Yoga for Cervical Pain: आजकल सर्वाइकल पेन का चलन सा हो गया है। अगर किसी के गर्दन में भी दर्द होता है तो उसे लगता है कि उसे लगता है कि ये 'सर्वाइकल' है। जबकि, विशेषज्ञों का मानना है कि गर्दन में होने वाला सर्वाइकल हो, ये जरूरी नहीं है। इसके पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं। वर्तमान जीवनशैली में सर्वाइकल पेन की सबसे आम वजह गलत पॉश्चर है। जैसा कि हम अक्सर देखते हैं कि लोग लगातार कुर्सी पर बैठे रहते हैं, कई बार बैठे-बैठे सो जाते हैं। इन गलत पॉश्चर की वजह से सर्वाइकल पेन (Cervical Pain) की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो घंटो फोन और लैपटॉप नजर जमाए बैठे रहते हैं जो गर्दन में दर्द और सर्वाइकल का कारण बनते हैं। हालांकि, कुछ लोगों का लैपटॉप या मोबाइल पर काम करना मजबूरी भी होती है।
सर्वाइकल पेन (Cervical Pain) के और भी कई कारण हैं। जैसे- बस, ट्रेन और हवाई जहाज की लंबी यात्रा, किसी वजह से बार-बार गर्दन में झटके लगना, आदि इसके सामान्य कारण हैं। इससे बचाव के लिए सबसे जरूरी है सही पॉश्चर। एक ही पॉश्चर में ज्यादा देर तक रहने से बचें। इसके साथ ही गर्दन को सही रखने के लिए योग या एक्सरसाइज जरूर करें। जो लोग ऑफिस में घंटों गैजेट्स पर समय बिताते हैं या जिन लोगों का काम दिनभर बैठे रहने का है उनके लिए यहां कुछ योगाभ्यास के बारे में बताया गया है।
इसे भी पढ़ें: ये 3 एक्सरसाइज सर्वाइकल का दर्द से दिलाती है छुटकारा, पढ़ें अन्य फायदे
ग्रीवा शक्ति विकासक: सर्वाइकल का दर्द दूर करने के उपाय
सर्वाइकल पेन और सामान्य गर्दन दर्द की समस्या उन लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है, जो लगातार एक स्थान पर बैठकर लिखने पढ़ने या अन्य काम में व्यस्त रहते हैं। इन कारणों से रीढ़ (Spine) की मांसपेशियां और नसें सख्त हो जाती हैं। इससे रक्तसंचार प्रभावित होने लगता है और दर्द की समस्या शुरू होने लगती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए योग की ग्रीवा शक्ति विकासक क्रिया बहुत फायदेमंद है। इसकी 3 प्रमुख क्रियाएं हैं, जिन्हें आप आसानी से पद्मासन या सुखासन में बैठकर कर सकते हैं।
ग्रीवा शक्ति विकासक क्रिया करने की विधि
पहली क्रिया: सबसे पहले आप किसी शांत जगह बैठ जाएं या खड़े रहकर भी इसे कर सकते हैं। अब अपनी गर्दन को पहले दांयी ओर फिर बांयी ओर घुमाएं, इस दौरान आपकी ठुड्डी कंधे के सीध में होनी चाहिए। इसे आप 10, 10 बार कर सकते हैं। जैसा कि आप वीडियो में देख सकते हैं।
दूसरी क्रिया: इसमें आपको पहले की अवस्था में ही रहना है और गर्दन को पहले नीचे छुकाना है और फिर ऊपर की ओर ले जाना है। नीचे आपको आपने पैर के अंगूठों को देखना है और ऊपर आसमान की ओर देखना है। हालांकि, जिनको सर्वाइकल की तकलीफ है वह सिर को नीचे या आगे की ओर न छुकाएं।
तीसरी क्रिया: इसमें आपको अपनी गर्दन पहले क्लॉकवाइस घुमाना है और फिर एंटी क्लॉकवाइस घुमाना है। अगर किसी को सर्वाइकल है तो उसे ऐसा करने के बजाए सिर्फ पीछे की तरफ ही घुमाना चाहिए।
ग्रीवा शक्ति विकासक क्रिया के बारे में विस्तार से समझने के लिए आप योग विशेषज्ञ ब्रजमोहन ठाकुर का यह वीडियो देख सकते हैं:
ग्रीवा शक्ति विकासक क्रिया के फायदे
- योग की ग्रीवा शक्ति विकासक क्रियाओं को करने के निम्नलिखित लाभ हैं:
- गर्दन का दर्द दूर होता है।
- टॉनसिल्स और थायरॉइड से छुटकारा।
- डबल चिन की समस्याओं से निजात मिलती है।
- इससे आपके सिर और गर्दन के आस-पास रक्त का संचार बेहतर होता है।
Read More Articles On Yoga In Hindi