इस प्लान में वेट लॉस के लिए खाने पड़ते हैं फैट्स, ऐसी कौन-सी है डाइट, जानें

एटकिन्स डाइट लो-कार्बोहाइड्रेट डाइट है, जो वेट लॉस के लिए होती है। इस प्रोसेस में हाई-कार्बोहाइड्रेट फूड्स को अवॉइड किया जाता है। हाई-कार्ब फूड्स, जैसे- आइसक्रीम, मिल्क, डेयरी प्रोडक्ट्स, फ्रूट, ब्रेड, बीन्स, प्लांट-बेस्ड प्रोटीन्स, आलू, कॉर्न, शुगर, स्वीट्स, चावल आदि।
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इस प्लान में वेट लॉस के लिए खाने पड़ते हैं फैट्स, ऐसी कौन-सी है डाइट, जानें

एटकिन्स डाइट लो-कार्बोहाइड्रेट डाइट है, जो वेट लॉस के लिए होती है। इस प्रोसेस में हाई-कार्बोहाइड्रेट फूड्स को अवॉइड किया जाता है। हाई-कार्ब फूड्स, जैसे- आइसक्रीम, मिल्क, डेयरी प्रोडक्ट्स, फ्रूट, ब्रेड, बीन्स, प्लांट-बेस्ड प्रोटीन्स, आलू, कॉर्न, शुगर, स्वीट्स, चावल आदि। एटकिन्स डाइट के लिए कहते हैं कि इसमें प्रोटीन्स और फैट्स मन भरकर खा सकते हैं, लेकिन हाई-कार्ब फूड्स इस दौरान डाइट प्लान से आउट करने होंगे। यानी लो-कार्ब फूड्स पर ध्यान देना होगा, जिनसे वज़न कम हो सकता है और हेल्थ भी इम्प्रूव होती है।

atkins diet

द एटकिन्स डाइट को डॉक्टर रॉबर्ट सी. एटकिन्स ने प्रोमोट किया था, जिन्होंने साल 1972 में डाइट पर बेस्ट-सेलिंग किताब भी लिखी। तभी से एटकिन्स डाइट पूरी दुनिया में पॉपुलर हो गई और इस पर कई किताबें लिखी गईं।

इस डाइट को पहले तो अनहेल्दी माना गया, क्योंकि इसमें हाई सेचुरेटिड फैट ज़्यादा खाया जाता है। बाद में कई स्टडीज़ भी हुईं, जिनमें सामने आया कि सेचुरेटिड फैट हार्मलेस होता है। रिसर्च में पाया गया कि इस डाइट प्लान से ज़्यादा वज़न कम होता है और ब्लड शुगर लेवल्स भी इम्प्रूव होते हैं। सिर्फ यही नहीं, गुड कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ता है और हेल्थ पहले से बेहतर होती है।

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वेट लॉस की वजह- दरअसल, जब लोग कार्ब-डाइट कम खाते हैं और प्रोटीन ज़्यादा, तो उनका पेट काफी भर जाता है और फिर वो कम कैलोरीज़ लेते हैं।

द एटकिन्स डाइट 4-फेज़ प्लान है

फेज़1: 2 हफ्तों के लिए हर रोज़ 20 ग्राम से कम कार्ब खाएं। फैट्स ज़्यादा खाएं, प्रोटीन्स भी ज़्यादा खाएं और साथ में लो-कार्ब वाली हरी सब्ज़ियां भी। इस डाइट को फॉलो करके आपका वज़न कम होना शुरू हो जाएगा।

फेज़2: इस फेज़ में हम डाइट बैलेंस करेंगे। धीरे-धीरे डाइट में नट्स एड करें, लो-कार्ब वेजिटेबल्स और थोड़ा जूस।

फेज़3: आपने जितना वज़न कम करना है, जब आप उसके नज़दीक पहुंच जाएं, तो अपनी डाइट में थोड़े ओर कार्ब एड करें, जब तक आपका वज़न घटने का प्रोसेस धीरे होना नहीं शुरू हो जाता।

फेज़4: इस फेज़ में आप डाइट मेनटेन करना सीखते हैं। अब आप उतने कार्ब अपनी डाइट में ले सकते हैं जिनसे आपका वज़न न बढ़े।

एटकिन्स डाइट के दौरान, ये सब खाना बंद करें

चीना: सोडा, फलों का रस, केक, कैंडी, आइसक्रीम आदि।

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अनाज: गेहूं, राई, जौ, चावल

वनस्पति तेल: सोयाबीन तेल, मकई का तेल, कपास का तेल, कैनोला तेल ट्रांस फैट्स: हाइड्रोजनेटेड ऑयल डाइट फूड्स और लो-फैट फूड्स: यह आमतौर पर चीनी में बहुत अधिक होता है। हाई कार्ब सब्जियां: गाजर, शलगम हाई कार्ब फल: केला, सेब, नाशपाती, अंगूर स्टार्च फूड्स: आलू, मीठे आलू

फलियां: मसूर, सेम, चना

एटकिन्स डाइट के दौरान, ये खा सकते हैं

मांस: बीफ, पोर्क, चिकन, बेकन

फैटी फिश और सीफूड: साल्मन

अंडे: हेल्दी एग्स जिनमें ओमेगा -3 हो

लो-कार्ब सब्जियां: पालक, ब्रोकोली

फुल-फैट डेयरी: मक्खन, पनीर, क्रीम, चीज़

ड्राय फ्रूट्स: बादाम, अखरोट

हेल्दी फैट्स: एक्सट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल, नारियल का तेल, एवोकैडो और एवोकैडो तेल।

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