क्या आपने क भी गांजा के तेल के बारे में सुना है? गांजा एक ऐसा पौधा है, जिसे नशे के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि इसकी पत्तियों और बीजों में बहुत सारे औषधीय गुण भी होते हैं, जिसके कारण इसे आयुर्वेद में भी महत्वपूर्ण स्थान मिला हुआ है। गांजे के बीज से ही तेल निकाला जाता है, जो बहुत गुणकारी और फायदेमंद होता है। ये तेल आपकी कई तरह की बीमारियों और समस्याओं को चुटकियों में दूर कर सकता है। गांजा के तेल को सीबीडी ऑयल (CBD Oil) भी कहते हैं।
सीबीडी ऑयल पिछले कुछ समय में अपने औषधीय गुणों के कारण काफी पॉपुलर हुआ है। आप इस तेल को ऑनलाइट स्टोर्स से आसानी से खरीद सकते हैं। CBD का को कैनाबिडियॉल (Cannabidiol) शब्द से संक्षिप्त किया गया है। कैनाबिडियॉल दरअसल गांजे के पौधे में मिलने वाला एक खास कंपाउंड है। इस कंपाउंड से तेल, कैप्सूल्स और कई तरह की खाने की चीजें बनाई जाती हैं। आइए आपको बताते हैं कि गांजा के इस तेल से आपको किन-किन समस्याओं में लाभ मिल सकता है।
तनाव को चुटकियों में दूर करता है गांजा का तेल
गांजा के तेल यानी सीबीडी ऑयल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल इन दिनों तनाव और चिंता से छुटकारा पाने के लिए किया जा रहा है। नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रग एब्यूज के अनुसार सीबीडी ऑयल तनाव को कम करने में बेहतर साबित हो सकता है। इस तेल के इस्तेमाल से व्यवहारिक चिंता और गंभीर चिंता में तो कमी देखी ही गई है, साथ ही हार्ट रेट को कम करने में भी इसे फायदेमंद पाया गया है। यहां तक कि पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर में भी इस तेल को फायदेमंद पाया गया।
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अनिद्रा के रोगियों के लिए है फायदेमंद
जिन लोगों को आसानी से नींद नहीं आती है, उनके लिए भी गांजा का तेल बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। सीबीडी ऑयल में रिलैक्सिंग के गुण होते हैं, जिसके कारण ये तुरंत नींद लाने में मदद करता है। 103 लोगों पर हुए एक अध्ययन में पाया गया कि इस तेल को इस्तेमाल करने वाले 66.7% लोगों में तनाव कम हुआ, जिससे उनकी नींद न आने की समस्या में बहुत अधिक फायदा देखा गया। रिसर्च में इस तेल को रोजाना के इस्तेमाल के लिए काफी हद तक सुरक्षित पाया गया है। 103 में से सिर्फ 3 लोगों को इस ऑयल के प्रयोग से थोड़ी परेशानी हुई थी।
गठिया और जोड़ों के दर्द से दिलाए छुटकारा
गठिया और अर्थराइटिस का दर्द इसके रोगियों के लिए एक बड़ी समस्या होते हैं। आमतौर पर इस दर्द का कारण जोड़ों में होने वाला इंफ्लेमेशन होता है। मगर एक स्टडी के मुताबिक गांजा के इस तेल में एंटीइंफ्लेमेट्री गुण पाए गए हैं, जिसेक कारण ये गठिया और दूसरे प्रकार के अर्थराइटि के मरीजों तथा सामान्य जोड़ों के दर्द वाले मरीजों के लिए बड़ा फायदेमंद साबित हो सकता है। जोड़ों पर रेगुलर गांजा का तेल लगाने से सूजम में कमी देखी गई है, जिससे अपने आप दर्द कम हो जाता है।
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कैंसर से बचाव में सहायक
कुछ शुरुआती अध्ययन बताते हैं कि गांजा के इस तेल, यानी सीबीडी ऑयल की मदद से ट्यूमर को बढ़ने से रोका जा सकता है। फिलहाल ये अध्ययन जानवरों पर किया गया है लेकिन इसके परिणाम चौंकाने वाले हैं। अध्ययन में पाया गया कि पैंक्रियाटिक कैंसर के मरीजों में इस तेल के प्रयोग के बाद ट्यूमर के बढ़ने की गति धीमी हो गई और जानवरों के मॉडल में तो इस तेल ने ट्यूमर सेल्स को पूरी तरह खत्म भी कर दिया था। हालांकि इस तेल का कैसे और कितनी मात्रा में सेवन करना सही है, इस बारे में अभी वैज्ञानिक खोज कर रहे हैं।
डिप्रेशन को ठीक करने में भी मिलती है मदद
डिप्रेशन एक तरह की मानसिक समस्या है, जिसे तनाव और चिंता से बहुत अधिक गंभीर माना जाता है। ये एक मेडिकल समस्या है, जिसके इलाज के लिए डॉक्टर की सहायता बेहद जरूरी है। गांजा के तेल में डिप्रेशन से राहत पाने वाले गुण भी देखे गए हैं। 2017 में हुए एक अध्ययन में बताया गया था कि सीबीडी ऑयल के प्रयोग से डिप्रेशन से निजात पाई जा सकती है। हालांकि अभी इस संदर्भ में और ज्यादा वैज्ञानिक प्रयोगों की जरूरत है, लेकिन संभव है कि डिप्रेशन को खत्म करने के लिए इस तेल का इस्तेमाल भविष्य में आसानी से किया जा सकेगा।
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