
जाने-माने गायक अदनाना सामी ने कहा कि वजन घटाने में 80 फीसदी योगदान मनोवैज्ञानिक होता है और 20 फीसदी शारीरिक। सामी ने ये भी बताया कि वह अपने पिता की बातों से वजन घटाने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ हुए थे।
पाकिस्तानी सिंगर और अब भारत की नागरिता ले चुके अदनान ने एक इवेंट के दौरान कहा, 'मेरे पिता ने मुझसे कहा था कि वह नहीं चाहते कि मैं उनसे पहले मर जाऊं। इस बात ने मुझे वजन घटाने के लिए प्रेरित किया। मैंने छह सालों में अपना वजन 160 किलो घटाया।'

इस 45 वर्षीय गायक ने कहा कि वजन घटाने के सफर के दौरान उन्होंने जिंदगी का सबसे बड़ा सबक सीखा। लाहौर में जन्मे अदनान ने बताया कि उनके पिता को 1989 में पैंक्रियाटिक कैंसर होने की बात पता चली थी।
उन्होंने कहा, 'वह कैंसर से लड़े लेकिन 2009 में उनकी मौत हो गई। उन दिनों जब वह लंदन में चेकअप के लिए गए थे तो मुझे भी चेकअप कराने के लिए कहा। मेरे चेकअप के बाद डॉक्टर ने कहा कि मेरे पिता से पहले अपने वजन के कारण मैं ही ज्यादा जिंदा नहीं रहूंगा।' मेरे पिता ने तब मुझसे कहा था कि वह नहीं चाहते कि उनसे पहले मेरी मौत हो जाए।'
अदनान ने कहा कि एक समय वह 230 किलो के थे लेकिन उन्होंने छह सालों में कड़ी मेहनत से अपना वजन 160 किलो घटाया था। अदनान ने ये भी बताया कि किस चीज ने उन्हें भारत की नागरिकता लेने के लिए प्रेरित किया। अदनान ने कहा, 'मैं भारत में 17 साल रहा हूं। भारत मेरी कर्मभूमि है। मैं कई देशों में रहा लेकिन लोगों द्वारा मेरे ऊपर बरसाए गए प्यार के कारण मेरा दिल भारत में ही बसता है।'
उन्होंने कहा, 'नागरिकता पाने में मुझे उतार-चढ़ाव देखने पड़े। लेकिन आखिरकार मुझे ये मिल गया और मैं खुश हूं।' 'मुझे भारत पसंद है। मुझे भारतीय होने पर गर्व है।' अदनान सामी को 1 जनवरी 2016 भारत की नागरिकता मिली थी।
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