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क्‍या होता है जब आप लंबे समय तक करती हैं काम? जानें मह‍िलाओं के ल‍िए देर तक काम करने के 5 नुकसान

मह‍िलाओं के देर तक काम करने से शारीरि‍क और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को कई नुकसान हो सकते हैं, जानते हैं इसे व‍िस्‍तार से 
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क्‍या होता है जब आप लंबे समय तक करती हैं काम? जानें मह‍िलाओं के ल‍िए देर तक काम करने के 5 नुकसान

आज के समय में मह‍िलाएं हर क्षेत्र में हैं, वे ज‍ितनी अच्‍छी हाउसमेकर हैं उतनी ही अच्‍छा ऊर्जा के साथ वे बाहर का काम भी करती हैं। ज्‍यादातर मह‍िलाएं आज के समय में मल्‍टी टॉस्‍कि‍ंंग करती हैं, वे बाहर का काम तो करती ही हैं साथ ही उन्‍हें घर आकर भी काम करना होता है। कई बार ज्‍यादा काम करने का बुरा असर सेहत पर पड़ता है। वर्कलोड का असर शारीर‍िक और मानस‍िक दोनों स्‍वास्‍थ्‍य पर ही पड़ता है। इस लेख में हम जानेंगे क‍ि वर्कलोड कैसे मह‍िलाओं के स्‍वास्‍थ्‍य को प्रभाव‍ित कर सकता है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्‍पताल की गाइनोकॉलोज‍िस्‍ट डॉ दीपा शर्मा से बात की। 

depression      

1. मह‍िलाओं में अन‍ियम‍ित पीर‍ियड्स की समस्‍या (Irregular periods)

ज्‍यादा काम करने के कारण मह‍िलाओं में अन‍ियम‍ित पीर‍ियड्स की समस्‍या हो सकती है। डॉ दीपा ने बताया क‍ि अस्‍पताल के ओपीडी में रोजाना न जाने क‍ितनी ही मह‍िलाएं ये श‍िकायत लेकर आती है क‍ि उन्‍हें अन‍ियम‍ित पीर‍ियड्स की समस्‍या है और साथ ही काम का प्रेशर ज्‍यादा है, पीर‍ियड्स का कनेक्‍शन आपके हार्मोन्‍स से भी है और हार्मोन्‍स का संबंध शारीर‍िक और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ा हुआ है इसल‍िए आपको हेल्‍दी रहना है तो अपने काम करने के घंटे तय करें और जरूरत से ज्‍यादा काम करने से बचें।   

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2. मह‍िलाओं में बाल झड़ने की समस्‍या (Hairfall in women)

मह‍िलाओं को ज्‍यादा काम करने के कारण या वर्कलोड बढ़ने से स्‍क‍िन और बाल से जुड़ी समस्‍या होने लगती हैं ज‍िनमें से एक है बाल झड़ने की समस्‍या। बाल झड़ने की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए आप स्‍ट्रेस कम करें और हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल फॉलो करें, अपने काम करने का समय फ‍िक्‍स करें और थोड़ा टाइम अपने ल‍िए भी न‍िकालें। 

3. म‍ह‍िलाओं में ड‍िप्रेशन और तनाव की समस्‍या (Depression symptoms)

कई मह‍िलाएं घर और ऑफ‍िस दोनों का काम संभालती हैं ज‍िसके कारण उन्‍हें ड‍िप्रेशन की समस्‍या हो सकती है। ड‍िप्रेशन के कारण मह‍िलाओं को अन्‍य शारीर‍िक समस्‍याएं हो सकती हैं। ड‍िप्रेशन के लक्षण नजर आते ही आपको अपने काम करने का तरीका बदल देना चाह‍िए क्‍योंक‍ि सेहत के साथ लंबे समय तक बने रहना हान‍िकारक माना जाता है।     

4. म‍ह‍िलाओं की हड्ड‍ियों में दर्द की समस्‍या (Bone pain)

मह‍िलाओं में कैल्‍श‍ियम की कमी पुरुषों से ज्‍यादा होती है क्‍योंक‍ि प्रेगनेंसी के दौरान भी कैल्‍श‍ियम की कमी हो जाती है और ज्‍यादा काम करने के कारण और हड्डि‍यां कमजोर होने के कारण हड्ड‍ियों में दर्द की समस्‍या हो सकती है। अगर आपके साथ भी ये समस्‍या है तो आपको अपने डॉक्‍टर से संपर्क करके कैल्‍श‍ियम सप्‍लीमेंट लेना चाह‍िए या काम से ब्रेक लेना भी जरूरी है, अगर आपका फ‍िज‍िकल वर्क ज्‍यादा है और हड्डि‍यां कमजोर हैं तो आपकी बोन्‍स में पेन हो सकता है। 

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5. मह‍िलाओं में हार्मोनल इंबैलेंस (Harmonal imbalance)

अगर मह‍िलाएं ज्‍यादा समय के ल‍िए काम करेंगी तो उन्‍हें हार्मोन्‍स के असंतुलन से गुजरना पड़ सकता है। हार्मोनल इंबैलेंस, वर्कलोड की एक न‍िशानी हो सकती है। मह‍िलाओं में हार्मोनल इंबैलेंस के कारण इंफर्ट‍िल‍िटी की समस्‍या हो सकती है। आपको लंबे समय तक काम करते रहने से बचना चाह‍िए।    

इन ट‍िप्‍स को फॉलो करें

ये कह पाना मुश्‍क‍िल होगा क‍ि काम कम क‍िया जाना चाह‍िए क्‍योंक‍ि हर मह‍िला के फील्‍ड या द‍िनचर्या के मुताब‍िक वो काम करती है पर वर्कलोड के साइड इफेक्‍ट्स से बचने के ल‍िए आप इन ट‍िप्‍स को फॉलो करें-

  • आप अपने रूटीन में एक्‍सरसाइज शाम‍िल करें, रोजाना 30 से 40 म‍िनट एक्‍सरसाइज करें।
  • शरीर का हाइड्रेशन लेवल अच्‍छा रखें, इसके अलावा हेल्‍दी डाइट फॉलो करें।
  • अपने काम करने के घंटे फ‍िक्‍स करें और उतनी देर में ही काम को खत्‍म करने की कोश‍िश करें।   
  • वर्क प्रेशर ज्‍यादा है तो छोटे-छोटे ब्रेक लेकर आप अपने शरीर और माइंड को फ्रेश कर सकते हैं।       

इन आसान ट‍िप्‍स को फॉलो करके आप वर्कलोड के दौरान बीमा‍री और शारीर‍िक व मानस‍िक समस्‍या से बच सकते हैं।

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