मां द्वारा लिये जाने वाले आहार का असर नवजात पर पड़ता है, इसलिए ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को अधिक पोषण की जरूरत होती है। मां के दूध में पोषक तत्वों की कमी का मतलब है, नवजात में विटामिन की कमी है। क्योंकि ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को प्रतिदिन 500 अतिरिक्त कैलोरी की जरूरत होती है। इसलिए ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को अपने आहार में सुधार की आवश्यकता होती है, लेकिन शाकाहारी मां के लिए, इन सुधारों की ज्यादा जरूरत होती है क्योंकि उसके आहार में एनिमल फूड शामिल नहीं होता है।
नॉनवेजिटेरियन फूड जैसे चिकन, अंडा, रेड मीट, और अन्य सी फूड से ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली मां को प्रोटीन और जरूरी पोषक तत्व आसानी से मिल जाते है। लेकिन अगर मां शाकाहारी है तो उसको अपने खाने में यह जरूरी तत्व प्राप्त करने के लिए अन्य पोषक तत्वों को लेना पड़ता है। अगर आप भी ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली शाकाहारी है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि इस आर्टिकल में दिये आहार आपको भरपूर पोषण दे सकते हैं।
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कैल्शियम के स्रोत
अपने खाने में कैल्शियम की मात्रा का बारीकी से निरीक्षण करें अगर आप एक शाकाहारी है और नॉनवेजिटेरियन फूड जैसे अंडा या डेयरी युक्त उत्पादों का उपयोग नही करते है तो आपको कैल्शियम से भरपूर फूड खाने चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, गोभी, और ब्रोकली आदि में आपको कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में मिलेगा। बादाम और सूखे फल जैसे फूड्स अपने नाश्ते में शमिल करें, इनमें भी कैल्शियम होता है। इसके अलावा गुड़ का उपयोग करें, क्योंकि यह कैल्शियम प्राकृतिक स्रोत है।
प्रोटीन
अपने आहार में पर्याप्त प्रोटीन लेने के लिए प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ लेने चाहिए। प्रोटिन की कमी पूरी करने के लिए ब्राउन राइस, बीन्स, बीज, मूंगफली का मक्खन और सोया उत्पाद जैसे फूड शामिल हैं। डेयरी उत्पादों अपने विशेष आहार में शामिल करें, जो प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं और कैल्शियम का भी अच्छा स्रोत है।
विटामिन डी
विटामिन डी नॉनवेजिटेरियन फूड से प्राप्त होता है। इसलिए शाकाहारी मांओं में विटामिन डी का स्तर कम होता है, मां और बच्चे को उसके पूरक के रूप में आमतौर पर सूरज के संपर्क के माध्यम से विटामिन डी प्राप्त करने की सिफारिश दी जाती है। अध्ययन ने पाया है कि कई बच्चे जिनको पर्याप्त विटामिन डी नही मिलता उनको, सूखा रोग, हड्डी समस्याओं, हृदय रोग, मधुमेह होने की सम्भावना अधिक होती है इसलिए विटामिन डी की मात्रा स्तनपान करने वाली महिलाओं को भरपूर लेनी चाहिए।
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विटामिन बी 12
कोई भी सब्जी विटामिन बी 12 का अच्छा स्रोत नही होती, इसलिए यदि आप कोई भी नॉनवेजिटेरियन (जो विटामिन से भरपूर हैं) नहीं खा रहा हैं तो आपको एक विकल्प खोजने की जरूरत है। विटामिन बी 12 की कमी गंभीर होती है यह एनीमिया, थकान, और तंत्रिका क्षति को प्रभावित करती है। इसलिए आहार विशेषज्ञ बी 12 की कमी के पूरक के रूप में स्तनपान महिलाओं के लिए पोषण खमीर और सोयाबीन खाद्य पदार्थ को अपने आहार में जोड़ने की सिफारिश करते है।
यदि आप एक शाकाहारी मां है तो इन फूड की मदद से आप और आपका बच्चा खुश और स्वस्थ रह सकते है।
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