तनाव भी पैदा करते हैं सीने में जलन

तनाव कई बीमारियों कारण बन सकता है, इसलिए तनाव से बचना बहुत जरूरी है, लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि तनाव के कारण एसिड रीफ्लक्‍स की समस्‍या हो सकती है, विस्‍तार से जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
  • SHARE
  • FOLLOW
तनाव भी पैदा करते हैं सीने में जलन


विकास इंटरव्यू के लिए जा ही रहा था कि अचानक उसकी छाती में जलन होने लगी और उसके सीने में जलन होने लगी। इस तरह राकेश अपनी बेटी की शादी के दौरान इस हद तक खट्टी डकारों से परेशान था कि दवा खाकर भी इससे निजात नहीं मिला। वीना की भी हालत कुछ कुछ विकास और राकेश की तरह थी। अपने प्रेमी अभय के माता-पिता से पहली बार मिलने के भय से उसके पेट में लगातार जलन बनी हुई थी।

 

क्या आपको लगता है कि विकास, राकेश और वीना के पेट में जलन और खट्टी डकारें आना इत्तफाक है। जी, नहीं! तमाम शोध अध्ययन इस बात का खुलासा करते हैं कि अकसर तनाव में लोगों को छाती में जलन और खट्टी डकारों का एहसास होता है। ऐसी स्थिति में लोग अकसर नाश्ता छोड़ देते हैं। यहां तक कि विशेष किस्म के पेय से भी दूर रहते हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य चिकित्सक कहते हैं कि यदि आपकी जिंदगी में जरूरत से ज्यादा तनाव है तो सीने में जलन, पेट में जलन और खट्टी डकारें अकसर आपका पीछा नहीं छोड़तीं।

 

जीवनशैली

जीवनशैली का हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है। विशेषज्ञों की मानें तो हमारी जीवनशैली ही हमारा स्वास्थ्य तय करती है। 2010 में 40,000 लोगों पर हुए अध्ययन से पता चला था कि जो लोग दफ्तर से सम्बंधित तनाव से घिरे रहते थे वे अकसर सीने में जलन की शिकायत से ग्रस्त रहते थे। यही नहीं जिन लोगों में नौकरी को लेकर संतुष्टि कम देखी गई थी, वे तो इस तरह की समस्या से अन्य लोगों की तुलना में दो गुना ज्यादा परेशान दिखाई दिये थे।

 

बद से बदतर

कई बार ऊलजुलूल खाने से भी हमें सीने में जलन, खट्टी डकारें आदि की शिकायत हो सकती है। लेकिन यदि आपका तनाव चरम सीमा पर पहुंच गया है तो अकसर देखा जाता है कि सीने में जलन की शिकायत भी अपनी पराकाष्ठा छू जाती है। हालांकि सौ फीसदी गारंटी के साथ आज भी विशेषज्ञ इस बात को नहीं कह सकते कि तनाव के कारण सीने में जलन बढ़ जाती है। लेकिन सामान्य जनजीवन की ओर गौर करेंगे तो पाएंगे कि खट्टी डकारें और जलन जैसी समस्या तनाव के कारण अकसर लोगों को चपेटे में ले लेती है।

 

Acid Reflux in Hindi

 

शारीरिक बदलाव

सवाल ये उठता है कि आखिर तनाव होने से जलन का क्या सम्बंध है? स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो ज्यादा तनाव प्रोस्टोग्लैंडिन नामक पदार्थ के उत्पादन में कमी करता है। सामान्यतः यह पदार्थ हमारे पेट में हो रहे जलन आदि समस्या को कम करके उसकी सुरक्षा करता है। सो यह कहना गलत नहीं होगा कि तनाव के चलते हमारे शरीर में रासायनिक बदलाव होते हैं नतीजतन हम असहज महसूस करते हैं।

क्या किया जाए

तनाव बढ़ने की स्थिति में तनाव को कम करने के हर संभव कोशिश तो की जानी ही चाहिए। इसके अलावा हमारी सामान्य जीवनशैली में भी कुछ बदलाव किये जाने आवश्यक है। इसमें नियमित शारीरिक एक्सरसाइज से लेकर समय पर सोना और सही मात्रा में सही आहार लेना तक शामिल है।


Image Source - Getty

Read More Articles On Healthy Living in Hindi.

Read Next

साइंस की मानें तो एक से अधिक पार्टनर के लिए बने हैं हम

Disclaimer