शरीर को स्वस्थ और बीमारियों से मुक्त रखने के लिए योगासनों का नियमित अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। नियमित रूप से योग का अभ्यास शरीर को निरोगी बनाने के साथ-साथ कई समस्याओं से भी दूर रखने का काम करता है। सर्दी के मौसम में भी रोजाना योगासनों का अभ्यास करना बहुत फायदेमंद माना जाता है। ठंडी के महीनों में गिरते तापमान की वजह से तमाम लोग परेशान होते हैं और लोग रोजाना वर्कआउट या व्यायाम भी नहीं कर पाते हैं। ऐसे में कुछ योगासन ऐसे भी हैं जिनका अभ्यास कर आप कड़ाके की ठंड से अपना बचाव कर सकते हैं और शरीर के तापमान को भी ठीक कर सकते हैं। फिट रहने के साथ-साथ शरीर को गर्म रखने के लिए सर्दी के मौसम में इन योगासनों का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। आइये जानते हैं इनके बारे में।
सर्दी के मौसम में शरीर को गर्म रखने के लिए करें ये 5 योगासन (Yoga Poses To Maintain Your Body Temperature In Winter)
सर्दी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है और इस मौसम में शरीर को ठंड से बचाने के लिए लोग तमाम तरह के उपाय अपनाते हैं। सर्दी की वजह से तमाम ऐसे लोग भी हैं जो नियमित रूप से एक्सरसाइज या वर्कआउट नहीं कर पाते हैं। ऐसे लोगों के लिए योगासनों का नियमित अभ्यास बहुत फायदेमंद हो सकता है। कुछ योगासन ऐसे हैं जिनका रोजाना अभ्यास कर आप सर्दी से अपना बचाव कर सकते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में।
1. नौकासन (Boat Pose Or Naukasana)
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नौकासन शब्द दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है। जिसमें नौका का मतलब है नाव और आसन का अर्थ है आसन या सीट। इस योगासन के अभ्यास में आपका शरीर नाव की मुद्रा में हो जाता है। यह आसन मध्यम श्रेणी का योगासन है जिसका अभ्यास प्राचीन काल से ही किया जा रहा है। पेट की चर्बी कम करने से लेकर रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने तक इस योगासन के अनेकों स्वास्थ्य लाभ हैं। रोजाना सही ढंग से नौकासन का अभ्यास करने से आपके फेफड़े मजबूत होते हैं और पेट के अंदर मौजूद अंगों को भी फायदा मिलता है। नौकासन के अभ्यास में आपका शरीर अंग्रेजी के अक्षर V की आकृति में आ जाता है। इसके अभ्यास से आपके लोअर बैक, पेट, कोर और बाइसेप्स और ट्राइसेप्स और पैर व टखनों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आपके एब्डोमिनल और हिप फ्लेक्सर्स को मजबूत करने के लिए भी नौकासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। रोजाना इस आसन का अभ्यास कर आप कड़ाके की ठंड में भी अपने शरीर को गर्म रख सकते हैं। आइये जानते हैं इसका अभ्यास करने के तरीके के बारे में।
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नौकासन का अभ्यास करने का तरीका
नौकासन का अभ्यास धीरे-धीरे बढ़ाना चाहिए और अगर आपको इसका अभ्यास करते समय कोई कठिनाई हो रही है तो अभ्यास को रोक देना चाहिए। नौकासन का अभ्यास बिना वार्मअप किये नहीं करना चाहिए। आप इन स्टेप्स को फॉलो कर नौकासन का अभ्यास कर सकते हैं।
- नौकासन का अभ्यास करने के लिए आप समतल जगह पर योगा मैट के सहारे बैठ जाएं।
- अब अपनी टांगो को सामने की तरफ फैलाएं।
- इसके बाद अपने दोनों हाथों को पीछे की तरफ ले जाकर हिप्स से थोड़ा पीछे जमीन पर रखें।
- अब अपने शरीर को थोड़ा ऊपर की तरफ उठाने की कोशिश करें।
- इस दौरान ध्यान रहे आपकी रीढ़ की हड्डी बिलकुल सीधी होनी चाहिए।
- अब धीरे-धीरे सांस को बाहर की तरफ छोड़ते हुए पैरों को जमीन से 45 डिग्री तक उठाएं।
- अब अपने शरीर को नाव की मुद्रा में लेने की कोशिश करते हुए हिप्स और नाभि को पास लेकर आएं।
- अब अपने बट और टेलबोन पर बैठें।
- इसके बाद अपने टखनों को उठाकर आंख के सीधाई में लेकर जाएं।
- सामान्य गति से सान लेते हुए नाव या V के आकर में लगभग 10 से 20 सेकंड तक रहें।
- इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए सामान्य मुद्रा में आएं।
2. शीर्षासन (Headstand Or Sirsasana)
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शीर्षासन को वृक्षासन और कपालासन के नाम से भी जाना जाता हैं। शीर्षासन के कई लाभ हैं इसीलिए इसे बहुत ही उपयोगी माना जाता है। शीर्षासन का अभ्यास सिर के बल किया जाता है। इस योगासन का अभ्यास करने से पहले आपको इसके अभ्यास के लिए कोशिश करनी पड़ती है। यह एक कठिन आसनों में से एक माना जाता है। पूरे शरीर की सेहत को ठीक करने के लिए इस आसन का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है।
