हर्निया तब होता है जब शरीर के अंदरूनी अंग का हिस्सा या शरीर का कोई हिस्सा एक छेद के द्वारा किसी अन्य स्थान में चला जाता है जहां उसे नहीं होना चाहिए। कई अलग-अलग प्रकार के हर्निया होते है पर सबसे आम है जब आंत का एक हिस्सा पेट की मांसपेशियां दीवार के एक कमजोर हिस्से से बाहर आ जाता है।
हर्निया महिलाओं की तुलना में पुरुषों को अधिक होता है। हर्निया शरीर में अलग-अलग जगह हो सकते हैं, लेकिन यह पेट में ज्यादा होते हैं। इसमें पेट की त्वचा के नीचे एक असामान्य उभार होता है जो नाभि के नीचे होता है। कुछ महिलाओं में हर्निया जन्म से ही होते हैं, ज्यादातर यह समस्या पेट पर दबाव के कारण होती है। हार्निया के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जानिये महिलाओं में उदर हर्निया के लक्षण क्या हैं।
महिलाओं में उदर हर्निया के लक्षण
- महिलाओं में पेट यानी उदर हर्निया होने पर हर्निया वाले स्थान पर दर्द या भारीपन की समस्या हो सकती है।
- यह दबाव पड़ने के कारण होता है, इसलिए इस बीमारी में कोई भारी वस्तु के उठाने पर पेट में सूजन का उभार दिखाई देने लगता है।
- बाथरूम या शौच के दौरान तकलीफ होना, क्योंकि शौच के समय पेट पर दबाव बनता है, जिसके कारण दर्द होता है।
- हर्निया होने पर पेट के निचले हिस्से में उभार या सूजन का अहसास होता है, ज्यादातर मामलों में यह दिखायी भी देता है।
- हर्निया होने पर महिला लंबे समय खड़ी या बैठ नहीं सकती, ऐसी स्थिति में खड़े रहने या बैठने में दर्द महसूस होता है।
- इस बीमारी से परेशान महिला की अंतडि़यों में सूजन होने की समस्या हो सकती है।
- महिला को खांसते समय पेट और आंतों में दर्द का अनुभव होता है।
- इस बीमारी में महिला को बार-बार उल्टी होने का मन करता है।
- इसका असर महिला की कार्यक्षमता पर भी पड़ता है, महिला का ऊर्जा का स्तर कम हो जाता है।
महिलाओं में हर्निया के कारण और उपचार
कुछ महिलाओं में हर्निया की समस्या जन्मजात होती है, जबकि कुछ को वयस्क होने पर होती है। हर्निया की समस्या कई कारणों से हो सकती है। पेट में अधिक दबाव के कारण आमतौर पर यह समस्या उत्पन्न होती है। वजन उठाने के दौरान, अत्यधिक जोर लगाकर खांसने से, पुरानी चोट के कारण, कब्ज, गर्भावस्था के दौरान, पेट की मांसपेशियां कमजोर पड़ जाना, पेट का पुराना ऑपरेशन आदि के कारण हो सकता है।
हर्निया के उपचार के लिए ऑपरेशन सबसे कारण तरीका है, लेकिन योग और नियमित दिनचर्या के द्वारा भी महिलायें इस समस्या से निजात पा सकती हैं। इसके उपचार के बाद 90 प्रतिशत मामलों में इसके दोबारा होने की संभावना नहीं होती लेकिन 10 प्रतिशत रोगियों को यह दोबारा हो सकता है।
यदि महिलाओं को उदर हर्निया के लक्षण दिखें तो उसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करें और चिकित्सक से संपर्क करें।
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