एड्स होने के 4-5 साल बाद दिख सकते हैं ये लक्षण, डॉक्टर से जानें बचाव के टिप्स

एचआईवी संक्रमण होने पर एड्स की बीमारी का खतरा रहता है, जानें एड्स के लक्षण और इससे बचाव के टिप्स।
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एड्स होने के 4-5 साल बाद दिख सकते हैं ये लक्षण, डॉक्टर से जानें बचाव के टिप्स

एचआईवी का सही समय पर इलाज न होने की वजह से यह समस्या एड्स में बदल जाती है। एड्स की बीमारी में सबसे ज्यादा खतरा ऐसे लोगों को होता है जिनके शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। एड्स की बीमारी होने पर शरीर में संक्रमण से खिलाफ लड़ने की क्षमता भी कम हो जाती है और कुछ मामलों खत्म भी हो सकती है। दुनियाभर में वैज्ञानिक और डॉक्टर्स एड्स की बीमारी का इलाज और इसकी वैक्सीन खोज रहे हैं लेकिन उन्हें अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। सही समय पर एड्स के लक्षणों (AIDS Symptoms in Hindi) को पहचानकर उचित इलाज लेने से आप इस बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं। एड्स की बीमारी के बारे में जानकारी की कमी के कारण लोगों में यह समस्या हो जाती है उन्हें इसका पता भी नहीं चलता है। एड्स की बीमारी में लक्षण दिखने पर सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। जांच के बाद इलाज कराने से आप एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। एड्स होने पर कुछ लक्षण ऐसे भी हैं जो मरीज को संक्रमण के 4 से 5 साल के बाद दिखाई देते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं एड्स के लक्षण और इससे बचाव के टिप्स।

एड्स के लक्षण  (AIDS Symptoms in Hindi)

एड्स की बीमारी एचआईवी पॉजिटिव होने पर असुरक्षित यौन संबंध बनाने और ऐसे संक्रमित व्यक्ति के इस्तेमाल किये गए इंजेक्शन को दोबारा इस्तेमाल करने से फैलती है। जो व्यक्ति एचआईवी से पॉजिटिव है अगर उस व्यक्ति का खून किसी दूसरे व्यक्ति को दिया जाता है तो इससे भी खून लेने वाले व्यक्ति में एड्स की बीमारी फैल सकती है। इसके अलावा एचआईवी पॉजिटिव गर्भवती महिला के द्वारा उसके बच्चे में इस बीमारी का खतरा बना रहता है। एड्स की बीमारी में ज्यादातर लक्षण कुछ साल बाद ही दिखने शुरू होते हैं। एड्स में कुछ ऐसे लक्षण भी होते हैं जो बीमारी के 4 से 5 साल बाद दिखते हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर बताते हैं कि एड्स के मरीजों में दिखने वाल कुछ प्रमुख लक्षण शुरुआत में समझ में नहीं आते हैं। लेकिन जैसे-जैसे यह बीमारी बढ़ती है इसके लक्षण भी बढ़ने शुरू हो जाते हैं। एड्स में मरीज को दिखने वाले कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार से हैं जो बीमारी के सालों बाद नजर आते हैं।

AIDS-Symptoms-Prevention

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  • अचानक वजन कम होना।
  • तेज बुखार और खांसी की समस्या बनी रहना।
  • स्किन, आंख, नाक और मुंह के आसपास धब्बे।
  • याददाश्त कमजोर होना।
  • शरीर में लगातार दर्द बना रहना।
  • बार-बार बीमार पड़ना।
  • टीबी की समस्या के लक्षण दिखना।
  • पेट खराब रहना और डायरिया की समस्या।
  • स्किन पर रैशेज।
  • गुप्तांगों में घाव होना।

एड्स की बीमारी से बचाव के टिप्स (AIDS Prevention Tips in Hindi)

एड्स की बीमारी से दुनियाभर में लाखों लोग पीड़ित हैं। इस बीमारी का कोई इलाज न होने के कारण इससे बचने के लिए जरूरी सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए। एड्स की बीमारी में अगर आप जरा सी भी लापरवाही बरतते हैं तो यह आपके लिए घातक हो सकता है। एड्स होने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर होने लगती है जिसकी वजह से आप जल्दी संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। इसकी वजह से शरीर में कई अन्य परेशानियां हो सकती हैं। एड्स से बचाव के लिए आपको इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।

  • असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाने से बचें, इस दौरान कंडोम का इस्तेमाल करें।
  • एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति का खून लेने से बचें।
  • इंजेक्शन लगवाते समय यह ध्यान रखें कि वह नया हो।
  • लक्षण दिखने पर सबसे पहले एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह लें।
  • एड्स होने पर इलाज के साथ-साथ संतुलित और पौष्टिक भोजन का सेवन करें।
  • नियमित रूप से व्यायाम, योग और मेडिटेशन का अभ्यास करें।

एड्स एक जानलेवा बीमारी मानी जाती है। सही समय पर इसका इलाज न लेने से आपको कई गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए एचआईवी से संक्रमित होने पर सही समय पर इलाज जरूर कराना चाहिए। एड्स या एचआईवी के लक्षणों को नजरअंदाज करने से आपको गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

(All Image Source - Freepik.com)

 

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