चीन में फैल रहा निमोनिया भारत में भी बन रहा खतरा, AIIMS में अब तक 7 पॉजिटिव सैंपल की हुई पुष्टि

हाल ही में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) में माइकोप्लाज्मा निमोनिया के 7 पॉजिटिव मामले होने की पुष्टि की गई है। 
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चीन में फैल रहा निमोनिया भारत में भी बन रहा खतरा, AIIMS में अब तक 7 पॉजिटिव सैंपल की हुई पुष्टि


चीन में फैल रही रहस्यमयी बीमारी के चलते लोगों की चिंता बढ़ गई है। यह वायरस के सब-टाइप एच9एन2 का रूप है। चीन में फैल रही इस घातक बीमारी के मामले भारत में भी होने की बात कही जा रही है। दरअसल, हाल ही में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) में माइकोप्लाज्मा निमोनिया के 7 पॉजिटिव मामले होने की पुष्टि की गई है। 

भारत में भी मौजूद माइकोप्लाज्मा निमोनिया 

लैंसेट माइक्रोब जर्नल की एक रिपोर्ट की मानें तो एम्स में अप्रैल और सितंबर 2023 के बीच निमोनिया के 7 सैंपल मिले हैं, जिससे वॉकिंग निमोनिया होता है। दरअसल, भारत में माइकोप्लाज्मा निमोनिया के लिए ग्लोबल सर्विलांस ग्रुप बनाया गया है, जो निमोनिया के सैंपल इकठ्ठे करता है। भारत में कुल 67 सैंपल लिए गए थे, जिनमें से 7 लोगों के इससे पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। चीन में इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं। लोगों के अस्पतालों में भर्ती होने की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। 

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भारत में क्या हैं तैयारियां 

चीन में फैल रहे इस माइकोप्लाज्मा निमोनिया के बढ़ते मामले देख विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इससे सतर्क रहने की सलाह दी है। वहीं भारत सरकार द्वारा भी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर जोर देने के साथ ही अन्य जरूरी आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने भी राज्यों को मेडिकल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा लेने का निर्देश जारी किया है। कई राज्यों में इससे बचने के लिए ऑक्सीजन और कोविड बेड भी बढ़ाए गए हैं। 

निमोनिया के सामान्य लक्षण 

  • निमोनिया के लक्षण दिखने पर उसे बिलकुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। 
  • निमोनिया होने पर आपको तेज बुखार आने के साथ ही ठंड भी लग सकती है। 
  • निमोनिया से ग्रसित होने पर फेफड़ों पर भी असर पड़ता है। इस स्थिति में कई बार फेफड़ों में सूजन हो सकती है। 
  • इस स्थिति में कई बार बिना बलगम के ही खांसी आ सकती है। 
  • ऐसी स्थिति में सांस लेने में कठिनाई होने का भी सामना करना पड़ सकता है। 

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