भारतीय घरों में खाने के साथ देसी घी का रिश्ता बहुत पुराना है। ढेर सारे पोषक तत्वों के कारण देसी घी को भारत का सुपफूड माना जाता है। हालांकि आजकल नई उम्र के लड़के-लड़कियां घी से ज्यादा मक्खन (Butter) खाना पसंद करते हैं। पश्चिमी खानपान में भले ही देसी घी को उतना महत्व न दिया जाए, मगर भारतीय खानपान और भूगोल के कारण भारत के लोगों के लिए देसी घी का सेवन बहुत जरूरी है। दरअसल भारतीय लोगों में ऐसी कई समस्याएं पाई जाती हैं, जिनसे देसी घी बचाता है और शरीर को स्वस्थ रखता है। आइए आपको बताते हैं भारतीय लोगों के लिए क्यों जरूरी है देसी घी का सेवन।
बटर का सबसे हेल्दी विकल्प है घी
देसी घी, मक्खन यानी बटर का सबसे अच्छा हेल्दी विकल्प है। ये बात National Center for Biotechnology Information द्वारा 2016 में छापी गई एक स्टडी में कही गई है। इस रिसर्च में बताया गया है कि देसी घी में मक्खन के मुकाबले विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, ओमेगा 3 एसिड और कॉन्जुगेटेड आइनोलेइक एसिड आदि अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। जिसके कारण ये दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
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भारी खाने के पचाने में करता है मदद
भारतीयों का खानपान पश्चिमी देशों की अपेक्षा ज्यादा गरिष्ठ (भारी) होता है। हमारे यहां आमतौर पर गेंहूं के आटे और चावल का सेवन किया जाता है। इसके अलावा भारतीय खाना बहुत अधिक तेल-मसालों से युक्त होता है, जिसके कारण इसे पचाना आसान नहीं होता है। ऐसे में अगर आप अपने खाने में देसी घी का प्रयोग करते हैं, तो खाने को पचाना आपके लिए आसान होता है। देसी घी पाचनतंत्र को स्वस्थ रखता है और पेट की समस्याएं दूर करता है। रोटी में घी लगाकर खाने, दाल में घी डालकर खाने और सोने से पहले एक ग्लास दूध में 2 चम्मच देसी घी डालकर पीने आप जिंदगी भर स्वस्थ रह रहेंगे।
खून की कमी दूर करे देसी घी
भारतीय महिलाओं में खून की कमी (एनीमिया) एक बड़ी समस्या है। 90% से ज्यादा भारतीय महिलाओं और 65% से ज्यादा भारतीय पुरुषों में खून की कमी पाई जाती है। देसी घी में कॉपर और आयरन अच्छी मात्रा में होते हैं। इसलिए ये शरीर में खून की कमी दूर करता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, जिससे शरीर बुढ़ापे तक स्वस्थ रहता है और कई तरह के रोगों से बचा रहता है।
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आंखों की रोशनी बढ़ाए देसी घी
भारत में 55-60 की उम्र के बाद मोतियाबिंद की समस्या बहुत आम है, यानी लोगों की नजरें इस उम्र तक कमजोर हो जाती हैं। देसी घी में विटामिन ई, विटामिन डी, विटामिन ए और विटामिन के पाया जाता है। इसके अलावा इसमें 'कैरोटेनॉइड्स' नाम का तत्व पाया जाता है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में मददगार होता है। पुराने लोग जो बचपन से ही शुद्ध देसी घी खाते थे, उनकी आंखें लंबी उम्र तक उनका साथ निभाती थीं। घी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
हड्डियों की कमजोरी दूर करता है
आजकल भारतीय लोगों में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी होने के कारण हड्डियां जल्दी कमजोर हो जाती हैं, जिसके कारण हड्डी फ्रैक्चर होने, ऑस्टियोपोरिसिस, गठिया, अर्थराइटिस जैसी समस्याएं बहुत अधिक बढ़ गई हैं। 1 चम्मच देसी घी में 115 कैलोरीज होती हैं। जबकि इसमें 14.9 ग्राम हेल्दी फैट होता है। इसके अलावा घी में कैल्शियम भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जिसके कारण ये हड्डियों को मजबूत बनाता है।
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