खांसी या छींक आने पर लीक हो जाता है यूरिन? जानें इस समस्या में फायदेमंद 3 योगासन

महिलाओं में यूरीन लीकेज या यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस की समस्या मेनोपॉज या डिलीवरी की वजह से हो सकती है, जानें इस समस्या में फायदेमंद योगासनों के बारे में।
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खांसी या छींक आने पर लीक हो जाता है यूरिन? जानें इस समस्या में फायदेमंद 3 योगासन

शरीर को स्वस्थ और फिट रखने से लेकर उसे फ्लेक्सिबल बनाने के लिए योग का महत्त्व सबसे ज्यादा है। भारत में सदियों से योग का अभ्यास लोग करते आये हैं। नियमित रूप से योगाभ्यास करने से व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों सही रहता है। सही ढंग से अगर योग का अभ्यास किया जाए तो यह शरीर के तमाम अंगों जैसे मूत्राशय आदि को भी लाभ पहुंचाता है। बहुत से लोगों में मूत्राशय से जुड़ी समस्या यूरीन लीकेज की समस्या होती है। यह समस्या ज्यादातर महिलाओं में देखी जाती है। इस समस्या में अक्सर खांसते या छींकते समय यूरीन लीक हो जाता है। इस समस्या की वजह से स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है। वैसे तो इस समस्या से निजात पाने के कई इलाज हैं लेकिन अगर आप नेचुरल तरीके से इससे निजात पाना चाहते हैं तो योगाभ्यास आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प होगा। आज हम आपको कुछ ऐसे ही योग आसनों या एक्सरसाइज के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका नियमित अभ्यास करने से यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस (Urinary Incontinence) या यूरीन लीकेज की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस या यूरीन लीकेज की समस्या के लिए योग (Yoga Asanas to Prevent Urinary Incontinence)

महिलाओं में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस या यूरीन लीकेज की समस्या मेनोपॉज या प्रसव आदि की वजह से हो सकती है। इस समस्या की वजह से कई बार लोगों को मानसिक दिक्कतें भी होनी शुरू हो जाती हैं। इसकी वजह से कामकाजी महिलाओं के कार्यस्थल पर भी शर्मिंदगी की स्थिति पैदा हो सकती है। इस समस्या में खांसते या छींकते वक्त अक्सर खूब ब खुद पेशाब हो जाता है। इस समस्या से बचने के लिए आप नियमित रूप से इन योग आसनों का अभ्यास कर सकते हैं। 

1. मालासन या गारलैंड पोज (Malasana or Garland Pose Yoga)

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मलासन योग का नियमित अभ्यास यूरीन लीकेज या यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस की समस्या में बेहद फायदेमंद माना जाता है। इस आसन का अभ्यास करते समय दोनों हाथ प्रणाम की मुद्रा में होते हैं और ऐसे में यह लगता है कि गले में कोई माला पड़ी हुई है। यही कारण है कि इस आसन का नाम मलासन रखा गया है। यूरिन लीकेज की समस्या से परेशान महिलाओं के लिए इस आसन का नियमित अभ्यास उपयोगी होता है।

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मलासन करने का तरीका (How to do Garland Pose?)

  • मलासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले किसी समतल जमीन पर चटाई बिछा लें।
  • अब पैरों को एक समान दूरी पर सीधा रखते हुए स्क्वाट की मुद्रा में आएं।
  • घुटनों और टागों के बीच बराबर अंतर बनाये रखें।
  • इसके बाद अब अपने थाइज को फैलाते हुए शरीर के बाहर ले जाने का प्रयास करें।
  • अब धीरे-धीरे अपनी सांस छोड़ते हुए आगे की तरफ झुकें।
  • दोनों हाथो की कोहनियों को अंदर की थाइज पर टिका दें।
  • इसके बाद अब अपनी एड़ियों को पकड़कर कुछ देर इसी पोज में रहें।

2. कीगल या पेल्विक फ्लोर मसल्‍स एक्‍सरसाइज (Kegel or Pelvic Floor Muscles Exercise)

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कीगल या पेल्विक फ्लोर मसल्‍स एक्‍सरसाइज का नियमित अभ्यास करने से महिलाओं के ब्लेडर को मजबूती मिलती है और इसकी कार्यक्षमता में सुधार होता है। इसका नियमित अभ्यास यूरीन लीकेज की समस्या में बेहद फायदेमंद माना जाता है। इस एक्सरसाइज में पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों पर दबाव डाला जाता है जिससे ब्लेडर और लीकेज की समस्या में फायदा मिलता है।

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कीगल या पेल्विक फ्लोर मसल्‍स एक्‍सरसाइज करने का तरीका (How to do Kegel or Pelvic Floor Muscles Exercise?)

  • इस एक्सरसाइज का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले सुखासन की स्थिति में आराम से बैठ जाएं।
  • अगर आपको बैठने में दिक्कत है तो आप अपने घुटनों को मोड़कर लेट भी सकती हैं।
  • इसके बाद अब आप अपनी पेल्विक फ्लोर पर ध्यान केन्द्रित करके मसल्स को टाइट करके रखें।
  • मसल्स को टाइट करने के बाद उस पर धीरे-धीरे दबाव डालें।
  • इस प्रक्रिया को लगभग 30 से 40 बार दोहराएं।
  • इस एक्सरसाइज को करने से पहले अपने ब्लेडर को खाली जरूर कर लें।

3. ग्लूट ब्रिज (Glute Bridge)

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ग्लूट ब्रिज एक्सरसाइज का नियमित अभ्यास करने से महिलाओं को कई समस्या में लाभ मिलता है। इसका नियमित अभ्यास करने से जेनिटल और पेल्विक एरिया को फायदा मिलता है। इस अभ्यास को ब्रिज पोज के नाम से भी जाना जाता है। ग्लूट ब्रिज का अभ्यास करने से महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन की समस्या में भी फायदा मिलता है।

ग्लूट ब्रिज एक्सरसाइज करने का तरीका (How to do Glute Bridge Exercise?)

  • ग्लूट ब्रिज का अभ्यास करने के लिए पैरों को फैलाकर पीठ के बल फर्श पर लेट जाएं।
  • इस दौरान पैरों की हिप से दूरी होनी चाहिए।
  • अब इस पोज में धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पेट को संकुचित करें और ग्लूट की मसल्स को हल्का सा ऊपर उठायें।
  • अब अपनी एड़ी के सहारे शरीर को स्थिर करें।
  • कुछ देर इस पोज में रहने के बाद पप्रारंभिक स्थिति में आएं।

इन योगासनों का नियमित अभ्यास करने से आपको यूरीन लीकेज या यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस की समस्या में फायदा मिलेगा। शुरुआत में इन आसनों का अभ्यास करने से पहले अपने चिकित्सक या किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी। इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर जरूर करें।

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