मसालेदार भोजन करने या ज्यादा एक्सरसाइज करने के बाद ज्यादा प्यास लगना सामान्य माना जाता है, खासकर गर्म मौसम में। लेकिन अगर आपको पिछले कुछ समय से अक्सर ही सामान्य से अधिक प्यास लगने और पानी पीने के बाद भी प्यास का न बुझने जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, तो ये शरीर में पल रही किसी बीमारी का या किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। कई बार ऐसी स्थिति में बार-बार प्यास लगने के अलावा आपको थकान और आंखों के आगे धुंधलापन की समस्या भी हो सकती है। अगर ये स्थिति आपके साथ भी है, तो इसे नजरअंदाज करने के बजाय गंभीरता से लें। जल्दी-जल्दी प्यास लगना किन समस्याओं का संकेत हो सकता है और कब आपको चिकित्सक की सहायता लेनी चाहिए, इस विषय पर हमने बात की ग्रेटर नोएडा के शारदा हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन विभाग के डॉ. भूमेश त्यागी से। आइए आपको बताते हैं कि उन्होंने हमें क्या जानकारियां दी हैं।
बार-बार प्यास लगने के सामान्य और पैथोलॉजिकल कारण
डॉ. भूमेश त्यागी बताते हैं कि बार-बार प्यास लगने के कुछ सामान्य कारण हो सकते हैं, जैसे- मौसम में नमी (ह्यूमिडिटी) ज्यादा हो, पसीना ज्यादा निकला हो या फिर एक्सरसाइज के तुरंत बाद शरीर थका हुआ हो, तो पानी की जरूरत बढ़ जाती है। इसके अलावा अधिक मसालेदार भोजन खाने के बाद भी प्यास ज्यादा लगती है। लेकिन इनके अलावा भी बार-बार प्यास लगना कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। जैसे-
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- उल्टी होने
- डायरिया (पेचिश) होने
- लू लगने (हीट स्ट्रोक) के कारण
- कुछ खास दवाओं (Diuretics) के कारण।
इसके अलावा ये स्थिति कुछ बीमारियों का भी संकेत हो सकती है-
1. डिहाइड्रेशन
यह तब होता है जब आपके शरीर में तरल पदार्थों की कमी हो जाती है। डिहाइड्रशेन व्यक्ति के जीवन के लिए खतरा है, खासकर शिशुओं और छोटे बच्चों के लिए। डिहाइड्रेशन किसी बीमारी, अधिक पसीना, बहुत अधिक मूत्र उत्पादन, उल्टी या दस्त के कारण हो सकता है।
2. डायबिटीज मेलिटस (Diabetes Mellitus)
अत्यधिक प्यास उच्च रक्त शर्करा (हाइपरग्लाइसेमिया) के कारण हो सकता है। यह अक्सर इस प्रकार के डायबिटीज के पहले ध्यान देने योग्य लक्षणों में से एक है। सिर्फ मीठा खाने से नहीं बल्कि इन 5 कारणों से भी होती है डायबिटीज
3. डायबिटीज इन्सिपिडस (Diabetes Insipidus)
डायबिटीज का यह रूप तब होता है जब आपका शरीर तरल पदार्थों को ठीक से नियंत्रित नहीं कर पाता है। यह आपके शरीर में पानी के असंतुलन और नुकसान का कारण बनता है, जिससे अत्यधिक पेशाब और प्यास लगती है।
4. डिप्सोजेनिक डायबिटीज इन्सिपिडस (Dipsogenic diabetes insipidus)
यह स्थिति प्यास तंत्र में एक दोष के कारण होती है, जिसके परिणामस्वरूप बार-बार पेशाब के साथ प्यास और तरल का सेवन बढ़ जाता है। डायबिटीज रोगियों को नियमित रूप से करानी चाहिए ये 5 जांचे, जानिए क्यों जरूरी है ये
5. सेप्सिस (Sepsis)
यह एक खतरनाक बीमारी है जो बैक्टीरिया या अन्य कीटाणुओं के संक्रमण से होने वाली गंभीर इंफ्लामेट्री रिएक्शन के कारण होती है। इसके अलावा हार्ट, लिवर या किडनी फेल्योर होने के कारण भी बार-बार प्यास लगती है।
बार-बार प्यास लगने पर क्या करें?
अगर आपको बार-बार प्यास लगती है तो इसके लिए घबराएं नहीं। क्योंकि पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। यह हमारे शरीर में पानी की मात्रा को बनाए रखता है। इसके लिए आप ऐसे फूड्स का भी सेवन कर सकते हैं जो आपके शरीर में पानी की मात्रा बनाए रख सकता है। फिर भी यदि आपको लगता है कि आपकी प्यास नहीं बुझ रही है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। ऐसी स्थिति में डॉक्टर लक्षण और परीक्षण के आधार पर आपको बताएगा कि आप नॉर्मल हैं या वाकई में आप बीमार हैं।
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