शीर्षासन का अभ्यास करने का तरीका
- शीर्षासन किसी चद्दर या फिर कंबल पर करना चाहिए।
- इसके लिए आपको किसी सपाट जगह का चयन करना चाहिए।
- शीर्षासन के लिए सबसे पहले आपको वज्रासन में बैठना चाहिए।
- आप इस तरह से बैठें की आगे की ओर झुकने के लिए आपके पास भरपूर जगह हो।
- वज्रासन में बैठकर आप दोनों कोहनियों को जमीन पर टिकाकर दोनों हाथों की अंगुलियों को आपस में मिला लें।
- दोनों हाथों की अंगुलियों को मिलाकर आपकी हथेलियां ऊपर की ओर होनी चाहिए जिससे आप अपने सिर को हथेलियों का सहारा दे सकें।
- धीरे-धीरे आगे की ओर झुकते हए अपने सिर को हथेलियों पर रखें और सांस सामान्य रखें।
- फिर धीरे-धीरे अपने सिर पर शरीर का भार आने दें।
- इस स्थिति में आकर आपको अपने पैरों को आसमान की ओर उठाना है ठीक इस तरह से जैसे आप सीधें पैरों के बल खड़े होते हैं वैसे ही आप उल्टा सिर के बल खड़े हैं।
- कुछ देर इसी स्थिती में रहें और फिर सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।
3. सेतुबंधासन (Bridge Pose Or Setubandhasana)
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सेतुबंधासन का नाम दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला सेतु जिसका अर्थ है पुल और दूसरा बंध जिसका मतलब बांधना होता है। सेतुबंधासन का नियमित अभ्यास पीठ और रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। सेतुबंधासन का नियमित अभ्यास करने के फायदे अनेक हैं लेकिन विशेष रूप से यह पीठ और रीढ़ की हड्डी के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इस आसन का अभ्यास करने से आपकी पीठ, गर्दन और रीढ़ की हड्डी व सीने को फायदा मिलता है। इसमें आप शरीर के इन अंगों को स्ट्रेच करते हैं और इसके अभ्यास से मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसका नियमित रूप से अभ्यास कर आप शरीर को सर्दी के मौसम में भी गर्म रख सकते हैं।
सेतुबंधासन का अभ्यास करने का तरीका
- इसका अभ्यास करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं।
- पीठ के बल लेटने के बाद सामान्य रूप से सांस अंदर और बाहर लें।
- इसके बाद अब आप अपने पैरों को घुटनों से मोड़कर एड़ियों को हिप्स के पास लेकर जाएं।
- अपनी हिप्स को जमीन से ऊपर की तरफ उठाएं।
- हाथों को जमीन पर रखें।
- कुछ देर के लिए इस स्थिति में रहें और अपनी सांसों को रोककर रखें।
- इसके बाद अब धीरे-धीरे अपनी सांसों को छोड़ते हुए वापस सामान्य मुद्रा में आएं।
- इसका 4 से 5 बार अभ्यास करें।
4. कुंभकासन (Plank Pose Or Kumbhakasana)
कुंभकासन का नियमित अभ्यास हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसका नियमित अभ्यास करने से आपके कंधे की हड्डियां भी मजबूत होती हैं। इसका रोजाना सही ढंग से अभ्यास करने से पेट और हिप्स की मांसपेशियों के साथ रीढ़ की हड्डी भी मजबूत होती है। कुंभकासन का अभ्यास करने से सर्दी के मौसम में शरीर का तापमान बढ़ जाता है।
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कुंभकासन का अभ्यास करने का तरीका
- कुंभकासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले आप पालथी मारकर योगा मैट पर बैठ जाएं।
- अपने शरीर को प्लैंक करने के लिए तैयार करें।
- इसमें सबसे पहले दोनों हाथों से मुट्ठी बनाकर, 10 बार क्लॉक वाइज और 10 बार एंटी-क्लॉक वाइज घुमाएं।
- अपने दोनों हाथों को अपने सामने मैट पर रख दें। दोनों हाथों के बीच में कंधे के बराबर गैप होगा।
- धीरे-धीरे अपने घुटनों को पीछे से उठाते हुए पंजे के बल आते हुए कुंभक आसन में आएं।
- इस आसन में सारा दबाव हमारे हाथ, पेट, हिप्स और जांघ पर होगा।
- 15-20 सेकेंड होल्ड करें और वापस आ जाएं और विश्राम करें।
- धीरे-धीरे काउंट को बढ़ाते हुए 1 मिनट तक ले जाएं।
ऊपर बताये गए इन योगासनों के अभ्यास से शरीर को फिट और निरोगी रखने में फायदा तो मिलता ही है साथ ही ये योगासन आपके शरीर को गर्म रखने में फायदेमंद माने जाते हैं। इन योगासनों का अभ्यास सर्दी के मौसम में करने से आपके शरीर का तापमान बना रहता है।
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