इन कारणों से होता है मूत्राशय में संक्रमण, जानें बचाव के उपाय

ब्‍लैडर इनफेक्‍शन को मू्त्राशय संक्रमण भी कहते हैं, यह इनफेक्‍शन पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्‍यादा पाया जाता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
इन कारणों से होता है मूत्राशय में संक्रमण, जानें बचाव के उपाय

ब्‍लैडर इनफेक्‍शन को मू्त्राशय संक्रमण भी कहते हैं। यह इनफेक्‍शन पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्‍यादा पाया जाता है। आमतौर पर देखा गया है कि चिकित्‍सकों के पास जाने वाली महिला रोगियों में अधिकतर रोगी ब्‍लैडर इनफेक्‍शन से ग्रसित होती हैं। लैडर इनफेक्‍शन का शुरूआती लक्षण यह होता है कि इस रोग से पीडि़त रोगी को यूरिनेट करने में परेशानी होती है। यदि आपको भी ऐसी कोई परेशानी है तो तुरंत चिकित्‍सक से संपर्क करना चाहिये। लापरवाही करने पर यह आपकी किडनी को भी प्रभावित कर सकता है। इसलिए इसका उपचार कराने में देरी नहीं करें। यदि आपको ब्‍लैडर इनफेक्‍शन की समस्‍या हो तो हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे उपाय जिनकी मदद से आप इस समस्‍या से राहत पा सकती हैं। 

 

एंटीबायोटिक्‍स

ब्‍लैडर इनफेक्‍शन संबंधी परेशानी होने पर ज्‍यादातर डॉक्‍टरों द्वारा रोगी को एमोक्‍सीसिलिन, एम्‍पीसिलिन और सिपरोफ्लोक्‍सिन का सेवन करने की सलाह दी जाती हैं। आप अपने संक्रमण की स्थिति देखकर एक हफ्ते या इससे ज्‍यादा समय तक के लिये एमोक्‍सीसिलिन, एम्‍पीसिलिन और सिपरोफ्लोक्‍सिन को इस्‍तेमाल कर सकती हैं या कर सकते हैं। दवाई का सेवन तब तक करें जब त‍क कि ब्‍लैडर इनफेक्‍शन के लक्षण खत्‍म न हो जाये। यदि आप दवाई को संक्रमण के कम होने पर खाना बंद कर देती हैं तो आपको यह परेशानी फिर से हो सकती है। 

क्रेनबेरी

क्रेनबेरी या करौंदा, यह बेर के आकार का छोटा और स्‍वाद में खट्टा फल होता है। करौंदे का सेवन ब्‍लैडर इनफेक्‍शन में बहुत फायदेमंद होता है और यह एक घरेलू उपाय है। हालांकि इसका सेवन मूत्राशय कैंसर को जड़ से तो खत्‍म तो नहीं करता, लेकिन इसका बचाव जरूर करता है। करौंदे का प्रतिदिन सेवन ब्‍लैडर इनफेक्‍शन के खतरे को कम करता है। यदि आपको करौंदे का फल नहीं मिल पाता तो आप इसके जूस या गोलियों का भी सेवन कर सकती हैं। करौंदे की गोलियों का सेवन आपका शुगर से भी बचाव करेगा। 

इसे भी पढ़ें: इन 4 कारणों से महिलाओं के जीवन की सच्‍चाई है सिरदर्द

तरल पदार्थो का सेवन

ज्‍यादा से ज्‍यादा मात्रा में पानी पीना आपको ब्‍लैडर इनफेक्‍शन होने के दौरान और इसके ठीक होने के बाद भी फायदेमंद रहता है। ज्‍यादा मात्रा में पानी पीने से आपका कई रोगों से बचाव होता है। इसके अलावा भी आपके लिये अन्‍य किसी तरल पदार्थ का सेवन लाभकारी साबित होगा। आप कै‍फीन रहित चाय और अन्‍य हेल्‍दी ड्रिंक जैसे घर पर तैयार किया गया फलों का जूस भी पी सकती हैं। इनफेक्‍शन के दौरान आपको कैफीन का सेवन से परहेज करना चाहिये इससे आप डिहाइड्रेट हो सकती हैं। इसके साथ ही मीठे पदार्थों के साथ ही एल्‍कोहन के सेवन से भी दूर रहें।

इसे भी पढ़ें: जानिये ब्रेस्ट कैंसर और ब्रेस्ट सिस्ट में क्या होता है अंतर, कैसे पहचानेंगी लक्षण

पानी और बेकिंग सोडा

पानी और बेकिंग सोडे का इस्‍तेमाल आपको ब्‍लैडर इनफेक्‍शन में राहत पहुंचाएगा। यह भी इस रोग का घरेलू उपचार है। मूत्राशय कैंसर की परेशानी में एक कप पानी में आधी चम्‍मच बेकिंग सोडा मिलाकर पीने से फायदा मिलेगा। बेकिंग सोडा के सेवन से आपको यूरिनेट करने में कम परेशानी होगी। बताई गई मात्रा से ज्‍यादा बेकिंग सोडे का इस्‍तेमाल न करें। इसका ज्‍यादा मात्रा में प्रयोग आपकी आंतों को प्रभावित कर सकता है।

इस रोग का सबसे बेहतर बचाव यही है कि आप ज्‍यादा से ज्‍यादा मात्रा में पानी पिये।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles On  Womens Health In Hindi

Read Next

हर महिला को थायरॉइड के बारे में जरूर जाननी चाहिए ये 5 बातें

Disclaimer