एसोफैगल कैंसर के खतरे को बढ़ा रहा है मोटापा

लाइफस्टाइल, खान-पान की गलत आदतों, मोटापे और शराब के सेवन के चलते अब इंडियन पर एसोफैगल कैंसर का खतरा बढ़ गया है, आइए इस हेल्‍थ न्‍यूज के माध्‍यम से जानें कैसे।
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एसोफैगल कैंसर के खतरे को बढ़ा रहा है मोटापा

लाइफस्टाइल, खान-पान की गलत आदतों, मोटापे और शराब के सेवन के चलते अब इंडियन पर फूड पाइप के कैंसर का खतरा बढ़ गया है। मोटापे से प्रभावित लोगों की संख्या तो बढ़ ही रही है साथ ही शराब के ज्यादा सेवन किए जाने के कारण स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ गई है।


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    डॉक्टरों के अनुसार मोटापे का संबंध विभिन्न किस्म के कैंसरों के बढ़े हुए खतरों से है। भारत में मोटापा वैश्विक महामारी के रूप में फैल रहा है। भारतीय ज्यादा मोटे हो रहे हैं और सबसे ज्यादा पेट का मोटापा पाया जा रहा है। डॉक्टरों की मानें तो मोटे ऊतकों से एस्ट्रोजन बनता है और इसके उच्च स्तर से स्तन और अंतरगर्भाशय कला कैंसरों का खतरा बढ़ सकता है।

    मोटे लोगों में पाए जाने वाले बढ़े हुए इंसुलिन या इंसुलिन जैसे वृद्धि कारक लेप्टिन जैसी ट्यूमर की कई किस्मों को बढ़ावा दे सकती है। अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च की ओर से हाल ही में किए गए शोध में सामने आया है कि ज्यादा वजन वाले लोगों में एसोफैगल कैंसर की सबसे सामान्य किस्म का खतरा पाया जाता है, जबकि शराब पीने वालों में इसी कैंसर की दूसरी सबसे बड़ी किस्म का खतरा रहता है।

    डॉक्टरों का मानना है कि एल्कोहल वाले पेय पदार्थों को सीमित करने से ज्यादा फल-सब्जियां, सेम और अन्य वनस्पति पदार्थ खाने से और चलने-फिरने के लिए समय निकालने जैसी शारीरिक क्रियाएं कर कैंसर के खतरे से बचा जा सकता है।

    Image Source : Getty

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