भले ही आप थोड़ी-थोड़ी पीते हों, लेकिन इसका असर आप पर काफी गहरा होता है। इससे आपके दिमाग की प्रतिक्रिया देने की गति पर विपरीत असर होता है।
मौज-मस्ती के लिए शराब या बीयर पीने वाले लोग अब सचेत हो जाएं। एक नये अध्ययन से पता चला है कि ये चीजें दिमाग को स्थयी रूप से सुस्त बना देती हैं। शराब पीने वाले के दिमाग को किसी चीज पर प्रतिक्रिया देने में भी कठिनाई होती है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि ज्यादातर लोग सोचते हैं कि शराब से हानि का मामला ज्यादा सेवन करने से जुड़ा है। लेकिन अध्ययन बताते हैं कि एक सप्ताह में मध्यम आकार के तीन गिलास शराब के सेवन करने से भी दिमाग स्थायी रूप से सुस्त हो जाता है। एक सप्ताह में करीब साढ़े चार बीयर का सेवन से भी यही होता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग नियमित रूप से शराब पीते हैं उन्हें कोई आसान काम करने में भी सामान्य लोगों की तुलना में 20 फीसदी अधिक दिमागी शक्ति लगानी पड़ती है।
ऐसे लोगों को किसी चीज पर ध्यान केंद्रित करने में भी कठिनाई होती है। यह अध्ययन, स्पेन की सेंटियागो डे कोमोपोस्टेला यूनिवर्सिटी में कराया गया और इसको पूरा करने में तीन साल लगे।
अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 26 ऐसे विद्यार्थियों को लिया जिन्हें शराब और बीयर पीने की लत लगी हुई थी। वे एक सप्ताह में कम से कम एक बार पीने के लिए बैठते थे। इनके अलावा उन्होंने 31 उन विद्यार्थियों को लिया जो नियमित रूप से शराब नहीं पीते थे। शोधकर्ताओं ने पहले इन विद्यार्थियों को उनकी आदत के मुताबिक पीने दिया। जो विद्यार्थी नियमित रूप से शराब नहीं पीते थे उन्हें भी उनके मन मुताबिक निर्णय करने दिया गया।
बाद में जब दोनों तरह के विद्यार्थी सामान्य अवस्था में थे तब शोधकर्ताओं ने उन्हें कुछ चमकते हुए प्रतीकों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने को कहा। उन्होंने पाया कि दोनों समूहों के विद्यार्थियों की प्रतिक्रिया में गति या सटीकता में औसत दर्जे का अंतर नहीं था और समय के साथ प्रतिक्रिया में कोई गिरावट नहीं देखी गयी।
Read More Articles on Health News in Hindi