विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से हाल ही में 'ग्लोबल ओरल हेल्थ स्टेटस' रिपोर्ट जारी की गई है जिसमें दुनियाभर में ओरल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं या मुंह की बीमारियों के मामले बढ़ने की बात को उजागर किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 194 देशों में पिछले 30 सालों में वैश्विक मामलों में एक बिलियन की वृद्धि हुई है। डब्ल्यूएचओ की मानें, तो दुनियाभर में 3.5 बिलियन यानी 350 करोड़ लोगों को मुंह की बीमारियां हैं। मुंह की बीमारियों में दांत और मसूड़े से जुड़ी समस्याएं और मुंह का कैंसर आदि शामिल हैं।
सबसे आम ओरल बीमारियां कौनसी हैं?
सबसे कॉमन या ज्यादा होने वाली बीमारियों की बात करें, तो दांतों में सड़न, मसूड़ों की गंभीर बीमारी, मुंह का कैंसर, मुंह में कैविटी आदि शामिल हैं। इसके अलावा एक बड़ी आबादी, मसूड़ों की बीमारी से भी जूझती है। रिपोर्ट की मानें तो 2020 में भारत के अंदर मुंह के कैंसर के 1.36 लाख नए मामले सामने आए थे और इनकी वजह से 75,000 लोगों की मौत हुई थी।
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क्यों होती हैं मुंंह की बीमारियां?
डब्ल्यूएचओ की मानें, तो मुंह की बीमारियों के पीछे कई कारण हो सकते हैं। मुख्य कारणों की बात करें, तो चीनी का ज्यादा सेवन करना, तंबाकू का इस्तेमाल करना और शराब का ज्यादा सेवन करने के कारण ओरल हेल्थ से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि हर साल करीब 3,80,000 नए मुंह के कैंसर के मामलों का इलाज किया जाता है। मुंह की बीमारियों से वो लोग ज्यादा पीड़ित पाए जाते हैं, जो निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं। ऐसे लोग वृद्ध हो सकते हैं या ग्रामीण समुदायों से जुड़े हो सकते हैं।
मुंह की बीमारियों को रोका जा सकता है
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडनोम ने कहा है कि मुंह की बीमारियों को रोका जा सकता है। जिन लोगों को मुंह की बीमारी हो गई है, उनका इलाज भी संभव है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोग ऐसे हैं जिन्हें मुंह से जुड़ी बीमारियों की जानकारी नहीं है। डब्ल्यूएचओ के प्रस्ताव में देशों से प्राथमिक स्वास्थ्य प्रणालियों में मौखिक स्वास्थ्य सेवा को शामिल करने की बात कही गई है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने बताया कि मुंह की बीमारी से जुड़े लक्षणों को नजरअंदाज करे बगैर जल्द से जल्द इलाज करवाएंगे, तो प्रक्रिया सरल होगी।
मुंह की बीमारियों से कैसे बचें?
- आपके प्राकृतिक दांत हैं या डेंचर लगाया है, तो भी साल में एक बार डेंटल चेकअप जरूर करवाएं।
- रोजाना दो बार दांतों को अच्छी तरह से ब्रश करके साफ करें।
- कुछ भी खाने के बाद साफ पानी से कुल्ला करें।
- रात को बिना ब्रश किए न सोएं।
- रात को मीठा खाने से बचें।
- मुंह के कैंसर से बचने के लिए एल्कोहल और तंबाकू का सेवन न करें।
- ड्राई माउथ की स्थिति से बचने के लिए समय-समय पर पानी का सेवन करें।
दांतों की बीमारियों को दूर किया जा सकता है। समय पर इलाज करवाएंगे, तो गंभीर लक्षण और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बच सकते हैं।
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