिए जानलेवा स्थिति हो सकती है। इसलिए लंबे समय तक भूखा रहने से बचें।
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गर्भवती महिला को कभी भी निर्जला व्रत नहीं रखना चाहिए। गर्भ में भ्रूण के विकास के दौरान महिला के शरीर में पानी की जरूरतें भी बढ़ जाती हैं। डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) शिशु के लिए खतरनाक हो सकता है। गर्मी और बारिश के कारण उमस बढ़ने से इस मौसम में पसीना निकलने, प्यास ज्यादा लगने और पेशाब ज्यादा लगने के कारण, शरीर की पानी की जरूरतें बढ़ जाती हैं। इसलिए व्रत के दौरान तरल आहार जैसे- सादा पानी, नींबू पानी, फलों का जूस, छाछ आदि का सेवन करती रहें।
प्रेग्नेंसी के दौरान बहुत सारी महिलाओं को गैस, कब्ज और बदहजमी की समस्याएं होती हैं। व्रत के दौरान बहुत सारे लोग चाय-कॉफी खूब पीत हैं। मगर गर्भवती महिलाओं को ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि चाय-कॉफी में मौजूद तत्व आपके पेट की समस्या को और बढ़ सकते हैं।
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