फ्रीलांसर के तौर पर काम करने वाली नीता अकसर रात को काम करना पसंद करती है। इसके पीछे वह वजह देती है कि कोई उसे परेशान नहीं करता। उसके पास नए आइडिया सोचने के लिए भरपूर समय होता है। लेकिन उसे समस्या तब आती है जब कंपनी उसे अगले दिन इमर्जेंसी में कई काम सौंपती हैं। दरअसल देर रात जगने के कारण अगली सुबह ऊर्जा से काम करना उसके लिए संभव नहीं होता। पूरे दिन थकान महसूस करना, झपकी आना और कई बार तो सेहत सम्बंधी समस्याओं से भी उसे जूझना पड़ता है।
ये अकेली नीता की कहानी नहीं है। मौजूदा समय में हर कामकाजी व्यक्ति को इस तरह का जीवन जीना पड़ता है। ख्याल रहे कि यहां बात सिर्फ दफ्तरी जीवनशैली की नहीं हो रही। बहरहाल सवाल उठता है रात भर काम के बाद ऊर्जाभरी सुबह कैसे हासिल की जाए? इसके लिए आपको कुछ नहीं करना। बस कुछ इन नुस्खों को आजमाना है। आइये इन्हें जानें।
जरूरी काम ही करें
चूंकि पिछली रात आप आराम नहीं कर पाए हैं ऐसे में जरूरी हो जाता है कि अगली सुबह उतना ही काम करें जितना कि आवश्यक है। जी, हां! इस दिन को काम के बोझ से न भरें वरन कोशिश करें कम और जरूरी कामों को ही अंजाम दें। इससे आपको मानसिक सुकून मिलेगा। तनाव नहीं होगा। नींद पूरी न होने की स्थिति में ज्यादा काम करना संभव नहीं हो पाता। इसके उलट काम का बोझ हमें बेचैन कर देता है। नतजीतन हम तनाव से भर जाते हैं। अतः ऐसी स्थिति से बचने के लिए जो जरूरी हो, वही करें।
खूब पानी पीयें
यूं तो शरीर के लिए पानी हमेशा लाभप्रद होता है। लेकिन आराम न मिल पाने की स्थिति पानी हमें ऊर्जावान बनाए रखता है। विशेषज्ञों की मानें तो इन परिस्थितियों में हमें कुछ कुछ समय के अंतराल में पानी पीते रहना चाहिए। पानी पीने से शरीर की ऊर्जा में कमी नहीं आती और काम करने की ललक बनी रहती है। ध्यान रखें कि दो फीसदी पानी की कमी भी हमारे शरीर को थकान से भर देती है।
दूसरों से मदद मांगे
अगर आपके अकेले के लिए काम करना संभव नहीं हो रहा तो दूसरों से मदद मांगने में कोई हर्ज या हिचक नहीं होनी चाहिए। मदद मांगने से रिश्ते बेहतर होते हैं, नजदीकियां बढ़ती है, विश्वास पनपता है। सो, अगर आप आराम की कमी के चलते काम करने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं तो किसी सहकर्मी या नजदीकी से मदद मांग लें। काम बंट जाएगा और आपको बोझ कम हो जाएगा।
हल्का लंच करें
जब नींद आपको परेशान करे तब हल्के लंच को तरजीह दें। हम अकसर अपना लंच भारी करना पसंद करते हैं। लेकिन आराम की कमी के चलते हैवी लंच हमें नींद की आगोश में धकेल सकता है। यहां तक कि अपच जैसी समस्या भी हो सकती है। बेहतर यही है कि लंच हल्का करें ताकि नींद न आए।
फल खाएं
फल ऐसे खाद्यपदार्थ हैं जो हमें किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाते। इन्हंर खाने से नींद भी नहीं आती और पेट भरे होने का एहसास भी होता है। काम करने में भी सुविधा होती है।
इसके अलावा सुबह व्यायाम करना न भूलें, ताकि आप पूरे दिन सक्रिय रहें।
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