डायबिटीज का खतरा बढ़ा देंगी रोजाना की ये 5 आदतें, कम उम्र में भी हो सकते हैं शिकार

डायबिटीज होने से पहले व्यक्ति को प्रीडायबिटीज होता है। रोजाना की कुछ गलत आदतों के कारण डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। जानें इन आदतों को सही समय पर इन्हें बदलकर डायबिटीज से करें बचाव।
  • SHARE
  • FOLLOW
डायबिटीज का खतरा बढ़ा देंगी रोजाना की ये 5 आदतें, कम उम्र में भी हो सकते हैं शिकार


डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसका खतरा आपकी जीवनशैली (लाइफस्टाइल) के कारण ज्यादा होता है। अगर आपके परिवार में पहले किसी को डायबिटीज रही है, तो आपमें इस बीमारी का खतरा सामान्य लोगों से ज्यादा है। आंकड़े बताते हैं कि दुनियाभर में हर 11 में से 1 व्यक्ति डायबिटीज का शिकार है। क्या आपको पता है कि डायबिटीज से पहले व्यक्ति में दिखने वाले लक्षणों को 'प्री-डायबिटीज' कहा जाता है

आजकल के युवाओं में ऐसी कई आदतें हैं, जो डायबिटीज को बढ़ावा देती हैं। यही कारण है कि डायिबटीज के मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है। वर्तमान आंकड़ों के अनुसार दुनियाभर में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 41 करोड़ 50 लाख से ज्यादा है। आज हम आपको बता रहे हैं ऐसी कुछ आदतें, जिनसे डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। इसलिए इन्हें सही समय पर छोड़कर आप स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

बाहर का खाना ज्यादा खाना

आजकल लोगों में घर के बजाय बाहर खाना खाना फैशन बन गया है। बाहर मिलने वाले फूड्स में हानिकारक केमिकल्स और टेस्ट इंहैंसर का इस्तेमाल करके स्वादिष्ट बनाया जाता है, जिससे आप इन्हें अपने शरीर की जरूरत से ज्यादा खा जाते हैं। इसके अलावा रेस्टोरेंट्स में मिलने वाले फू्ड्स ज्यादातर प्रॉसेस्ड होते हैं। इनमें फैट, कोलेस्ट्रॉल और केमिकल्स की मात्रा ज्यादा होती है। कॉफी, पैकेटबंद चिप्स, बर्गर, पिज्जा, डोनट्स आदि का ज्यादा सेवन प्रीडायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है। इसलिए इन चीजों का सेवन कम से कम करें।

इसे भी पढ़ें:- खाना खाने के बाद बढ़ने वाले ब्लड शुगर को ऐसे कंट्रोल करें डायबिटीज के मरीज

फल खाने के बजाय जूस पीना

आजकल हेल्थ का ख्याल रखने वाले लोगों में फ्रूट जूस पीने का चलन भी बढ़ गया है। जूस को हेल्दी समझा जाता है। मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि आप चाहे ताजे फलों का जूस पिएं या पैकेटबंद फलों का जूस, इससे डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। जूस पीने के बजाय आपको साबुत फलों को खाना चाहिए। दरअसल फलों में फाइबर होता है, जो पेट में जाता है, तो धीरे-धीरे ग्लूकोज रिलीज करता है, जिससे आपको देर तक एनर्जी मिलती है और स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं पड़ता है। वहीं, जब आप जूस पीते हैं, तो इसमें फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है। ऐसे में जूस पीते ही आपके शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। लंबे समय में ये आदत प्रीडायबिटीज के खतरे को बढ़ाती है।

फोन पर ज्यादा बिजी रहना

स्टडी बताती हैं कि मोबाइल, लैपटॉप और कंप्यूटर का इस्तेमाल करने वाले लोग शारीरिक गतिविधि (फिजिकल एक्टिविटी) के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं। युवा अपना ज्यादातर समय किसी न किसी गैजेट के साथ बिताते हैं। आप एक्सरसाइज नहीं भी करते हैं, तो स्वस्थ रहने के लिए आपको थोड़े समय शारीरिक गतिविधि जरूर करनी चाहिए। घर की सफाई, खाना बनाना, सुबह या शाम पार्क में टहलना, लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का प्रयोग करना और आस-पास की मार्केट तक जाने के लिए पैदल या साइकिल का इस्तेमाल करना आदि ऐसी आदतें हैं, जिन्हें आप आसानी से अपना सकते हैं।

इसे भी पढ़ें:- लाइफस्टाइल में करें ये 3 बदलाव, दूर हो जाएगा टाइप-2 डायबिटीज का खतरा

नींद ठीक से न पूरी होना

आपकी नींद का आपके स्वास्थ्य से गहरा नाता है। अगर आप रोजाना रात में 7 घंटे की नींद नहीं लेते हैं, तो शरीर का स्ट्रेस दूर नहीं होता है। अगर आपकी नींद पूरी नहीं हुई है तो आपके शरीर में एड्रेनलिन नामक हार्मोन बढ़ने लगता है, जिससे बॉडी ज्यादा मात्रा में ग्लूकोज रिलीज करने लगती है। लंबे समय में नींद की कमी की आदत आपको डायबिटीज का शिकार बना सकती है।

धूम्रपान की आदत

सिगरेट और हुक्का पानी धीरे-धीरे युवाओं के कल्चर में शामिल हो रहा है। ई-सिगरेट पीने वालों की संख्या भी दिनों-दिन बढ़ रही है। तंबाकू और निकोटिन वाले इन उत्पादों का इस्तेमाल करने से ब्लड सर्कुलेशन धीरे हो जाता है और मांसपेशियों का तनाव बढञता है। इससे बॉडी में इंसुलिन को रिलीज करने की क्षमता कम होने लगती है। धूम्रपान भी डायबिटीज का एक बड़ा कारण है।

Read More Articles On Diabetes in Hindi

Read Next

खाना खाने के बाद बढ़ने वाले ब्लड शुगर को ऐसे कंट्रोल करें डायबिटीज के मरीज

Disclaimer