डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। हाल ही में हुए अध्ययन के अनुसार, टाइप 1 डायबिटीज़ (शुगर) की बीमारी को मरीज़ के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता के ज़रिए ही ठीक करना संभव हो सकेगा। मधुमेह के रोगियों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिसके कारण शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रभावित होती है। मधुमेह उन कोशिकाओं को नष्ट कर देता है यह ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए ज़रूरी हार्मोन इंसुलिन का निर्माण करती हैं।
साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित ताज़ा शोध से पता चला है कि ऐसी वैक्सीन विकसित की जा सकती है जो मरीज़ों के प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत कर सके। इसके लिए 80 मरीज़ों पर शोध किया गया।
स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में शोधकर्ताओं ने ठीक इसके वैक्सीन का इस्तेमाल प्रतिरोधक तंत्र को हमले से बचाने के लिए किया। शोध के दौरान वैक्सीन को मरीज़ के शरीर की बीटा कोशिकाओं पर हमला करने वाली सफ़ेद रक्त कोशिकाओं पर इस्तेमाल किया गया। मरीजों को तीन महीनों तक हर हफ्ते इंजेक्शन दिए जाने के बाद शरीर में सफ़ेद रक्त कोशिकाओं की मात्रा कम हो गई।
मरीज़ों की रक्त जांच से पता चला कि वैक्सीन लेने वाले मरीज़ों के शरीर में बीटा कोशिकाएं सिर्फ़ इंसुलिन के इंजेक्शन लेने वाले मरीज़ों की तुलना में बेहतर काम कर रही थी। हालांकि प्रतिरोधक तंत्र के अन्य हिस्से पहले की तरह ही थे।
प्रोफेसर लॉरेंस स्टीनमैन ने कहा, 'इसके नतीजों से हम बहुत उत्साहित हैं। इससे पता चलता है कि पूरे प्रतिरोधक तंत्र को नष्ट किए बिना सिर्फ़ बेकार प्रतिरोधक कोशिकाओं को नष्ट करना संभव हो सकेगा।'
यह शोध अभी शुरूआती दौर में है. अभी वैक्सीन के दूरगामी परिणामों को परखने के लिए बड़ी संख्या में मरीज़ों पर इसके परीक्षण की ज़रूरत है।
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